माघ पूर्णिमा पर सिरपुर में हुई दिव्य गंगा आरती

महासमुंद । माघ पूर्णिमा के अवसर पर सिरपुर में श्रीगंधेश्वर नाथ महादेव मंदिर के नीचे मंदिर के पुजारियों द्वारा दिव्य गंगा आरती की गई। इस दौरान हर हर गंगे, हर हर महादेव का जय घोष किया जाता रहा। मंदिर ट्रस्ट कमेटी व श्रद्धालुओं द्वारा आयोजित इस आरती में मेला में पहुंचे लोगों के अलावा ग्रामीणजनों ने हिस्सा लिया। गंगा आरती के पूर्व भाटापारा वाले भागवताचार्य सुरेंद्र गिरी गोस्वामी की भजन संध्या ने लोगों को मंत्रमुग्ध किया। मैनेजिंग ट्रस्टी दाउलाल चंद्राकर से संपूर्ण पूजन विधान बलदाऊ गिरी गोस्वामी ने पूर्ण कराया। मंदिरों से जुड़े पुजारी धर्मेंद्र गिरी गोस्वामी, अमन गिरी गोस्वामी, तोषन गिरि गोस्वामी, मेघराज गिरी गोस्वामी, हेमंत गिरी गोस्वामी ने मंत्रोच्चार के साथ गंगा आरती का शुभारंभ प्रार्थना पूर्वक पुष्प वर्षा कर की। पश्चात सभी पुजारियों ने शंखनाद, अद्र्ध जल आरती, मयूर पंख, वस्त्र, धूप से आरती करने के बाद एक लय में मां गंगे की दीप आरती और कपूर आरती कर जनकल्याण व सुख समृद्धि की कामना करते हुए मां गंगे से आशीष मांगा। इस दौरान पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर, ट्रस्ट कमेटी के नुकेश चंद्राकर, सुखीराम हिरवानी, मोहन वर्मा, बाबूलाल ध्रुव, थनवार यादव, सिरपुर के पंडित नारायण प्रसाद शर्मा, अरुण चंद्राकर, सृष्टि चंद्राकर, पुष्पा यादव, प्रभा जैन, संजय शर्मा, भागवत साहू, मेला प्रभारी पटेवा के तहसीलदार आदि मौजूद थे। आरती पश्चात उपस्थित जनों को अरुण चंद्राकर की ओर से प्रसाद वितरण किया गया। सिरपुर में प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा से लेकर महाशिवरात्रि तक मेला भरता है। जिसमें श्रद्धालु दूर दूर से शामिल होने पहुंचते हैं। यहां प्राय: सभी समाज की मंदिरें है, जहां सामाजिक जन अपने-अपने मंदिरों में एकत्र होकर वार्षिक अधिवेशन करते हैं। जिसके कारण पूरे 15 दिनों तक यहां के मंदिरों में आवाजाही बनी रहती है और बाबा गंगेश्वर नाथ का दर्शन लाभ लेते हैं। माघ पूर्णिमा के अवसर पर महानदी में धार कम होने के कारण जल संसाधन विभाग द्वारा समोदा बैराज से जल छोड़ गया था। इसके अलावा गंधेश्वर मंदिर तट पर धार बनाई गई थी। इस बार चुनाव के कारण जिला प्रशासन द्वारा सिरपुर महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया। किंतु परंपरागत तौर से भरने वाले मेला की व्यवस्था में पुलिस प्रशासन की चाकचौबंध व्यवस्था रही।