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छत्तीसगढ़

बिजली की दरों में वृद्धि और अघोषित कटौती के विरोध में कांग्रेसियों ने दिया धरना, सौंपा ज्ञापन

तिल्दा-नेवरा । लगातार बिजली की आंख मिचौली चल रही है।वहीं प्रदेश सरकार द्वारा एकतरफा विधुत की दरों में भी बढ़ोतरी की जा रही है। जिसका असर गरीब उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ेगा। उन्हें बिजली के बढ़े दरों की मार झेलनी पड़ेगी। प्रतिदिन हो रहे विधुत की कटौती से न तो पंखा, कूलर व एसी चल पा रहे हैं और ना ही मोटर पम्प इत्यादि जिससे पेयजल संकट भी गहराता दिख रहा है। इस अघोषित कटौती को लेकर न तो विधुत विभाग के जिम्मेदार गम्भीर हैं ना ही भाजपा के जनप्रतिनिधि जिससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली कटौती और बिजली दर में वृद्धि को लेकर तिल्दा नेवरा में कांग्रेसियो ने शैलैष नितिन त्रिवेदी के नेतृत्व में तहसीलदार को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौपा।
पूर्व सीएम की योजना को सराहा : कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती के कारण जनता परेशान है.पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बिजली बिल हाफ की योजना चलाई थी.जिसे वर्तमान सरकार ने बदलते हुए बिजली ही हाफ कर दी है.भाजपा के विधायक सहित भाजपा नेता अपने-अपने घरों में इन्वर्टर लगा आराम से चैन की नींद सोते हैं, लेकिन आम जन की गर्मी में क्या हालत हो रही है, इससे उन्हें क्या लेना देना है। प्रदेश में जनता को बिजली की दरों से भूपेश सरकार ने राहत दी थी.लेकिन विष्णुदेव साय सरकार के आते ही, जनता को राहत देने के बजाय बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर दी गई. ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से भीम सेन भोजवानी, दिलीप देवांगन, शरद वर्मा, सनत सेन, ओम ठाकुर, अजितेश शर्मा, अनूप रवानी, देवेंद्र वर्मा, जितेंद्र सेन, सुनील सोनी, के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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