जिला पंचायत व जनपद अध्यक्ष बनने उठापटक
अंबिकापुर में अध्यक्ष को लेकर मारामारी, निर्दलियों ने बिगाड़ा खेल

रायपुर। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जनपद एवं जिला पंचायत चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा करने के बाद राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। मुख्यमंत्री के गृह जिला जशपुर में करीबी रिश्तेदार जोर लगा रहे हैं जहां धमाल मचाएंगे वहीं स्वर्गीय दिलीप सिंह के पौत्र कमाल दिखाएंगे। रायपुर जिला पंचायत में कांग्रेस उम्मीदवार अध्यक्ष बनने के लिए जुगाड़ जमा रहे हैं। वहीं अंबिकापुर में मारामारी की स्थिति बनी हुई है।
प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करा दिए गए हैं। महापौर एवं अध्यक्ष का चुनाव हो चुका है। सभापति के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं। आज कई शहरों में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। इसके पश्चात सभापति का निर्वाचन होगा। इस समय भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने समर्थकों की जीत का दावा कर रहे हैं। पंचायत चुनाव गैरदलीय आधार पर लड़ा जाता है लेकिन इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने समर्थित प्रत्याशियों को खड़ा कर दिया था। रायपुर जिले में इस समय किसी भी दल के समर्थकों को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। कुल 16 जिला पंचायत सदस्य हैं।
रायपुर में भाजपा बना रही दबाव
रायपुर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए भाजपा ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है। आरंग के वतन चंद्राकर की दावेदारी के पश्चात नए समीकरण बनते जा रहे हैं। पूर्व विधायक धनेन्द्र साहू के पुत्र यशवंत साहू भी दावेदारी कर रहे हैं। भाजपा के बागी केशव मनहरे भी उठापटक कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि यहां पर वे भाजपा समर्थकों को ही अध्यक्ष बनाएंगे। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने भी इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है। जशपुर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए मुख्यमंत्री के रिश्तेदार सालिक साय की दावेदारी सामने आई है। यहां पर कुल 12 सदस्य है जिसमें भाजपा समर्थकों का दबदबा है। उपाध्यक्ष पद के लिए शौर्य प्रताप की दावेदारी सामने आई है। नगरी विधानसभा क्षेत्र में भी अनेक दावेदार सामने आए हैं।