लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की अच्छी पहल छात्र-छात्राओं ने देखा जल शुद्धिकरण संयंत्र
कबीरधाम । लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कबीरधाम द्वारा छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के आकांक्षी विकासखंड बोडला में जल उत्सव अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें आसपास के गांवों के स्कूलों के छात्र-छात्राओं को जलशुद्धिकरण संयंत्र, जल परीक्षण प्रयोगशाला और जल जीवन मिशन की योजनाओं का व्यापक भ्रमण कराया गया। ग्राम राजानवांगांव, भालुचूवा, मिनमिनिया मैदान, घोंघा, पॉड़ी, राम्हेपुरकला, सांरगपुरकला, खड़ौदाकला, खरहट्टा, कुसुमघटा, सिंघारी और बैरख से आए छात्रों और उनके शिक्षकों ने बड़े उत्साह के साथ इस यात्रा में भाग लिया। यह आयोजन जल संरक्षण, नलजल योजनाओं के प्रबंधन और जल की महत्ता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था।यह कार्यक्रम कबीरधाम जिले के कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा एवं कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग डी.एस. राजपूत के मार्गदर्शन में एवं सहायक अभियंता गोपाल प्रसाद ठाकुर के नेतृत्व में संचालित किया गया, जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए। उनके नेतृत्व में जल संरक्षण और जलापूर्ति योजनाओं की महत्ता को छात्रों और शिक्षकों तक पहुंचाने का उद्देश्य सफलतापूर्वक पूरा हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मिनमिनिया मैदान में निर्माणाधीन उच्चस्तरीय जलागार के दौरे से हुई। यहां लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सब इंजीनियर टोमन लाल कुंजाम ने छात्रों को जल जीवन मिशन के तहत इस योजना के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। उन्होंने समझाया कि इस जलागार से ग्रामीण क्षेत्रों में कैसे सुरक्षित और स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी, जिससे छात्रों में जल परियोजनाओं के प्रति एक गहरी समझ विकसित हुई।
इसके बाद, सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को ग्राम कटगो के जल जीवन मिशन के तहत चल रहे नलजल योजना का दौरा कराया गया। यहां छात्रों ने पानी टंकी, पाइपलाइन, घरेलू नल कनेक्शन, स्विच रूम, क्लोरीनेटर रूम और पंप स्थापना जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर का निरीक्षण किया। छात्रों को क्लोरीनेटर सिस्टम की कार्यप्रणाली समझाई गई, जो पानी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही, ग्राम के सभी घरों में प्रदाय किए गए नल कनेक्शनों के माध्यम से जलापूर्ति प्रणाली के संचालन और रखरखाव को समझने का अवसर भी मिला।अगला गंतव्य छीरपानी जलाशय आधारित जलशुद्धिकरण संयंत्र था, जिसकी जल शुद्धिकरण क्षमता 3.00 एमएलडी है। इस संयंत्र में छात्रों को एरियेटर, फ्लैश मिक्सर, फ्लोक्यूलेटर, फिल्टर बेड, क्लीयर वाटर संप, पंप हाउस, प्री और पोस्ट क्लोरीनेशन प्रणाली, और एमबीआर टंकी जैसी इकाइयों की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। छात्रों ने देखा कि किस प्रकार से विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से जल को शुद्ध किया जाता है, और यह कैसे ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित पेयजल आपूर्ति के लिए उपयोगी है।अंत में, सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को बोडला में स्थित जल गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला का दौरा कराया गया। यहां, उन्हें जल परीक्षण पैरामीटर, जल परीक्षण विधियों और पानी में विभिन्न तत्वों की मात्रा की जानकारी दी गई। छात्रों ने फील्ड टेस्ट किट का उपयोग कर पानी के नमूनों की जांच की और जल परीक्षण के महत्व को समझा। इस अनुभव ने छात्रों में जल के संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया।इस जल उत्सव अभियान ने छात्रों में जल संरक्षण के प्रति एक नया दृष्टिकोण विकसित किया। उन्होंने जल संसाधनों के समुचित उपयोग, रखरखाव और उसके महत्व को समझा, जिससे उनमें जल के प्रति एक जिम्मेदारी का भाव उत्पन्न हुआ। कबीरधाम कलेक्टर गोपाल वर्मा एवं कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कबीरधाम डी.एस. राजपूत के मार्गदर्शन में संचालित इस अभियान ने सभी को यह एहसास कराया कि जल संरक्षण और स्वच्छता केवल एक आवश्यकता नहीं, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी भी है।