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छत्तीसगढ़

मीडिया की भूमिका सकारात्मक होनी चाहिए: संतोष सोनकर

राजिम । लोकतांत्रिक देशों में विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के क्रियाकलापों पर नजर रखने के लिए मीडिया को चौथा स्तंभ के रूप में जाना जाता है। मीडिया अगर सकारात्मक भूमिका अदा करें तो किसी भी व्यक्ति संस्था समूह और देश को आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक रूप से समृद्ध बनाया जा सकता है। उक्त बातें शनिवार को सुबह 8:30 बजे शहर के शासकीय रामविशाल पांडे उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल में “हमारे जीवन में मीडिया की भूमिका” विषय पर कार्यशाला में मुख्य वक्ता कवि एवं साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल ने व्यक्त किया। उन्होंने मीडिया की भूमिका पर फोकस करते हुए कहा कि मीडिया सामाजिक परिवर्तन का अग्रदूत है इन्होंने समाज में व्याप्त कई पुरातन पंथी सोच, आडंबरों, कुप्रथा व लोगों के विचार को बदलने का काम किया है। इतिहास गवाह है कि संकट के समय मीडिया ने लोगों को जोड़कर रखा है उनके कार्यों का बोध उन्होंने कराया है। श्री सोनकर ने आगे कहा कि मीडिया अंग्रेजी शब्द मीडियम का बहुवचन है जिसका अर्थ माध्यम होता है। मीडिया शब्द संचार के साधनों रेडियो, टेलीविजन, समाचार पत्रों आदि के लिए संज्ञा की तरह प्रयोग किया जाता है। मीडिया के माध्यम से लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। शासन की योजनाओं से लेकर अंतिम पंक्ति में बैठे हुए लोगों को उनके अधिकार, हक एवं सही जानकारियां देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया के क्षेत्र में जुड़कर आप अपने कैरियर को संवार सकते हैं इसके लिए प्रदेश में भी पत्रकारिता से संबंधित यूनिवर्सिटी में कोर्स संचालित है जिस पर पढ़ाई करके इस क्षेत्र से देश सेवा किया जा सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भारत में लगभग एक लाख अखबार की कंपनियां रजिस्टर्ड है। भारत की जनसंख्या एक अरब 35 करोड़ से भी अधिक है। आज देश में लगभग 35 करोड से भी ज्यादा प्रतियां छपती है। मतलब हर 4 लोगों पर एक अखबार का प्रकाशन होता है। श्री सोनकर ने आगे कहा कि यह आसपास या फिर देश दुनिया की खबर ही नहीं देता बल्कि समाज में आईना दिखाने का काम कर रहा है। उन्होंने शिक्षक को एक विशेष निवेदन पर शानदार कविता सुनाकर लोगों को ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया। वक्ता पत्रकार मनीष दुबे ने कहा कि प्रिंट मीडिया के साथ इलेक्ट्रॉनिक उसके बाद सोशल मीडिया जमकर छाए हुए हैं। सभी का अपने स्तर पर विशेष महत्व है आज हम इंटरनेट के जरिए पल भर में अपनी बात दूर देश तक पहुंचा सकते हैं।
उद्घाटन उद्बोधन में प्राचार्य संजय एक्का ने मीडिया पर कार्यशाला आयोजन के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि आज मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा है इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों पहलू है इसलिए इसके बारे में हमें जानना बहुत जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता नेहा सिंह एवं प्रनीति चंद्राकर ने किया। वरिष्ठ व्याख्याता विक्रम सिंह ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। नारायण लाल साहू, जितेंद्र साहू, पिंकी तारक, साक्षी जपे ने इस कार्यक्रम की व्यवस्था में विशेष योगदान दिया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने बड़े ध्यान से कार्यशाला का लाभ उठाया।

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