छत्तीसगढ़

सफाई का ठेका लेने ठेकेदार रमन को झूठा शपथ पत्र देना पड़ा भारी

रिसाली । झूठा शपथ पत्र देकर रिसाली निगम क्षेत्र के लिए सफाई का ठेका लेने वाले ठेकेदार पीवी रमन को भारी पड़ गया। रिसाली नगर निगम की हुई एमआईसी की बैठक में रमन के सफाई ठेका को निरस्त कर दिया गया और अब उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। ज्ञातव्य हो कि गत सप्ताह रिसाली नगर निगम के विशेष सामान्य सभा में रमन द्वारा सफाई का ठेका लेने के लिए झूठा शपथ पत्र देकर सफाई का ठेका लिये जाने का मामला भाजपा के प्रखर पार्षद धर्मेन्द्र भगत सहित अन्य भाजपा पार्षदों द्वारा बड़े ही जोर शोर से उठाया गया और रमन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने पर अड़े रहे, इसके बाद सभापति केशव बंछोर द्वारा इसकी जांच के लिए एक समिति गठित की गई थी और उस समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की बात कही गई थी। अब निगम की जांच समिति द्वारा मामले की जांच के दौरान ठेका हथियाने झूठा शपथ पत्र दिये जाने की बात सही निकली। अब उसके बाद रिसाली महापौर शशि सिन्हा की अध्यक्षता वाली परिषद ने सफाई ठेका अंतत: निरस्त कर दिया। उक्त निर्णय आयुक्त आशीष देवांगन द्वारा गठित जांच टीम के प्रतिवेदन के आधार पर लिया गया। रिसाली निगम के सफाई ठेका पर सामान्य सभा में गहमागहमी होने के बाद मंगलवार को महापौर परिषद के सदस्यों ने मामले का पटाक्षेप कर दिया। जांच प्रतिवेदन से स्पष्ट हुआ कि सफाई ठेका लेने ठेकेदार पी.वी.रमन ने अपने शपथ पत्र में इस बात का उल्लेख नहीं किया है कि उसका नाम धमतरी निगम ने काली सूची में शामिल किया है। महापौर परिषद के सदस्यों ने इसे गंभीर आरोप मानते हुए ठेका ही निरस्त कर दिया। महापौर परिषद की बैठक में महापौर शशि सिन्हा, सभापति केशव बंछोर, परिषद के सदस्य चन्द्रभान सिंह ठाकुर, गोविन्द चतुर्वेदी, अनूप डे, चन्द्रप्रकाश सिंह निगम, सोनिया देवांगन, सनीर साहू, ईश्वरी साहू, परमेश्वर कुमार, आयुक्त आशीष देवांगन व विभाग प्रमुख उपस्थित थे। झूठा शपथ पत्र प्रस्तुत करने के मामले को महापौर परिषद के सदस्यों ने गंभीर माना। परिषद के सदस्यों ने कहा कि ठेकेदार ने निगम प्रशासन को गुमराह कर ठेका हासिल किया है। जानकारी छिपाने और झूठा शपथ पत्र देने के मामले में अपराध दर्ज कराया जाए। अब वार्ड पार्षद अपने निधि का उपयोग वार्ड की सुरक्षा के लिए भी कर सकते हैं। पार्षद अपनी निधि से अपने वार्ड में सी.सी. टीवी लगवा सकते हैं। इस कार्य की स्वीकृति के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। पाइप लाइन से रसोई गैस सप्लाई करने की कार्य योजना को अंतत: महापौर परिषद के सदस्यों ने हरी झंडी दे दी है। उक्त कार्य रूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित कर पूर्ण कराया जाएगा। इस कार्य का आरंभ करने से पहले एजेंसी को समस्त प्रकार के अनापत्ति प्रमाण पत्र लाकर निगम में पहले प्रस्तुत करना होगा। साथ ही गैस तैयार करने निगम के गोबर खरीदी केन्द्र से निर्धारित दर पर गोबर खरीदना अनिवार्य होगा।

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