छत्तीसगढ़

बाल उद्यान बना आवारा,मनचले युवकों का अड्डा मोहल्लेवासियों की शांति हुई भ्ंाग

पत्थलगांव । नगर पंचायत द्वारा बनाया गया बाल उद्यान मे अब बच्चो की किलकारी गुम हो चुकी है,भारी भरकम राशि खर्च कर नगर पंचायत ने बाल उद्यान का निर्माण तो करा दिया,परंतु उसकी सुरक्षा से मुंह मोड लेने के कारण अब उद्यान मे आवारा एवं मनचले युवको का अडडा बन गया है। सुबह से लेकर देर रात तक यहा दो दर्जन से भी अधिक आवारा युवको को मटरगस्ती करते आसानी से देखा जा सकता है,हर समय आवारा युवको की बाल उद्यान मे धमक रहने के कारण अब बच्चे एवं महिलायें यहा आने से परहेज करने लगी है। नगर पंचायत ने उंची बाउंड्रीवाल कराकर बाल उद्यान की सुरक्षा करायी थी,परंतु मनचले युवको द्वारा नगर पंचायत द्वारा करायी गयी बाउंड्रीवाल मे अनेक जगह छेद कर दिये गये है,जिसके कारण अब उद्यान की सुरक्षा के साथ-साथ मौहल्ले की शांति भी भंग हो चुकी है। दिनभर आवारा युवक स्टाईलिस बाईक मे बाल उद्यान के चक्कर लगाते रहते है। बेतहाशा स्पीड के कारण मौहल्ले मे दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। दरअसल हरियाली परिसर का विकास एवं शहर के बच्चो को एक शांतिनुमा माहौल देने के लिए विधायक रामपुकार सिंह की पहल के बाद नगर पंचायत की तत्कालिक अध्यक्ष श्रीमति आरती सिंह ने बाल उद्यान की नींव रखी थी। दो दशक बीतने के बाद बाल उद्यान अपने अस्तित्व को खोते चला गया था,ऐसे मे बाल उद्यान के लिए छ.ग. के मुखिया का आना वरदान साबित हुआ। पिछले वर्ष मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आगमन को लेकर बाल उद्यान का जीर्णोद्धार किया गया था,ऐसा इसलिए क्योकि बाल उद्यान से सटा हुआ लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह मौजुद है,जहा सी.एम के अनेक कार्यक्रम होने थे। प्रशासनिक अमले ने सी.एम के आने की धमक के बाद विश्राम गृह के साथ-साथ बाल उद्यान को भी एक बार पुन: जीवित कर दिया।।
अस्तित्व खोने की कगार पर फिर पहुंचा-:बाल उद्यान को रंगीन लाईटो से सजाने के अलावा यहा कुछ दिनो के अंतराल मे ही खुबसुरत गार्डन का निर्माण कर दिया गया। बच्चे एवं बडो के लिए यहा अनेक प्रकार के झुले के साथ साथ स्वास्थ्य सुधारने के लिए जीम संबंधित संसाधन भी लगा दिये गये। नगर पंचायत ने अपनी सक्रियता दिखाते हुये यहा चौकीदार बैठा दिया,परंतु अपनी पुरानी रित के अनुसार समय बीतता गया और एक बार पुन: बाल उद्यान अपने अस्तित्व को खोने लगा है। ऐसा होते देखते ही आवारा एवं मनचले युवको ने पुन: बाल उद्यान को अपना अडडा बनाना शुरू कर दिया। शाम होते ही बाल उद्यान मे आवारा एवं मनचले युवको का जमावाडा के साथ-साथ उनकी स्टाईलिस बाईको का शोर सुना जा सकता है,जिसके कारण अब मौहल्ले के बच्चो के साथ-साथ महिलायें भी बाल उद्यान जाने से कतराने लगी है।।
अफसरों की उड़ी नींद-बाल उद्यान के बेहद करीब अनेक शासकीय विभाग एवं बडे अधिकारीयों के एक दर्जन से भी अधिक निवास स्थित है। दिनरात आवारा युवको की आवाजाही के कारण जहा शासकीय कार्यालय मे काम बाधित होते है वही अफसरो की रात की नींद भी उडी हुयी है,परंतुु उसके बाद भी पुलिस एवं नगर पंचायत ऐसे युवको पर आज तक किसी प्रकार की कार्यवाही नही कर पायी है,यदि हालात यही रहे तो बाल उद्यान के करीब कभी भी कोई दुर्घटना या घटना घटने से इंकार नही किया जा सकता।।
–आवारा युवको की शिकायत मिली है,पुलिस प्रशासन को इस पर कार्यवाही करनी चाहिये। आवारा युवको द्वारा वहा के चौकीदार के साथ भी अभद्रता की गयी थी,सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कराये जायेंगे।
प्रभाकर शुक्ला-सी.एम.ओ-नगर पंचायत-पत्थलगांव

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