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छत्तीसगढ़

रेत चोरों का साथ देने वाले सरपंच सचिव को नोटिस जारी

राजिम । यह दोनों खबरे राजिम विधानसभा की है।जो अंचल सहित पूरे जिले और सोशल मीडिया में खूब छाई हुई हैं। यह दोनों शर्मनाक हरकत शांत रहने वाले गरियाबंद जिले में घटित हु आ है।और धीरे धीरे जिले रेत चोरों जरिए अपराधीकरण हावी हो रहा है।और राजिम आसपास के ग्राम पंचायत में आतंक मचाने वाले रेत चोरों की है जो कई सालों से पैरी नदी और महानदी सरगी नदी में अवैध रेत घाटों का संचालन कर रहे हैं।बीते दिनों खबर संकलन करने गए एक यूट्यूबर नागेंद्र निषाद को सारे आम बीच रोड़ में पीटा गया।इसके अलावा खबर प्रकाशन के बाद धमकाना, गाली गलोज करना,एस्ट्रोसीटी एक्ट में फसाने और मारपीट पर उतारू होना सहित अप्रिय घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में रहते है । फिलहाल यह खबर जमकर वायरल हो रहा है।जिसमे एक यू ट्यूबर को पीटा जा रहा है।भाजपा शासन काल में राजिम विधान सभा में घटित।इस घटना से कांग्रेशियो को चुटकी लेने का मौका मिल गया है ।और तरह तरह की बाते की जा रही है।साथ जिला प्रशासन ने राजिम आसपास के सिधोरी ,चौबे बांधा, रावड़, ,हथखोज , परसदा जोशी ग्राम पंचायत के सचिव सरपंचों को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।और।संतुष्टि प्रद जवाब नहीं देने की सूरत में धारा 40 की कार्यवाही पर विचार करने की बात कही गई है।साथ ही शिव मंदिर में हुए तोडफ़ोड़ का एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है और आरोपी फरार चल रहा है।इस प्रकार यह दोनों घटनाएं गंभीर है। जो राज्य सरकार के सुशासन व्वस्था पर प्रश्न चिन्ह लगा। रहा है ।साथ ही भविष्य के लिए चिंता का विषय है क्योंकि ईससे पहले कभी भी गरियाबंद जिले में किसी भी देवस्थान पर तोडफ़ोड़ नहीं हुआ है पर यह दूतकैईया गांव का यह घटना लोगो को सोचने पर विवश कर दिया है। भगवान राजीव लोचन के क्षेत्र में देवो के देव महादेव सुरक्षित नहीं है हाला की दोनो मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।और कार्यवाही की उम्मीद जताई जा रही है ।पर जिस तरह गांव गांव चौक चौराहों में लोग शिव मंदिर में पूजा पाठ कर रहे है ऐसे में शिव भक्तों के लिए यह दुखी खबर साबित हुआ पर भविष्य में पुनरावृत्त न हो इसके लिए सरकार ठोस कदम उठाना चाहिए। शिव मंदिर में हुए तोडफ़ोड के खिलाफ वा आरोपियों के खिलाफ ग्रामीणों आक्रोश है और ठोस कार्रवाई के लिए कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया है और दूसरी ओर अवैध रेत घाट में रेत चोरों द्वारा दिन रात 24 घंटा अवैध खनन किया जा रहा है। रोज सैकड़ों हाईवा गाड़ी बेखौफ दौड़ रही है। इसी को लेकर राजिम अंचल के कुछ पत्रकार चौबे बंधाघाट में खबर संकलन करने गए वापसी में कुछ लोगो ने रास्ता रोक कर बेशर्म के डंडे युटुबर की पिटाई कर दी जानकार बताते हैं कि साथ में कुछ और प्रेस वाले थे जो मौका देखकर भाग निकलने में कामयाब हो गए नही तो उनकी भी खैर नहीं था यूट्यूबर पकड़ा गया जिस पर रेत चोरों के गुर्गों ने पूरा गुस्सा उतार दिया इस घटना के बाद कई पोर्टलों और समाचार पत्रों में लगातार खंबरे प्रकाशित की गई साथ ही राजिम विधायक द्वारा खनिज विभाग और कलेक्टर को कार्रवाई के लिए बोले गय तब जाकर कार्यवाही हुई । और बकायदा जिला प्रशासन ने खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही को लेकर प्रेस नोट भी जारी किया गया। और केवल हाईवा गाडिय़ों को पकड़े जबकि लगभग 8 अवैध रेत खदानों में दर्जन भर चैन माउंटेन चल रहा था।एक भी चैन माउंटेन पर कोई कार्यवाही नहीं। होना यह मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है। दूसरी बात क्या विधायक के कहने पर सोया हुआ विभाग जगा और 16 गाडिय़ों पर कार्रवाई की आखिर खनिज विभाग और जिला प्रशासन कौन से मंदारी का बंदर है और किसके इसरो पर नाच रहा है जो खुद के निर्णय नही कर पा रहा है।ना ही कार्यवाही कर पा रहा है। जबकि महीनों से चल रहे अवैध खदान पर किसी मुंह नही खुला ना ही कोई कार्रवाई की अब जब हल्ला ज्यादा होने लगा तब कौन अपनी इज्जत बचाने हेतु दिखावे का कार्यवाही शुरू किया है। ऐसे में एक यूट्यूबर की पिटाई और पत्रकारों के लिए जिले में आसामाजिक तत्वों द्वारा जो माहौल तैयार किया जाता रहा है उसके खिलाफ अब सभी पत्रकारों को एक मंच पर आना होगा तथा ऐसे अवैध कार्यों के लिए आवाज उठाने की जरूरत है क्योंकि एक कलाम की सिपाही को पहले ही अपनी जान गवानी पड़ी थी।जिसका आज तक इसके परिवार को न्याय नही मिला है। अगर भविष्य में किसी कलम के सिपाही के ऊपर प्राण घातक जानलेवा हमला होता है । कौन जिम्मेदार होगा। तो क्या अब वक्त आ गया है की जिला जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन की जाए नहीं तो पत्रकारों के खिलाफ ऐसी घटनाएं होती रहेगी और जिले में पत्रकार सुरक्षित नहीं रहेंगे ना ही सच्चाई को समाज के सामने ला पाएंगे इस घटना से पूरा पत्रकार जगत आक्रोशित है।और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही सभी अवैध रेत खदानों पर प्रतिबंध लगाया जाय ।

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