https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता,इंसान सहित जीव-जंतु भी हलाकान

राजिम/पांडुका । बे मौसम बारिश ने किसानों के किए किराए पर पानी फेर दिया है साथ ही चिंता भी बढ़ा दी है धान की कटाई अभी बचा हुआ है खेतों में खड़ी फसल तो पूरी तरह चौपट हो ही रहे साथ है किसानों के द्वारा खलिहान में रखे धान की समय पर मिजाई नहीं होने से तिरपाल या झिल्ली में ढक के रखे हुए हैं तो वही कुछ खलिहान में धान के बाली लगे ग_े (बीड़ा) ऐसे ही पड़ा हुआ है।
अचानक हुए बे मौसम बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।जो किसी आफत से कम नही तो वही कड़ाके की ठंड से सर्द हवाएं चल रही है। सोमवार रात से चालू हल्की हल्की बारिश बुधवार को दिनभर झड़ी का रूप ले लेकर र रुक-रुक कर बारिश होती रही लोग अलाव जलाकर दुबके रहे तो वही जरूरी काम के लिए आवाजाहि करने वाले लोग रेनकोट के सहारे व छत्ता के सहारे आना जाना जारी रखे हुए थे, तो दूसरी तरफ सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूलों में मौसम को देखते हुए बच्चो की जल्दी छुट्टी कर दिया गया अचानक का इस चक्रवात तूफान आने से बीते 3 दिसंबर से कुछ जायदा असर देखने को मिला और अभी मौसम साफ होने की संभावना भी नहीं दिख रहा है।साथ ही कई ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाए इस सीजऩ में कुम्हड़ा ( रखिया ) मूली,पपीता जैसे अन्य प्रकार की बड़ी भी बनाते है। ऐसे में उनके किय कराए में पानी फिर गया क्यों की तेज धूप निकला ही नहीं है। जिससे उनका बड़ी खराब हो गया।सबसे ज्यादा बुरा असर किसानों को हो रहा है जो धान बेचने के लिए टोकन काटा कर अपने परी का इंतजार कर रहे थे मजबूरन उन्हें टोकन रद्द करना पड़ा और खरीदी केंद्र में तिरपाल से खरीदे गय धान को बचाने व्यवस्था किया गया है। बहर हाल लोग मौसम की मार से परेशान हुए हैं तो वहीं इससे हलकान जीव जंतु भी है खासकर पालतू पशुओं सहित जंगल के जीव जंतु जिसमें बंदरों को ठिठुरते हुए । आसानी से पेड़ों पर देखा जा सकता है जब तक पूरा मौसम साफ नहीं हो जाता तब तक किसानों के लिए यह प्रकार का परेशानी भरा मौसम साबित हो रहा है।

Related Articles

Back to top button