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छत्तीसगढ़

नन्हीं अध्रिति को श्रीमद् भागवत गीता संस्कृत श्लोक कंठस्थ सुकमा,4 जुलाई (तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता)। आज के परिवेश में नई पीढ़ी में पाश्चात्य संस्कृति पाश्चात्य भाषा पूरी तरह से हावी हो चुकी है हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी बात करना अंग्रेजी पढऩा अंग्रेजी लिखना हमारे रहन-सहन में रच बस गया है मगर इन सब से विरले नन्ही सी बालिका को श्रीमद्भागवत गीता के श्लोकों का संस्कृत में उच्चारण करते हुए सुना देखा तो मन विभोर हो गयाजी हां हम बात कर रहे हैं कक्षा दूसरी में अध्ययनरत 7 वर्षीय नन्हीं बालिका अ िध्रति तोमर की। जो न केवल फराटे दार अंग्रेजी बोलती है बल्कि शुद्ध उच्चारण में हलंत: का ध्यान रखते हुए श्रीमद्भागवत गीता के श्लोक भी उसे कंठस्थ हैं इतना ही नहीं सूर्य नमस्कार के सभी योगासन मंत्रों के साथ योग भी करती है इसी तरह स्कूल में भी चित्रकला गीत संगीत विभिन्न प्रतियोगिताओं में भी प्रथम स्थान प्राप्त की है माता-पिता का विशेष योगदान-अ िध्रति तोमर बस्तर संभाग के जिला सुकमा में पदस्थ कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं विभाग प्रमुख एचएन सिंह तोमर की छोटी सुपुत्री हैं बस्तर के आंचल में औपचारिक चर्चा में जानकारी देते हुए तोमर ने बताया कि श्रीमती तोमर अपने दोनों सुपुत्रीओं को प्रतिदिन श्रीमद्भागवत गीता पाठ अध्याय का पठन-पाठन कराती हैं इसी तरह बच्चों की अभिरुचि भी विभिन्न विधाओं में हैयह बात तो वाकई काबिले तारीफ है आज के परिवेश में अच्छे-अच्छे की तेल निकल जाती है संस्कृत पढऩे में सही ढंग से उच्चारण कर नहीं पाते 7 साल की कक्षा दूसरी की नन्हीं बालिका को श्रीमद्भागवत गीता के अध्याय संस्कृत के श्लोक कंठस्थ हैं जोकि मंत्रमुग्ध कर देते हैं ।

नन्हीं अध्रिति को श्रीमद् भागवत गीता संस्कृत श्लोक कंठस्थ
सुकमा । आज के परिवेश में नई पीढ़ी में पाश्चात्य संस्कृति पाश्चात्य भाषा पूरी तरह से हावी हो चुकी है हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी बात करना अंग्रेजी पढऩा अंग्रेजी लिखना हमारे रहन-सहन में रच बस गया है मगर इन सब से विरले नन्ही सी बालिका को श्रीमद्भागवत गीता के श्लोकों का संस्कृत में उच्चारण करते हुए सुना देखा तो मन विभोर हो गयाजी हां हम बात कर रहे हैं कक्षा दूसरी में अध्ययनरत 7 वर्षीय नन्हीं बालिका अ िध्रति तोमर की। जो न केवल फराटे दार अंग्रेजी बोलती है बल्कि शुद्ध उच्चारण में हलंत: का ध्यान रखते हुए श्रीमद्भागवत गीता के श्लोक भी उसे कंठस्थ हैं इतना ही नहीं सूर्य नमस्कार के सभी योगासन मंत्रों के साथ योग भी करती है इसी तरह स्कूल में भी चित्रकला गीत संगीत विभिन्न प्रतियोगिताओं में भी प्रथम स्थान प्राप्त की है
माता-पिता का विशेष योगदान-अ िध्रति तोमर बस्तर संभाग के जिला सुकमा में पदस्थ कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं विभाग प्रमुख एचएन सिंह तोमर की छोटी सुपुत्री हैं बस्तर के आंचल में औपचारिक चर्चा में जानकारी देते हुए तोमर ने बताया कि श्रीमती तोमर अपने दोनों सुपुत्रीओं को प्रतिदिन श्रीमद्भागवत गीता पाठ अध्याय का पठन-पाठन कराती हैं इसी तरह बच्चों की अभिरुचि भी विभिन्न विधाओं में हैयह बात तो वाकई काबिले तारीफ है आज के परिवेश में अच्छे-अच्छे की तेल निकल जाती है संस्कृत पढऩे में सही ढंग से उच्चारण कर नहीं पाते 7 साल की कक्षा दूसरी की नन्हीं बालिका को श्रीमद्भागवत गीता के अध्याय संस्कृत के श्लोक कंठस्थ हैं जोकि मंत्रमुग्ध कर देते हैं ।

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