शारदीय नवरात्र पर दमक रहा है मां दंतेश्वरी का दरबार
दंतेवाड़ा । शारदीय नवरात्र का आज दूसरा दिन है। बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी देवी के मंदिर में आज माता के दूसरे स्वरूप मां ब्रम्हचारिणी देवी की पूजा हुई। नवरात्र के पहले दिन से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की बेतहाशा भीड लगी हुई है। सुबह से देर रात तक श्रद्धालु कतार लगाकर माता के दर्शन करते रहे। मंदिर के ज्योति कलश भवन में इस साल भक्तों द्वारा घी व तेल मिलाकर करीब 9410 मनोकामना ज्योत जलाए गए हैं। मां दंतेश्वरी मंदिर कारीडोर के बन जाने से अब मंदिर की भव्यता देखते ही बन रही है। नवरात्रि पर मंदिर समेत पूरा कारीडोर परिसर को जगमग रोशनी से सजाया गया है। शाम होते ही जब लाईटें जलती है तो मंदिर व कारीडोर व रीवर फ्रंट की भव्यता देखते ही बनती है। छ0ग0शासन ने करोडों खर्च कर जयस्तंभ चौक से लेकर मंदिर के प्रवेश द्वार तक भव्य कारीडोर का निर्माण किया है तो वहीं डंकनी नदी तट पर रीवर फ्रंट बनाकर पूरे मंदिर परिसर को लाल पत्थरों से पाट दिया है। जिसकी भव्यता देख हर कोई अभिभूत है। शक्तिपीठ दंतेवाड़ा में हर वर्ष शारदीय नवरात्र पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु व पदयात्री मां दंतेश्वरी के दर्शन पूजन के लिए दंतेवाड़ा पहुंचते हैं। नवरात्र के प्रथम दिन से ही मंदिर में सैकडों श्रद्धालुओं की भीड रही। भीड को सम्हालने के लिए जिला प्रशासन ने व्यवस्था पूरी तरह से दुरूस्त कर रखा है। बडी संख्या में पदयात्री भी पहुंचते हैं इसलिए पदयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसका भी पूरा ख्याल रखा गया है उनके लिए अलग से रूट तैयार किया गया है। करीब 6 हजार की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा दीप प्रज्जवलित की गई है। सुबह से ही माता के दर्शन करने श्रद्धालुओं की भीड़ कतार में लग जाती है दर्शन का सिलसिला देर रात तक चलता रहता है। दूर दराज क्षेत्रों से हर रोज सैकडों की संख्या में श्रद्धालु दंतेवाड़ा माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। पूरा शहर इन दिनों माता के भक्ति में समाहित हो गया है हर तरफ माता के जयकारे लग रहे हैं। पदयात्रियों का जत्था भी पहुंच रहा है। सैकडों पदयात्रि पैदल चलकर माता के दरबार में आ रहे हैं। जैसे जैसे दिन बढेगा श्रद्धालुओं एवं पदयात्रियों की संख्या में और ज्यादा इजाफा होगा । जिसके मददेनजर मंदिर समिति ने व्यवस्था भी उसी तरह से किया हुआ है। नवरात्र पर हर वर्ष नगर में मेला का भी आयोजन होता है। दूर दराज से व्यापारी अपनी अपनी दुकानें लगाते हैं । माता के दरर्शन पूजन के बाद श्रद्धालु मेला का आनंद भी उठा रहे हैं। वहीं हर शाम मंदिर परिसर में अलग अलग तिथि पर सांस्कृति संध्या जगराता का भी कार्यक्रम आयोजित की जा रही है जिसे देखने सुनने भी काफी भीड़ लग रही है। पदयात्रियों के ठहरने के लिए भी जगह जगह टेंट आदि की व्यवस्था मंदिर समिति ने किया है। पंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
हर वर्ष नवरात्र पर सबसे ज्यादा श्रद्धालु पंचमी पर ही आते हैं। करीब एक किमी से ज्यादा की लंबी लाइनें लगती है घंटों लोगों को माता के दर्शन के लिए कतार में खडे रहना पड़ता है। भव्य कारीडोर बन जाने के बाद अनुमान है कि इस वर्ष नवरात्र के पनंमी पर करीब दो से ढाई लाख श्रद्धालु दंतेवाड़ा पहुंचेगे। जिला प्रशासन एवं मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील किया है कि माता की नगरी में सफाई एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने में सभी लोग अपना योगदान दें। व्यवस्था अगर सही बने रहेगा तो दर्शन भी लोगों को आसानी से मिलेगा। अव्यवस्था होने से अन्य लोगों को भी परेशानी होती है।