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छत्तीसगढ़

लम्पी वायरस से तमता में किसानों के 3 मवेशियों की मौत

पत्थलगांव । मवेशियों मे फैले लंपी वायरस ने तमता मे किसानो के तीन मवेशीयों की जान ले ली। इधर पशुधन विभाग लंपी वायरस से बचाव के टीकाकरण मे जुटा हुआ है। पशुधन विभाग द्वारा बिमारी से ग्रसित पशुओ का ईलाज के साथ जिन पशुओ मे बिमारी नही फैली है,उनका टीकाकरण किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार तमता के नाकापारा मे दर्जनों मवेशी लम्पी रोग से ग्रसित है वर्तमान मे वहा 3 मवेशीयों की मौत हो चुकी है। तमता नाका पारा के किसान रुकमड यादव के 2 बछड़े लंपी वायरस से ग्रसित होकर मौत के मुंह मे चले गये। वही नाकापारा के ही कृषक पंकज यादव की 1 गाय भी लंपी वायरस का शिकार होकर मौत के मुंह मे समा चुकी है। नाकापारा के रहने वाले हरी शंकर यादव ने बताया कि उनके पास दो नग गाय है जो अभी लंपी वायरस से ग्रसित होकर गंभीर बिमारी से जुझ रही है। उनका कहना है कि घातक अवस्था मे लंपी वायरस के फैलने के बाद भी विभाग पूरी सर्तकता के साथ इस दिशा मे काम नही कर रहा,परंतु विभागीय अधिकारीयों से मिली जानकारी के अनुसार लंपी वायरस के लिए पर्याप्त मात्रा मे वैक्सीन की सप्लाई हो चुकी है,जिसके तहत स्वस्थ मवेशीयों का टीकाकरण कर उन्हे बचाने की कोशिश की जा रही है। विभाग के अनुसार जिन मवेशीयों मे यह बिमारी लग चुकी है,उनका उपचार किया जा रहा है,इधर ग्रामीण लगातार मवेशीयों मे लंपी वायरस फैलने से भयभीत नजर आ रहे है। तमता के अलावा सटे ग्रामो मे भी लंपी वायरस ने दर्जनो पशुओ को अपनी चपेट मे ले लिया है। दरअसल लंपी वायरस देखते ही देखते तेजी से मवेशीयों को अपनी जकड मे ले रहा है,जिसके बाद मवेशी अस्वस्थ होकर कुछ दिनो के भितर ही प्राण त्याग रहे है। खेती किसानी का समय के दौरान मवेशीयों मे लंपी वायरस फैलने से कृषको मे काफी निराशा छायी हुयी है,उनका कहना है कि जल्द ही इस बिमारी पर समुचित रोकथाम नही होगी तो किसानो के मवेशी असमय ही मरते रहेंगे,जिससे उन्हे पशुधन का नुकसान उठाना पड रहा है।

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