गीता पब्लिक स्कूल में मनाया गया शाला प्रवेशोत्सव
सिमगा । सिमगा के गीता पब्लिक स्कूल में नव प्रवेशी बच्चों का प्रवेशोत्सव बहुत धूम धाम से मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय लोकप्रिय नेता मुरारी मिश्रा, रमेश सोनी के अतिरिक्त सिमगा क्षेत्र के नोडल अधिकारी आशीष शर्मा, व्याख्याता आशुतोष शर्मा, संचालक अत्रि शर्मा और विद्यालय के प्राचार्य सौरभ दुबे ने अतिथि दीर्घा को शोभायमान किया।
व्याख्याता आशुतोष शर्मा ने बच्चों को संबोधित करते हुए गीता की चौपाईयों के माध्यम से शिक्षा का जीवन में महत्व समझाया। उन्होंने जीवन को परिभाषित करते हुए कहा कि अगर बाल्य काल में विद्यार्जन नहीं किया, युवावस्था में धनार्जन नहीं किया और प्रौढ़ावस्था में कीर्ति अर्जित नहीं की तो आपका जीवन निरर्थक हो जायेगा। रमेश सोनी जी ने गीता पब्लिक स्कूल प्रबंधन की मुक्त कंठ से प्रशंशा करते हुए कहा कि 4 एकड़ का खेल मैदान और स्विमिंग पूल देने वाली इस अंचल की एक मात्र संस्था है। उन्होंने बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी अनेक महत्वपूर्ण सूत्र भी बताते हुए कहा कि, स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। क्षेत्र के नोडल अधिकारी आशीष शर्मा जी ने कहा कि गीता पब्लिक स्कूल भारतीय संस्कृति की अवधारणा के साथ उत्तम और उन्नत शिक्षा देने वाली अंचल की अनूठी संस्था के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुकी है। उन्होने आने वाले दिनों में संस्था को अपना भरपूर समर्थन देने का भी वचन दिया। लोकप्रिय कद्दावर नेता मुरारी मिश्रा सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने षडय़ंत्र पूर्वक भारतीय गुरुकुलों को नष्ट करके हम भारतीयों को मानसिक रूप से दास बनाया था। आज उस शिक्षा पद्धति के विरोध कर वापस अपनी जड़ों की ओर लौटने का समय आ चुका है। बच्चों को संस्कार और उन्नत शिक्षा का समन्वित स्वरूप प्रदान किया जाना आवश्यक हो
गया है।
उन्होने कहा कि प्राचीन काल में योग्य शिक्षकों और गुरुकुलों (नालंदा और तक्षशीला जैसे विश्वविद्यालयों) के कारण भारत विश्वगुरू था। भारत ने पूर्व में भी विश्व को मार्ग दिखाया है और गीता पब्लिक स्कूल जैसे विद्यालयों के माध्यम से पुन: योग्यतम छात्रों को आगे बढ़ाकर पुन: भारत वापस अपना खोया गौरव प्राप्त कर सकता है। संस्था के संचालक अत्रि शर्मा ने उपस्थित अभिभावको का गीता पब्लिक स्कूल परिवार पर विश्वास दिखाने हेतु आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, गीता पब्लिक स्कूल परिवार बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु पूर्णतया प्रतिवद्ध है, बच्चों के खेल प्रशिक्षक के रूप में रणजी स्तर के क्रिकेट प्रशिक्षक के साथ अन्य खेलों के राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों की सम्बद्धता का भी उन्हाने उल्लेख किया उन्होंने अतिथियों और अभिभावकों को भारतीय संस्कृति को बच्चों तक पहुंचाने में शाला परिवार की महती भूमिका हेतु आश्वस्त किया/ प्राचार्य सौरभ दुबे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शाला परिवार बच्चों के वर्तमान को श्रेष्ठ बनाते हुए भविष्य को श्रेष्ठतम बनाने हेतु प्रतिबद्ध है उन्होंने शाला द्वारा दी जा रही सुविधाओं जैसे 4 एकड़ खेल मैदान, स्विमिंग पुल, विभिन्न कार्यक्रमों हेतु सभा भवन, क्रिकेट खिलाडिय़ों के नेट प्रैक्टिस की सुविधाओं, वॉलीबाल, बास्केटबाल, बैडमिंटन, खो-खो, कबड्डी कोर्ट की व्यवस्था, ऑक्सी जोन, झूला गार्डन, कैंटिन आदि की सुविधाओं का भी विस्तार से उल्लेख किया।