अबूझमाड़ के ग्रामीणों को मिला सर्व आदिवासी समाज का समर्थन
![](https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2023/10/tcg-780x470.jpg)
नारायणपुर । नारायणपुर जिले अबूझमाड़ के ग्रामीण माड़ बचाओ मंच के बैनर तले अपनी तीन सूत्रीय मांगो को लेकर पिछले आठ महीनों से घने जंगलों के बीच धरना दे रहे है लेकिन इनकी मांगो को लेकर अब तक जिला प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने के कारण हजारों ग्रामीण जिला मुख्यालय अपनी आवाज बुलंद करनें पहुंचे । धरना प्रदर्शन कर रहे अबूझमाड़ के ग्रामीणों को सर्व आदिवासी समाज , गोंडवाना समाज का समर्थन मिला है और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने अबूझमाड़ को स्वतंत्र बताते हुए ग्रामीणों को अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करना पड़ रहा है ये राज्य सरकार की विफलता है । वही अरविंद नेताम ने कहा अब आदिवासी अपनी मांगों को लेकर अब आंदोलन नहीं करेगा आगामी विधानसभा में आदिवासी चुनाव लड़ेगा और अपना हक लेकर रहेगा । जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा ग्रामीणों की मांगो का ज्ञापन राज्य सरकार को भेजा जाएगा , इनकी मांगे राज्य स्तर से ही पूरी हो पाएगी । ज्ञात हो की नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में हजारों ग्रामीण अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 8 महीने से अबूझमाड़ के चार स्थानों पर धरना प्रदर्शन कर रहे है । अबूझमाड़ के ग्रामीणों की 3 सूत्रीय मांगों में पेशा कानून 1996 का लागू होना चाहिए , वन संरक्षण अधिनियम 2022 और प्रस्तावित नवीन पुलिस कैंप को रद्द करने जैसी मांगों को लेकर ग्रामीण अपना प्रदर्शन कर रहे हैं । ग्रामीणों की मांगों पर नाही जिला प्रशासन और ना ही राज्य सरकार द्वारा अब तक कोई कदम नहीं उठाए जाने के कारण हजारों ग्रामीण मिलो का सफर पैदल तय कर जिला मुख्यालय पहुंचे । जहां पर अबूझमाड़ के ग्रामीणों को सर्व आदिवासी समाज और गोंडवाना समाज का समर्थन मिला , सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद नेताम ने कहां की अबूझमाड़ स्वतंत्र है यहां के लोगों को अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है यह राज्य सरकार की विफलता है । जब अबूझमाड़ का सर्वे नही हुआ , जब वहा कोई बंदोवस्त नही है । आदिवासियों को अपने हक के लिए हमेशा आंदोलन करना पड़ता है और सरकार में मंत्री बनकर बैठे आदिवासी नेता अपनी चुप्पी साधे रहते है । अब आदिवासी को अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने की बजाय आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़कर बस्तर की 12 सीटो पर आदिवासी नेता को जीतना है । फिर कैसे सरकार आदिवासियों के हक से अपना मुंह फेरेगी, आदिवासियों को अपने हक पाने के लिए चुनाव लडना पड़ेगा । अबूझमाड़ के ग्रामीणों का ज्ञापन लेने पहुंचे जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि ग्रामीणों की मांगो का ज्ञापन राज्य सरकार को प्रेषित किया जाएगा । ग्रामीणों की मांगो पर राज्य सरकार ही निर्णय लेगी ।