छत्तीसगढ़

रुकना, न थकना पढ़ाई के साथ जीवन को गढ़ते मंजिल पर पहुंचना: आशा दीदी

भिलाई । दुश्मन के छक्के छुड़ा दे हम इंडिया वाले, देश मेरे, देश मेरे मेरी जान है तू जैसे देशभक्ति गीतों के साथ परफॉर्मेंस देते उत्कर्ष समर कैंप 2023 में भाग लेने वाले बच्चों ने सेक्टर-7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उत्कृष्ट समर कैंप समापन से नई शुरुआत की, जिसमें बच्चों का ऊंचाइयों को छूने का आत्मविश्वास स्पष्ट दिखाई दे रहा था। कार्यक्रम के प्रथम चरण में पेरेंट्स और बच्चों ने इस समर कैंप के दौरान अपने में आए हुए परिवर्तन के अनुभव को सभा में साझा करते हुए बताया कि बच्चे आज्ञाकारी हो गए हैं ,उनका कॉन्फिडेंस बढ़ गया है डिसिप्लिन में रहते हैं, बड़ों की इज्जत करते हैं, रात्रि को सोने से पहले मेडिटेशन करते हैं, खाना खाते समय टीवी देखना बंद कर दिए हैं और उल्टा माता-पिता को समझाते हैं कि हम प्यार से सारी बातें आपको बताएंगे आप गुस्सा नहीं करना हमारे पर। मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित एस मुखोपाध्याय, ई डी पी एंड ए प्रोजेक्ट, भिलाई स्टील प्लांट ने बच्चों और पेरेंट्स के अनुभव सुनने के पश्चात कहा कि निश्चित ही यह समर कैंप सफल रहा क्योंकि व्यक्तित्व विकास में जीवन गुजर जाता है लेकिन यहां बच्चे ? इस उम्र में उस चीज को समझ चुके हैं सीख चुके हैं यह मैं देख रहा हूं। मुख्य अतिथि जी के मरकाम संयुक्त संचालक (जॉइंट डायरेक्टर) एजुकेशन डिवीजन दुर्ग ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रहलाद, ध्रुव, श्रवण कुमार, अर्जुन जैसे ग्रुप बनाकर शिक्षा देना यह अपने आप में भारतीय पौराणिक संस्कृति से बच्चों को नैतिक शिक्षा देने का अनूठा मिसाल है, निश्चित यह सराहनीय कार्य है वह भी निशुल्क ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा बच्चों के नैतिक मूल्यों का विकास किया जा रहा है विगत 23 वर्षों से भी अधिक। यह समर कैंप कमजोरियों की विदाई देकर अच्छाइयों के आगमन का कैंप है जिसका आप बच्चों ने लाभ लिया। जिला शिक्षा अधिकारी अभय जयसवाल ने भी इस कैंप की सराहना करते हुए कहा की जीवन में मूल्य धारण करके शिक्षा देने से ही उसका प्रभाव बच्चों पर पड़ता है , इसलिए ब्रह्माकुमारी दीदियों की बात बच्चे मानते हैं। कार्यक्रम की प्रेरणा स्रोत तथा भिलाई सेवा केंद्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि बच्चे पढ़-लिख कर जीवन में लायक बन जाएँ यही माता-पिता की आस रहती है लेकिन बचपन से ही यदि ईमानदारी, आज्ञाकारीता जैसे गुणों का समावेश हो जाए तो बच्चों का जीवन निखरकर सफल हो जाता है। आपने बच्चों को कहा कि पढ़ाई के साथ अपने जीवन को भी गढ़ते सदा सफल होना है, न रुकना है, न थकना है अपनी मंजिल पर पहुंचना है। विभिन्न कॉम्पिटिशन में विजय प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। मोरल स्टोरी और राइटिंग में कुमारी राधिका 8 क्लास रुंगटा पब्लिक स्कूल, अयान 7 क्लास डीएवी ,ब्लेसिंग बॉक्स कॉम्पिटिशन में सिद्धि चंद्राकर 6 क्लास डीपीएस भिलाई, हर्षल कुमार 7 क्लास डीएवी, नाजिया मुमताज सेवंथ क्लास बी एन एस, क्राफ्ट कॉम्पिटिशन में भव्या शर्मा क्लास 6 एमजीएम स्कूल, मोनालिसा रॉय ई एम एम एस 8 क्लास, अमनदीप कौर 8 क्लास एमजीएम, ड्राइंग कॉम्पिटिशन में प्रथम लयात्मिका मिश्रा सेवंथ डीपीएस रिसाली, आदित्य श्रीवास एमजीएम सेवंथ क्लास ,सोनम अहिरवार सिक्स्थ क्लास डीएवी रहे। उत्कर्ष समर कैंप 23 के बेस्ट बॉय अंशुमन सिंह क्लास एर्थ, डीएवी तथा बेस्ट गर्ल दो रहे, आरोही सेवंथ क्लास डीएवी प्रान्शी क्लास सिक्स्थ डीपीएस रहे। मंच संचालन ब्रह्माकुमारी पूजा दीदी तथा श्रद्धा दीदी ने किया। अंतिम चरण में उत्कृष्ट समर कैंप के प्रतिदिन कराए गए सेशनस तथा अतिथियों के अनुभव को सुंदर वीडियो के माध्यम से दिखाया गया जिसे डिवाइन ग्रुप के बच्चों ने वरिष्ट राजयोगा शिक्षक तथा मोटिवेशनल स्पीकर ब्रम्हाकुमारी प्राची दीदी के मार्गदर्शन में तैयार किया था। जिसमें दिखाया गया कि यह समर कैंप समापन से नई शुरुआत है हमारे जीवन की जिसमें हमें सफल हो माता पिता तथा देश का नाम रोशन करना है ।

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