हिन्दू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा पहुंचीं बीजापुर, भव्य स्वागत के साथ जयकारों से गंूजा शहर
बीजापुर । भद्रकाली के मां भद्रकाली मंदिर में शनिवार के हवन और हनुमान चालीसा के साथ शुरू हुई इस यात्रा का नेतृत्व स्वामी प्रेम स्वरूपानंद जी महाराज ने किया। शहर प्रमुख मार्ग से गुजरने के दौरान लोगों ने आरती और पुष्पवर्षा के साथ पदयात्रा का स्वागत किया। नगर में पदयात्रा और संतों के आगमन ने पूरे शहर के माहौल को भक्तिमय बना दिया। पूरा शहर नम::शिवाय के जयकारों से गुंजायमान हो गया।
इस अवसर पर संत समाज द्वारा शहर में एक बैठक का आयोजन भी किया गया और इस बैठक में ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा हुई। चर्चा में कहा गया कि
मम दीक्षा हिन्दू रक्षा, मम मंत्र समानता -को चरितार्थ करने के लिए छत्तीसगढ़ प्रांत के चारों दिशाओं से हिन्दू स्वाभिमान जागरण एवं सामाजिक समरसता हेतु पूज्य संत समाज चार पवित्र स्थानों से पद यात्रा पर निकल रहे हैं। यह यात्रा प्रान्त के 33 जिलो से होकर गुजरेगी। जिसका उद्देश्य गिरिकंदराओ, वनों, ग्रामों, झुग्गी बस्तिओं एवं नगरों में निवास करने वाले हिन्दू समाज बन्धुओं के बीच संगत (सत्संग) और पंगत को माध्यम बनाकर, एकात्म एकरस संगठित हिन्दू समाज का प्रकटीकरण कर, हिन्दूभाव (स्वाभिमान) जागरण करना है। जो कि जाति-पाति भाषा पंथ क्षेत्र एवं राजनैतिक भेद भावों से उपर उठकर राष्ट्र निर्माण में अपनी अग्रणी भूमिका निभायेंगें। बैठक में उपस्थित पूज्य संतो ने हिन्दू समाज, पंथ व समाज प्रमुखों एवं सभी संगठनों से आह्वान किया है कि समाज में बढ़ती हुई विषमता, भेदभाव, जनसंख्या असंतुलन, धर्मान्तरण, गौ तस्करी, भूमि व लव जिहाद एवं धार्मिक, सांस्कृतिक आक्रमण, आदि समस्याओं के समाधान व जागरण हेतु संतो के नेतृत्व में कदम से कदम मिलाकर साथ चलने की अपील की। यात्रा का अगला पड़ाव बीजापुर के पश्चात् दंतेवाड़ा है।यात्रा प्रमुख सुधीर गौतम ने बताया प्रदेश के चरों धाम माँ महामाया,माँ बमलेश्वरी,माँ चंद्रहासिनी, माँ दंतेश्वरी के मंदिरों से संतो का पद यात्रा निकाला जाएगा, जिसका समापन रायपुर में होने वाला धर्म सभा में 19 मार्च को होगा। लगभग 551 किलोमीटर की तय कर यह पदयात्रा 18 मार्च को रायपुर पहुंचेगी। प्रदेश भ्रमण के बाद 19 मार्च को संत महासभा रायपुर में आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रदेश भर के संतों के अलावा दूसरे राज्य के संत भी शिरकत करेंगे।