उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जरूरी उपाय सुनिश्चित करें
फिंगेश्वर । गरियाबंद जिला कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी उपाय निश्चित करने की निर्देश दिया है. कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय. गरियाबंद में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का जिले में सफल क्रियान्वयन हेतु आयोजित समीक्षा बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए हैं. बैठक में कलेक्टर ने सभी के लिए शिक्षा हेतु प्रारंभ की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अनुशंसित उल्लास में भारत साक्षरता कार्यक्रम के जिले में सफल क्रियान्वयन हेतु किए जा रहे हैं उपाय को भी विस्तृत समीक्षा की. उल्लेखनीय है कि केंद्र परिवर्तित योजना उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को शत प्रतिशत साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.उन्होंने आगे कहा कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु निर्धारित लक्ष्य एवं रणनीति के संबंध में जिला स्तरीय नोडल अधिकारी के अलावा विकासखंड स्तरीय नोडल अधिकारियों से अधिकारियों से एंट्री कार्य से आ रही परेशानियों के संदर्भ में जानकारी ली. उल्लास केंद्र तथा शिक्षार्थियों एवं स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन उल्लास कार्यक्रम हेतु वातावरण निर्माण, प्रवेशिका निर्माण, पठन पाठन सामग्रियों की व्यवस्था, कुशल प्रशिक्षकों एवं स्वयंसेवी ही प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण तथा उल्लास केंद्रों का संचालन आदि की विस्तृत समीक्षा की.जिला शिक्षा अधिकारी व सचिव साक्षर भारत ए. के.सारस्वत ने कहा कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 15 वर्ष तक प्रोत्साहित करना है और इससे अधिक आयु में गैर साक्षर लोगों के बीच साक्षरता को बढ़ावा देने में सहायता करना है इसके तहत 2022-23 से 2026-27 तक के लघु अवधि के दौरान पूरे देश में 5 करोड़ गैर साक्षरों को कवर किया जाएगा. उन्होंने आगे अधिकारियों से जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने की गई तैयारी में संबंध जानकारी लेते हुए इस कार्य को अभियान चलाकर पूरा करने को कहा.इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी साक्षर भारत बुद्धविलास सिंह, डीएमसी के.एस.नायक सहायक सांख्यिकी अधिकारी श्याम चंद्राकर,ए. पी. सी. मनोज केला,प्राचार्य वंदना पांडे सहित जिले के पांचो विकासखंड के समन्वयक उपस्थित थे।