रामाराम में मेला, मंत्री कवासी लखमा ने किए माता के दर्शन
सुकमा । जिले के रामाराम में भव्य मेला का आयोजन किया गया, जिसमें आसपास के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। माँ चिटमिट्टीन अम्मा देवी दर्शन कर भक्तों ने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। वहीं इस दौरान क्षेत्रीय विधायक व केबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने भी मेला स्थल पहुंच कर माता के दर्शन किए। विदित हो कि मेले की शुरूआत सुकमा माता मंदिर से होती है। जहां से देवी की डोली रामाराम मंदिर के लिए जमींदर परिवार, पुजारी व सेवको एवं स्थानीय लोगों के साथ देवी की डोली रामाराम मेला के लिए पहुंचती हैं। जहाँ रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन मेले का आयोजन होता है। रामाराम देवी के मंदिर प्रवेश के साथ विशेष पूजा अर्चना करने के साथ भव्य मेला की शुरुआत होती हैं, इसके बाद दूसरे दिन देवी की डोली पुन: सुकमा राजवाडा मंदिर पहुंचती है। जहां विशेष पूजा अर्चन कर मेले की शरूआत की जाती है। सुकमा जिला मुख्यालय से आठ किमी दूर प्रतिवर्ष की तरह लगने वाल रामाराम मेला इस वर्ष भी भव्य आयोजन के साथ लगा। रामाराम में माँ चि?टमिट्टीन अम्मा देवी दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्वालू बडी संख्या में पहुंचे रहे थे। लम्बी करते हुए दिखे। जहां पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामना के लिए प्रार्थना की। साथ ही यहां पहुंचे लोगों ने मेले का आनंद लिया। ज्ञात हो कि सुकमा जिले का यह सबसे बडा मेला होता है। इसके बाद ही सुकमा जिले में अन्य क्षेत्र में मेला मडाई की शुरूआत होती है। स्थानीय लोगों का अस्था का प्रमुख केन्द्र है। वहीं मेले में किसी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था। जगह जगह पुलिस तैनात रही। वही अति संवेदनशील क्षेत्र होने से पुलिस पूरी मुस्तैद रही। साथ यहां अपने श्रद्धालूओं यहाँ स्थिति पहाड के मनोरम दर्शय का भी खूब आनंद उठाये। साथ ही यहां पर काफी सालों बाद विदेशी सैलानी भी शामिल हुए और मेले का आनंद उठाते हुए देखने को मिला। मेले की रौनक दोपहर के बाद बड़ी। यहां तरह-तरह के खेल-खिलौनों और खाने- पीने की दुकानों पर बच्चे मगन रहे लेकिन बड़ों ने भी उन्हीं की तरह मेले में लुत्फ लिया। खिलौना बेचने वालों से बच्चों ने सीटी, खिलौना वाली मोबाइल, चश्मा, चेहरा, गुब्बारा, गुडिय़ा, चाभी वाले खिलौने खरीदे।