महिलाओं के प्रति सरकार असंवेदनशील, बजट में महिला स्वरोजगार एवं सुरक्षा की कोई घोषणा नहीं:भावना
कवर्धा । विधानसभा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया गया। इस प्रस्तुत बजट को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री एवं जिला पंचायत कबीरधाम की सभापति भावना बोहरा ने कहा कि राज्य सरकार के घोषणा पत्र में किये गए खोखले वादों की तरह यह बजट भी खोखला है। एक बार पुन: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं को अनदेखा किया गया और बजट में उनके स्वरोजगार एवं सुरक्षा को लेकर कोई भी बड़ी घोषणा नहीं की। भावना बोहरा ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में राज्य सरकार की उदासीनता के चलते प्रदेश के लाखों परिवारों को उनका आवास नहीं मिल पाया जिसके लिए भाजपा निरंतर संघर्ष कर रही है। बजट में आवास योजना में राज्य सरकार की सहभागिता को लेकर घोषणा होने का जनता को इंतजार था लेकिन उनकी यह आस भी धराशायी हो गई। शिक्षित युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बार पुन: प्रदेश के युवाओं को छलने के लिए बेरोजगारी भत्ता देने की झूठी घोषणा की है। चुनाव के पूर्व उन्होंने अपने घोषणा पत्र में कई अहम व बड़ी घोषणाएं की लेकिन आज तक उनमें से कई घोषणाएं अधूरी हैं और जिन्हें पूरा करने का दवा कर रहें हैं उनकी जमीनी हकीकत से पूरे प्रदेश की जनता भलीभांति परिचित है। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा तो मुख्यमंत्री जी ने कर दी लेकिन उसके पीछे उन्होंने जो पात्रता रखीं हैं उसकी भी जानकारी उन्हें सार्वजनिक रूप से बजट भाषण में करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी की अधिकतम दो वर्ष तक युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। हाथ में गंगाजल लेकर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करने का वादा करने वाली राज्य सरकार शराब की होम डिलीवरी दे रही है। शराबबंदी को लेकर भी कोई चर्चा व घोषणा नहीं करना यह छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार छलावे को चरितार्थ करता है। विगत 3-4 माह से अनुकम्पा नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठीं बहनों की पीड़ा देखकर भी मुख्यमंत्री जी का दिल नहीं पसीजा। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं केवल जनता को छलने वाला बजट है।