आयुर्वेद औषधालय कुम्हाररास हुआ जर्जर, शौचालय की भी व्यवस्था नहीं
दंतेवाड़ा । जिले में आयुर्वेद औषधालयों का हाल किस कदर बेहाल है इसकी बानगी देखनी हो तो जिला मुख्यालय से केवल 5 किमी दूर कुम्हाररास के आयुर्वेद अस्पताल में जाकर देखा जा सकता है। यहां स्थित औषधालय काफी पुराना होने से पूरा भवन जर्जर हो चुका है। औषधालय का नवीनीकरण हेतु कई बार कहा जा चुका है मगर आज तक आयुष विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा जिसके चलते कुम्हाररास आयुर्वेद औषधालय की स्थिति दिन प्रतिदिन और भी ज्यादा बदहाल होती जा रहा है।
आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर कुम्हाररास की बिल्डिंग 1986 की बनी हुई है करीब 4 दशक पहले बनी भवन में आज भी औषधालय संचालित हो रहा है। आलम यह कि अत्यधिक पुराना भवन होने से औषधालय की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है। यहां कि खिडकी दरवाजे खराब होकर टूटने उखडने लगे हैं। वायरिंग भी पुरानी हो चुकी है कई जगह से वायरिेंग कट जाने से बारिश में करेंट लगने का खतरा हमेशा बना रहता है। औषधालय की सबसे बड़ी समस्या यह कि यहां शौचालय तो है मगर बहुत ही पुराना व जर्जर हो चुका है शौचालय के अंदर काई व गंदगी जमी होने से शौचालय उपयोग लायक नहीं रह गया है। औषधालय के आंगन परिसर में पानी की निकासी नहीं होने से बारिश का पानी रूक जाता है पानी के रूकने से पूरे परिसर में काई जम जाता है जिससे हमेशा मरीजों एवं औषधालय में कार्यरत स्टाफ के फिसलकर गिरने का खतरा बना रहता है। बीते साल औषधालय में पदस्थ महिला डॉक्टर रश्मि पाण्डे आंगन में जमी काई के वजह से फिसलकर गिर गई थी जिससे उनके कमर का हड्डी फ्रेक्चर हो गया था। इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी अब तक परिसर को दुरूस्त नहीं करवाया गया है । अभी बारिश का मौसम है बारिश का पानी अब भी परिसर में रूका हुआ है और फिसलन का हमेशा खतरा अब भी बना रहता है। सबसे ज्यादा परेशानी गांव के बुजुर्ग महिला पुरूषों को होती है औषधालय में आने से मरीजों के फिसलकर गिरने का खतरा हर वक्त बना रहता है। इस ओर जिला आयुर्वेद अधिकारी का ध्यान नहीं है। शौचालय की मरम्मत भी नहीं कराये जाने से मरीजों को एवं स्टाफ कर्मचारियों को शौचालय आदि के लिए बाहर जंगल में जाना पड़ता है काफी परेशानी होती है।
कुल मिलाकर कहें तो कुम्हाररास का आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर केवल नाम का रह गया है। वेलनेस सेंटर का सेटअप केवल कागजों में ही सीमित है। यहां ऐसी कोई भी सुविधा मरीजों को नहीं मिल रही जो वेलनेस सेंटर में होनी चाहिए जिसका मरीज हकदार है।
क्या कहते हैं जिला आयुर्वेद अधिकारी-
– जब मैं कुम्हाररास औषधालय में पदस्थ थी तो विभागीय अधिकारी कुम्हाररास औषधालय विजिट में आए थे उसी दौरान मैने औषधालय को डिसमेंटल कर नया बनाने की मांग की थी मगर उच्चाधिकारियों ने भवन का मुआएना करते कहा था कि अभी भवन तोड़कर नया बनाने की स्थिति नहीं बनी है। रही बात शौचालय के रिपेयर की तो कलेक्टर सर को एक सप्ताह पहले ही पत्र लिखा गया है। कुम्हाररास के सरपंच से भी बात हुई है उन्होने शौचालय मरम्तर करने पर अपनी सहमती दी है। औषधालय उन्नयन के लिए हमारे पास 10 हजार का फण्ड रहता है आवश्यक हुआ तो उस पैसे को भी औषधालय मरम्मत के लिए खर्च में लेंगे।
(रामेश्वरी पैंकरा) जिला आयुर्वेद अधिकारी, दंतेवाड़ा