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छत्तीसगढ़

जन्माष्टमी पर गौ माता की पूजा कर खिलाया गुड़ एवं मीठी पूरी

दंतेवाड़ा । टेकनार में पशुधन विकास विभाग के देखरेख में संचालित गौ संवर्धन एवं शोध केंद्र में जन्माष्टमी के पावन अवसर पर गौशाला संचालित करने वाली गायत्री परिवार समिति द्वारा गौशाला में एक कुण्डीय गायत्री महायज्ञ कर गौ माताओं का पूजन आरती कर उनके संवर्धन एवं रक्षा का संकल्प लिया गया।
सर्वमान्य है कि द्वापर युग में जब श्रीकृष्ण अवतार लेकर धरती पर आये थे तो उस दौरान गायें भगवान कृष्ण के साथ हमेशा रहा रहा करती थी। बगैर गौ माताओं के कृष्ण कहीं भी नहीं जाते थे उनके साथ गायों का झुण्ड हमेशा आगे पीछे चला करता था इसलिए कृष्ण को गोपाल भी कहा जाता है। गौ माताओं के बीच रहना एवं गौपालन करना ही भगवान का सबसे प्रिय कार्य था। इसलिए जन्माष्टमी के अवसर पर गायों की पूजा हर गौसेवक व पशुपालन करने वाले लोग करते हैं। इसी शुभ अवसर पर टेकनार स्थित गौशाला में जन्माष्टमी पर गौशाला में रहने वाले गौ माताओं का पूजन किया गया। गायत्री महायज्ञ उपरांत गायों की आरती उतारी गई। उनके माथे पर भभूती का तिलक किया गया इस अवसर पर सभी गौ माताओं को गायत्री परिवार के सदस्यों ने गुड एवं मीठी पूरी खिलाकर गौ माताओं का आर्शीवाद प्राप्त कर उनकी रक्षा करने का संकल्प भी लिया। गौरतलब है कि वर्तमान में टेकनार गौशाला गायत्री ट्रस्ट दंतेवाड़ा के सानिध्य में संचालित हो रहा है। गायत्री परिवार के लोग दिन रात गौशाला में सेवा देकर गौ माताओं की देखभाल कर उन्हें चारा दाना, नहलाना, गौशाला की साफ सफाई आदि कार्य कर रहे हैं। जन्माष्टमी कार्यक्रम के अवसर पर जनपद पंचायत सीईओ सुश्री क्रांति ध्रुव के साथ गौशाला के सदस्य डीआर बघेल, नीलम सिंह ठाकुर, श्रीमती दिप्ति ठाकुर, गुरू बन्धु सिन्हा, त्रिपुरारी सिंह मंडावी, बीसाराम नेताम, दिवाकर भुईआ, आरएस नागेश, गम्मूलाल यादव, श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा आदि शामिल रहे। कार्यक्रम उपरांत उपस्थित सभी भक्तों के लिए गौशाला में भोजन प्रसाद की व्यवस्था भी समिति द्वारा की गई थी।

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