खराब सड़कों के लिए गांव वालों का पोस्टर वार शुरू
पत्थलगांव । पांच साल से खराब सड़क का दंश झेल रहे गांव वालो ने पोस्टर वार शुरू कर दिया है। सडक नही तो चुनाव में वोट नही के मोहल्ले में जगह-जगह बैनर लगाये गये है। यहा तक की खराब सडक से उडती धूल से बचने के लिए मोहल्ले वालों ने अपने घरो को हरे तिरपाल से कवर करके रखा हुआ है,लोग इतने परेशान हो गये है कि अब मोहल्ला छोड़कर दूसरी जगह पलायन कर रहे है। यह हाल शहर से दो किलोमीटर दूर अंबिकापुर रोड मे कदमघाट से लेकर व्यवहार न्यायालय तक का है,जहा के लोग पिछले पांच सालो से सडक की बदहाली को लेकर काफी परेशान है। अनेक बार इन लोगो ने आंदोलन भी किये,परंतु अधिकारियों ने समझाईश एवं बल प्रयोग कर उनके आंदोलन को खत्म कर दिया। अब मोहल्ले वाले जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाकर अपना विरोध दर्शा रहे है। दरअसल पिछले पांच साल पूर्व जी.व्ही.आर.नामक कंपनी ने कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग 43 की दो परियोजना का काम साढ़े तीन सौ करोड रूपये में पूरा करने का ठेका लिया था,जिसके तहत अंबिकापुर से लेकर पत्थलगांव एवं पत्थलगांव से लेकर कुनकुरी तक दो सड़कों का निर्माण किया जाना था,दो सालों तक जी.व्ही आर के ठेकेदार ने पुरानी सडको को उखाड़कर मिट्टी का काम कर दिया,परंतु इस काम के करते तक ठेकेदार पूरी तरह डिल्फाटरों की सूची मे अपना नाम दर्ज करा चुका था। ठेकेदार के डिल्फाटर होते ही दोनो ही परियोजना के काम में ग्रहण लग गया। सरकार ने काम पूरा कराने के लिए अनेक ठेकेदारों को यहा भेजा,परंतु कोई भी ठेकेदार इतनी बड़ी परियोजना के काम को अंजाम तक नही पहुंचा सके। लिहाजा यह हुआ कि पत्थलगांव से कुनकुरी और कदमघाट से लेकर अंबिकापुर तक की सड़क का काम जगह-जगह से अधूरा पड़ा है। कदमघाट से लेकर व्यवहार न्यायालय तक की सड़क लोगों के लिए जी का जनजाल बनी हुयी है,जिसके कारण अब लोगो को नया हथकंडा अपनाना पड रहा है।।
पाईप शिफ्टिंग बना बाधक-कदमघाट से लेकर बी.टी.आई चौक तक की सड़क के काम में अब जल आपूर्ति करने वाला पाईप लाईन भी बाधक बनी हुयी है,पाईप लाईन विस्तार के लिए झुठे आश्वासन अनेक बार सुन चुके है। यहां रहने वाले सुनील शर्मा ने बताया कि हवा में बात करने वाले लोगो के आश्वासन से अब मोहल्ले वासी काफी परेशान है,इस मार्ग मे पाईप लाईन का विस्तार तो दूर आज तक किसी ने एक गडढा तक नही खोदा है,जिसे देखकर लगता है कि पाईप लाईन के साथ-साथ सड़क का काम भी लंबे समय तक लोगो के लिए परेशानी का सबब रहेगा।
परियोजना के काम में निरीक्षण की कमी-:दो परियोजना के काम मे पूर्व का ठेकेदार तो डिफाल्टर हुआ,परंतु एन.एच के अधिकारियों ने भी इस मार्ग से अपनी नजरे घुमा ली है। सुनील शर्मा ने बताया कि खराब सड़क में अब एन.एच के कोई अधिकारी या इंजिनियर निरीक्षण करने नही आते। विभाग के अधिकारियों की इस अनदेखी से मोहल्लेवासी काफी आहत हो रहे है। उनका आरोप था कि ठेकेदार के काम मे विभाग के अधिकारी निरीक्षण या नियंत्रण रखते तो इतने लंबे समय से गांव वालों को एन.एच की इस खराब सड़क का दंश झेलना नही पड़ता।