कलेक्टर को कलेक्टरी छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर लेनी चाहिये : रूपकुमारी
महासमुन्द । भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती रूपकुंमारी चौधरी ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के उस बयान को भ्रामक और वास्तविकता से कोसो दूर बताया जिससे जिला प्रशासन ने गौठानो की व्यवस्था को लेकर भुपेश सरकार के प्रवक्ता के तौर पर बचाव करते हुए बयान जारी किया है । भाजपा जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस स्थान पर गौठान निर्मित है वहाँ के स्थानीय नागरिकों ने ही निर्माण के बाद से गौवंश के लिए चारा पानी और टीन शेड की व्यवस्था नही होना बताया है जिसे गौठान निरीक्षण के वक्त सभी ने प्रत्यक्ष रूप से देखा है । भुपेश सरकार कार्यकाल में बने हुए गौठानो में किसी भी जगह हमारे कार्यकर्ताओ के साथ चलकर वस्तुस्थिति की जानकारी लेने का आग्रह हमने स्वयं कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियो से किया है । कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधि गौठानो की वास्तविकता से परिचित है इसलिये वहा जाने तैयार नही है परंतु जिला कलेक्टर ,जनपद सीईओ जैसे प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी पार्टी का प्रवक्ता बनाकर सरकार का बचाव करने सामने लाया जा रहा है । श्रीमती रूपकुंमारी चौधरी ने जिला कलेक्टर और जनपद सीईओ से भी अनुरोध किया है कि ज्यादा दूर जाने की जरूरत ही नही है यही मुख्यालय से लगे पिटियाझर और ग्राम खैरा की स्थिति स्वयं देख ले जहाँ गौमाता को रखने सेड की कोई व्यवस्था नही है । ग्राम खैरा और कौवाझर में तो शेड और चारा पानी की व्यवस्था ही नही है । गोबर बेचने वाली स्थानीय महिलाओं ने 8 महीने से भुगतान नही होना बताया । कौवाझर में जिस महिला समूह को खाद बनाने की जिम्मेदारी दी गयी थी उन्होंने स्वयं कहा कि पिछले वर्ष से गौठान में खाद बनाने का काम बंद है और उससे पहले भी उन्हें काफी आर्थिक नुकसान हुआ है । भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुंमारी ने जिला प्रशासन को समझाइस देते हुए कहा कि गौठान बनाकर छोड़ देने से ही उनके कर्तव्यों की इतिश्री नही हो जाती उसके निर्माण की सार्थकता तब है जब गौमाता की सेवा, सुरक्षा और गौठान की व्यवस्था पूरी तरह सुविधायुक्त हो । इस बात की चिंता जनता भुपेश सरकार के जनप्रतिनिधियों और उनके हितैषी जिला प्रशासन के अधिकारीयो को करनी चाहिए ।