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छत्तीसगढ़

जिले के बिहान की महिलाओं ने मानदेय बढ़ाने के लिए लगाई कलेक्टर से गुहार

राजिम । जिले के बिहान योजना के अंतर्गत कार्यरत महिलाएं जिला कलेक्टर प्रभात मलिक के जनदर्शन में पहुंचकर उन्हें कार्य में होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए मानदेय बढ़ाने की मांग किया। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान क्रेडर के कुंती साहू, शोभा सेन, दुलारी साहू, रीना साहू, प्रमिला साहू, विमला साहू, मोमिन साहू, महेश्वरी साहू, पद्मा साहू, उमेश्वरी निषाद, तेज प्रकाश ध्रुव इत्यादि सैकड़ों महिलाएं संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित हुए और बढ़ती महंगाई में कम पेमेंट पर काम करने में हो रही दिक्कत को बताते हुए मानदेय बढ़ाने की मांग रखी। उन्होंने मांग पत्र सौपते हुए बताया कि बैंक मित्र को मात्र महीने का 2500 ? मिलता है और मानदेय राशि भी पांच महीने बाद मिलता है। ऐसे में वह अपनी परिवार तथा खुद का खर्चा कहां से करें। रोजाना बैंक के समय सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक पूरी जिम्मेदारी के साथ आजीविका मिशन के कार्यों में डटे रहते हैं। वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में कार्यरत बैंक मित्र के कार्यों की हर कोई सराहना करते हैं लेकिन खुद वेतन के नाम पर कम राशि में काम कर गुजारा कर रहे हैं जिससे इनकी आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। इसी तरह से बुक कीपर को मात्र ?2200 मासिक राशि दी जाती है। एफएलसीआरपी को ?5000, सक्रिय महिला, पशु सखी, कृषि मित्र, एकेएम, को महज 1500 रुपया मानदेय मिलता है। ?1500 मासिक के आधार पर 1 दिन के हिसाब से लिया जाए तो मात्र ?50 में काम कर रही है इतनी कम राशि पर जीवन यापन करना बहुत मुश्किल जा रहा है। इन बहनों ने बताया कि एक सखी को 5 पंचायतों में कार्य करने की जिम्मेदारी दी जाती है इसके लिए वह 15 से 20 किलोमीटर तक की दूरी तय करते हैं इस दौरान आने जाने में परेशानी, परिवहन में दिक्कतें होना स्वाभाविक है इनके साथ ही कलस्टर अंतर्गत समूह निर्माण, समूह का बैठक करना, पुस्तक संधारण करना, पुस्तक संसाधन का प्रशिक्षण करवाना, ग्राम संगठन और समूह का ऑडिट करना एमसीपी फॉर्म भरना, आर एफ फॉर्म भरना, ग्राम संगठन के सभी कार्य में सक्रिय भागीदारी किसान ग्राम गौठान आजीवका गतिविधि एवं पंचायत में सर्वे का कार्य हम सभी द्वारा क्रेडरों के द्वारा किया जाता है इसके साथ ही ब्लॉक और कलक्टर द्वारा अन्य टारगेट भी दिया जाता है जिसे यह बहने भली-भांति पूरी ईमानदारी के साथ पूर्ण करते हैं। इनकी मेहनत से हर कोई वाकिफ है लेकिन मानदेय को बढ़ाने पर अभी तक किसी ने विचार नहीं किया नतीजा मजबूरन इन बहनों ने जिला कलेक्टर को आवेदन देकर गुहार लगाई है।
जिले के पांचों ब्लॉक से पहुंचे
परिवार चलाने की चिंता इन आजीविका मिशन बिहान क्रेडर की बहने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है वैसे बता दे इनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर है जिसके चलते सारी बहनें पूरी लगन के साथ काम तो कर रही है लेकिन आशानुरूप मानदेय नहीं मिलने से अत्यंत चिंतित है। जिले के पांचों ब्लॉक फिंगेश्वर, देवभोग, गरियाबंद, छुरा, मैनपुर से पहुंचे हुए थे। कलेक्टर साहब को ज्ञापन सौंपकर आश्वस्त है कि मानदेय पर बढ़ोतरी के लिए विचार किया जाएगा। और परिवार चलाने योग्य मानदेय देकर इन्हें सम्मानित जरूर करेगी।

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