भाजपा नेता के बेटे ने साथियों के साथ अस्पताल में दिखाई दबंगई
भिलाई । भिलाई चरोदा निवासी भाजपा नेता राजीव चौबे के बेटे अभय चौबे ने आज सुबह अपने चार दोस्तों के साथ सुपेला के लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल में जमकर दबंगई दिखाई है। इलाज के लिए नियम अनुसार पर्ची बनाने को कहने पर गुस्साए अभय और उसके साथियों ने पहले वार्ड बॉय और फिर हस्तक्षेप के लिए आए पुलिस जवान को पीटा। इतना ही नहीं महिला चिकित्सक से बद्तमीजी करते हुए तोड़फोड़ करते हुए हॉस्पिटल परिसर को नुकसान पहुंचाया गया। मामले में पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लिया है। वहीं अभय और एक युवक मौके से भाग निकलने में सफल हो गए जानकारी के अनुसार कभी पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे के करीबी रहे भाजपा नेता राजीव चौबे का बेटा अभय चौबे ( 24 वर्ष ) अपने एक चोटिल दोस्त का इलाज कराने आज सुबह बिना नंबर की स्कार्पियो गाड़ी में सुपेला के शास्त्री हॉस्पिटल में आया। अभय के साथ गौतम सिंह राजपूत पिता सूर्यभान सिंह राजपूत ( 21 वर्ष ) शांति पारा गतवा तालाब पार भिलाई-3, सागर पटेल पिता स्वर्गीय रामलाल पटेल ( 20 वर्ष ) शांति पारा गतवा तालाब के पास भिलाई-3, मुन्ना निवासी भिलाई-3 एवं स्कोर्पियो का चालक गिरीश साहू पुरैना भिलाई-3 निवासी सुबह 6 बजे हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पर वार्ड बॉय अंशु चौहान ने 23 नंबर काउंटर से पर्ची बनाकर लाने को कहा। यह बात अभय चौबे को नागवार गुजरी। दरअसल, अभय के पिता राजीव चौबे का नाम चरोदा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में सुमार है। वहीं जिला भाजपा की ओर से गठित चरोदा मंडल भाजयुमो में अभय खुद भी उपाध्यक्ष है। लिहाजा उसने तैश में आकर वार्ड बॉय से कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार है और बिना पर्ची बनाए ही इलाज होना चाहिए। वार्ड बॉय ने काफी समझाने की कोशिश की लेकिन अभय और उसके दोस्त हाथापाई में उतर गए। इस दौरान पुलिस कर्मी संगम ने भी आकर अभय और उसके दोस्तों को समझाने की कोशिश की। जब बात नहीं बनी तो संगम अपने वरिष्ठ अधिकारी को फोन लगाने लगा। यह देखकर अभय और उसके दोस्तों ने उससे भी मारपीट किया। इसके बाद अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया। मामले में पुलिस ने गौतम सिंह राजपूत, सागर पटेल और मुन्ना को हिरासत में लिया है। जबकि अभय और गिरीश साहू फरार बताए जा रहे हैं सुपेला हॉस्पिटल के अधीक्षक पीयाम सिंह ने बताया कि घटना के बाद आक्रोशित स्टाफ ने काम बंद कर दिया है। केवल इमरजेंसी को चालू रखा गया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता कांड के बाद वैसे ही चिकित्सकीय स्टाफ अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में जिस तरीके की घटना आज यहां हुई है वह दुर्भाग्य जनक है। आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी होनी चाहिए अतरिक्त पुलिस अधीक्षक ( शहर ) सुखनंदन राठौर ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मामले में पांच युवकों के नाम सामने आए हैं जिनमे से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर व स्टॉफ नर्स के काम बंद कर देने के बाद मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है