भीमा मंडावी की पुत्री ने वीडियो जारी कर पार्टी से पूछा सवाल, क्या कोई कमी रह गई थी पापा के बलिदान में जिसके चलते मां को टिकिट नहीं दिया
दंतेवाड़ा । दंतेवाड़ा विधानसभा से पूर्व विधायक स्व. भीमा मंडावी की पुत्री ने एक वीडियो संदेश जारी कर बीजेपी संगठन पर प्रश्न उठाते हुए कई कड़वे सवाल पूछे हैं । दरअसल मंगलवार देर शाम दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक स्व भीमा मंडावी की पुत्री दीपा मंडावी ने दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए ओजस्वी भीमा मंडावी को उम्मीदवार न बनाए जाने पर बीजेपी प्रदेश संगठन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, उनके पिता बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ता थे और उनके बलिदान के बाद उनकी माता ओजस्वी भीमा मंडावी ने स्व भीमा मंडावी के सपनो को पूरा करने के राजनीति में कदम रखा ,परंतु उन्हें विधानसभा का प्रत्याशी नहीं बनाया गया । जबकि उपचुनाव में भी वोट प्रतिशत उनका पहले से अच्छा ही रहा है। दीपा मंडावी ने बीजेपी संगठन से सवाल पूछा है कि क्या उनके पिता के बलिदान में कोई कमी रह गई थी जो उनके परिवार की उपेक्षा की गई ? ज्ञात रहे कि बीजेपी ने दंतेवाड़ा विधानसभा से बीजेपी के वर्तमान जिलाध्यक्ष अटामी को उम्मीदवार घोषित किया है जिसके बाद से ही दंतेवाड़ा में धीरे धीरे विरोध के स्वर मुखर हो रहे हैं । दीपा के वीडियो सोसल मीडिया में जारी होने के बाद से इसे काफी लोग देख रहे हैं और बिटिया ने जो कहा है उसे बिलकुल सही ठहरा रहे हैं। गौरतलब है की ओजस्वी भीमा मंडावी पिछले काफी महीनों से चुनाव की तैयारियों में जुटी रही उन्हें पूरी उम्मीद थी की पार्टी उन्हें एक मौका और देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद एक मर्म स्पर्शी सवाल उनकी पुत्री ने उठाया है जिसको लेकर सियासी गलियारों में एक बार फिर से प्रत्याशी बदलने को लेकर चर्चा जोरों से शुरू हो गई है। अब देखना होगा की बिटिया दीपा के अपील एवम उनके भावनाओं को पार्टी किस तरह से लेती है। क्योंकि पार्टी ये कभी नहीं भूल सकती की जब 2018 में एंटी एंकम्बेंस के चलते पूरे प्रदेश समेत बस्तर की सभी 11 सीटों पर भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया था उस समय बस्तर से इकलौता दंतेवाड़ा सीट न केवल जीतकर बल्कि कर्मा के गढ़ को भेदकर उन्हें हराकर पार्टी को एक नायाब तोहफा भीमा ने दिया था। कम से कम इस कर्ज को तो पार्टी को ओजस्वी को टिकट देकर चुकाना ही चाहिए था।