खाटु वाले श्याम तेरा सच्चा दरबार जैसे भजनों पर सारी रात झुमते रहे भक्त
पत्थलगांव । श्याम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरे होने पर चार दिवसीय श्याम महोत्सव का आयोजन किया गया था,जिसका मंगलवार की देर रात समापन किया गया। चार दिनो तक मंदिर परिसर मे लगातार धार्मिक आयोजन कराये जा रहे थे,राधा की मेहंदी उत्सव से हुयी शुरूवात का श्याम संकीर्तन से समापन किया गया है। दिन मंगलवार की शाम श्याम संकीर्तन का आयोजन किया गया था,जिसमे अपनी कला की प्रस्तुति देने संबलपुर से शुभांगी सोनी,जयपुर से मनीष गर्ग (घीवाला) व कोतबा से संदीप शर्मा पहुंचे थे। श्याम कीर्तन मे आस-पास क्षेत्र लैलूंगा,लुडेग,कंासाबेल,कोतबा के अलावा सीतापुर,अंबिकापुर,बिलासपुर से भी श्रद्धालु आये हुये थे। श्याम मंदिर परिसर भक्तो से खचाखच भरा हुआ था। सर्वप्रथम खाटु श्याम की आरती के पश्चात भजन संध्या की शुरूवात की गयी। भजन संध्या की शुरूवात मे शुभांगी सोनी ने अपने भजनो से श्रद्धालुओ को स्थिर कर दिया। शुभांगी सोनी के भजनो के बोल पर श्रद्धालु भजनो के बीच मे उठकर नाचने लग जा रहे थे। उनके भजन के बोल खाटु वाले श्याम तेरा सच्चा है दरबार पर सारे भक्त झुम उठे व जय श्री श्याम के नारे से मंदिर परिसर गुंज उठा। उनके पश्चात जयपुर से पहुंचे मनीष गर्ग व उनकी टीम ने भक्तो को अपने भजनो से मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके द्वारा शानदार डफली बजाकर अपने भजनो की प्रस्तुति दी,जिससे भक्त देर रात तक दरबार मे बैठे रहे,मनीष गर्ग के भजनो ने भक्तो को सारी रात श्याम दरबार मे बैठाया हुआ था,उनके भजनो के बोल दीनानाथ मेरी बात छानी कोणी तेरे से,आंखडली चुराकर बाबा जासी कठे मेरे से। खाटु वाले श्याम तेरी शरण मे आ गयो,श्याम प्रभु रूप तेरो नैणा मे समा गयो के बोल ने सभी भक्तो का मन जीत लिया। श्याम मंदिर मे उपस्थित श्रद्धालु दोनो हाथ उपर उठाकर खाटु श्याम के जयकारे लगा रहे थे,ये खुद को इन भजनो पर नाचने से रोक नही पा रहे थे। यहा महिलाओ के साथ छोटे बच्चो ने भी श्याम संकीर्तन मे बढचढ कर भाग लिया,इस आयोजन को संपूर्ण कराने मे श्री श्याम सेवा समिती के सदस्य विगत कई माह से तैयारीयों मे जुटे थे।
छप्पन भोग व श्याम रसोई का आयोजन सोल्लास किया गया
श्याम संकीर्तन मे पहुंचे भक्तो ने बढचढ कर भक्ति पेश की। शहर के अलावा आस-पास क्षेत्र से सैकडो श्रद्धालु यहा पधारे थे। श्याम संकीर्तन मे सवामनी का प्रसाद लगाने के अलावा श्याम दरबार मे छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया था। छप्पन भोग का प्रसाद सभी श्रद्धालुओ मे वितरीत कर दिया गया था। श्याम मंदिर मे देर रात तक चल रहे कीर्तन के दौरान आगंतुक श्रद्धालुओ के साथ नगर के भक्तो के लिए श्याम रसोई की व्यवस्था की थी,जिसमे एक से बढकर एक लजीज पकवान बनाये गये थे।