स्मार्ट आंगनबाड़ी की मरम्मत में हुआ घोटाला, जांच में पाई अनियमितता
नारायणपुर । छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान भाजपा ने सत्ता में आने पर किए वादों को पूरा करने की बात कही थी इन वादों में एक वादा शासकीय योजनाओं के नाम पर हुए भ्रष्टचार पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही थी लेकिन ये वादा नारायणपुर जिला में पूरा होता नही दिख रहा है । भाजपा के सत्ता में आए लगभग तीन माह पूरा होने को है लेकिन नारायणपुर जिले में स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाने के नाम पर हुए लाखो रुपए के भ्रष्टचार पर अब तक कोई कार्यवाही ना होना कई सवाल खड़े कर रहा है जबकि नारायणपुर विधानसभा के विधायक केदार कश्यप छत्तीसगढ़ शासन में वन मंत्री है । ज्ञात हो कि उक्त मामले को लेकर तात्कालीन कलेक्टर अजीत वसंत ने अभिषेक गुप्ता अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में जांच 3 सदस्यीय टीम बनाई टीम ने जांच कर रिपोर्ट जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को सौप दिया है बाउजुद इसके अब तक उक्त फर्म के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि जांच रिपोर्ट में जैनम कंस्ट्रक्शन फर्म को जारी की गई राशि 1 करोड़ 39 लाख रुपए में से मजह 36 लाख रुपए का ही कार्य होना जांच टीम ने पाया है जो दर्शाता है कि 1 करोड़ रुपए का घोटाला 12 आंगनबाड़ी के निर्माण कार्य में हुआ है बाकी 10 आंगनबाड़ी केंद्रों की भी जांच होने पर घोटाला की राशि और बढ़ सकती है । वही सूत्रों की माने तो उक्त भ्रष्टाचारी फर्म को और नवीन कार्य जिला प्रशासन द्वारा दिए जाने की बाते भी सामने आ रही है । वही उक्त मामले को लेकर चुनाव से पहले भाजपा ने स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाने की योजना पर भ्रष्टाचार किए जाने का मामला बड़े जोर शोर से उठाया था और सत्ता में आने पर नौनिहालों को उनका हक दिलाने की बात कही थी । लेकिन वन मंत्री केदार कश्यप ने उक्त मामले को लेकर मीडिया से ही हुए भ्रष्टाचार की सूची मांगी है उनका ये बयान पिछली सरकार के आबकरी मंत्री कवासी लखमा की याद दिला गया क्योंकि कवासी लखमा ने भी कहा था मीडिया में खबर दिखाने से कुछ नही होता इसकी सूची लाओ मैं जांच कराता हूं । पूरा मामला इस प्रकार है कि नारायणपुर जिले में रावघाट लौह अयस्क परियोजना की शुरुवात करने से पहले प्रभावित गांवों में शिक्षा , स्वास्थ, सड़क और पानी की व्यवस्था किए जाने के सपने ग्रामीणों को दिखाए गए और सीएसआर मद से प्रभावित 12 खोडगांव , परलभाट, भरंडा, खाड़कागांव, सूपगांव, केरलापाल , कनेरा , गुरिया , बिजली , अंजरेल , खैराभाट टेमरूगांव सहित देवगांव , नेलवाड़ , कुढ़ारगांव , बेनूर , भाटपाल , छोटेडोंगर , धनोरा , बडग़ांव , हलामीमुंजमेटा ,कोंगेरा 22 गांवों के आंगनबाड़ी को 15- 15 लाख रुपए कुल 3 करोड़ 30 लाख की लागत से स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाकर छोटे छोटे बच्चो को आधुनिक सुविधा, पुराने भवन को वेल अप टू डेट भवन , आंगनबाड़ी में बच्चो के लिए खेलकूद के समान , मनोरंजन के लिए टीवी लगाया जाने की योजना बनाई गई और उक्त कार्य नारायणपुर जनपद पंचायत को सौप दिया गया । जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत को कार्य ना देकर टेंडर लगाकर जैनम कंस्ट्रक्शन को कार्य दिया गया उक्त टेंडर प्रक्रिया में भी नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए जैनम कंस्ट्रक्शन को कार्य दे दिया गया । ठेकेदार ने भ्रष्टचार का ऐसा खेला खेला की स्मार्ट आंगनबाड़ी की योजना धरी की धरी रह गई हद तो तब हुई जब जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा बिना स्टिमेंट के कार्य कराया गया और बिना इंजिनियर के वेलवेशन उक्त फर्म को लगभग ढाई करोड़ रुपए का पेमेंट बिना कार्य पूर्ण के कर डाला । वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि आंगनबाड़ी में कोई ठेकेदार आया बोला आंगनबाड़ी का मरम्मत कर अच्छी व्यवस्था की जाएगी लेकिन रंगाई और टाइल्स का ही कार्य किया गया है जो कि गुणवत्ताविहीन है टाइल्स जगह जगह से निकल गए है जिससे बच्चो को चोट लगती है भवन हमारा जर्जर हो गया था जिसकी सिर्फ पुताई की गई है । पानी, बाउंड्रीवाल, किचन शेड की हालत दयनीय है हद तो तब हो गई जब ठेकेदार आंगनबाड़ी के शौचालय का दरवाजा और किचन शेड का टीन ले गया । जिसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है। जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा स्मार्ट आंगनबाड़ी निर्माण के लिए टेंडर लगाया गया और टेंडर जैनम कंट्रकशन को दिया गया । माडल आंगनबाड़ी में कुल 11 काम होने थे जिसमे किचन शेड , टाइल्स , पेंटिंग व कलर , वाटर सफलाई , विद्युतीकरण , आरो, स्लाइडर खिड़की व गेट, फिसल पट्टी झुला, वाटर प्रूफफिंग, टीवी सहित खिलौना के समान शामिल है । लेकिन ठेकेदार ने गुणवत्तविहीन पेंटिंग और टाइल्स का ही मात्र कार्य किया और जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा ठेकेदार को 3 करोड़ की राशि का भुगतान कमीशन खोरी के चक्कर में कर खुला भ्रष्टाचार किया ।