प्रोजेक्ट उन्नति से विभिन्न क्षेत्रों में मिल रहा युवाओं को प्रशिक्षण
कवर्धा । महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के द्वारा हर हाथ को कम काम का वाजिब दाम का कहावत पूरा होता दिखता है।क्योंकि एक ओर जहां महात्मा गांधी नरेगा योजना से किसी परिवार को एक वित्तीय वर्ष में १०० दिवस का रोजगार मजदूरी सहित मिल जाता है। तो वही दूसरी ओर सौ दिवस का रोजगार पूरा करने के बाद प्रोजेक्ट उन्नति से विभिन्न क्षेत्रो में व्यावसायिक प्रशिक्षण का रास्ता भी खुलता है। जिससे ग्रामीणों के लिए उद्यमी बनने का मार्ग प्रसस्त होता है।भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) कवर्धा द्वारा वर्तमान में प्रोजेक्ट उन्नति के अंतर्गत दो बैच में महिलाओं को कॉस्ट्यूम ज्वेलरी उद्यमी (ग्राम महाराटोला जनपद पंचायत स.लोहारा) एवं अगरबत्ती निर्माण (ग्राम डबराभाट जनपद पंचायत कवर्धा) का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान कॉस्ट्यूम ज्वेलरी के साथ-साथ बैंकिंग सेवाएं,सेटलमेंट एवम बैंक लिंकेज, प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करना व्यवसाय को आगे बढ़ना कच्चे माल की उपलब्धता मार्केटिंग सहित शासन की विभिन्न योजनाओं से संबंधित जानकारी दिया जा रहा है। प्रशिक्षण अवधि पूरा होने के बाद अंतिम दिवस प्रतिभागियों का कौशल विकास देखने परीक्षा (एसेसमेंट एग्जाम) का आयोजन लिखित ,मौखिक,और प्रैक्टिकल के रूप में लिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाएं मनमोहक एवं खूबसूरत आभूषण बनाना सीख गई है।अब वह अपना स्वयं का व्यवसाय करने के लिए पूरी तरह से सक्षम नजर आ रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कलेक्टर कबीरधाम गोपाल वर्मा ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक के आरसेटी शाखा में तीस से अधिक ट्रेड पर प्रशिक्षण दिए जाने का प्रावधान है। प्रोजेक्ट उन्नति का मुख्य आधार महात्मा गांधी नरेगा योजना में कार्य करने वाले पंजीकृत मजदूर परिवार है। इसी क्रम में जनपद पंचायत लोहारा क्षेत्र की महिलाओं का प्रशिक्षण हो रहा है। इस योजना के द्वारा ग्रामीण महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अब अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू कर आत्मनिर्भर की दिशा में आगे बढ़ सकती है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम संदीप कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रोजेक्ट उन्नति में प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को मनरेगा योजना का प्रचलित मजदूरी भुगतान किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र प्रदाय करते हुए भारतीय स्टेट बैंक के द्वारा प्रोजेक्ट उन्नति के लाभार्थियों को मुद्रा लोन जैसे अन्य योजनाओं से जोड़कर व्यवसाय स्थापित करने में आर्थिक मदद की जाती है।एसबीआई आरसेटी कवर्धा के निदेशक श्री के सी साहू द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि योजना से विभिन्न मांग आधारित व्यवसाय का प्रशिक्षण ग्रामीणों को दिया जा रहा है। योजना में ट्रेड के अनुसार प्रशिक्षण के दिनों की संख्या निर्धारित है। तथा कार्यक्रम इन केंपस एवं ऑफ केंपस संचालित किया जाता है जिसमे महिला एवं पुरुष का अलग-अलग बैच निर्धारित रहता है। भारत सरकार द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं भारतीय स्टेट बैंक के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आरसेटी के द्वारा प्रोजेक्ट उन्नति योजना चलाई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रो में निवासरत ऐसे परिवार जो महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत पंजीकृत हो और जिन्होंने वित्तीय वर्ष २०१८-१९ के बाद से किसी भी एक वित्तीय वर्ष में परिवार द्वारा १०० दिवस का रोजगार पूर्ण किया हो।उस परिवार के एक सदस्य जो महिला या पुरुष हो उन्हें प्रोजेक्ट उन्नति में शामिल कर व्यावसायिक प्रशिक्षण निशुल्क दिया जाता है। प्रशिक्षण का स्वरूप ग्रामीणों के रुचि अनुसार होता है।वर्तमान में फेब्रिकेशन ब्यूटी पार्लर डेरी फार्मिंग मशरूम उत्पादन,बकरी पालन, कुकुट पालन, सब्जी उत्पादन, मोबाइल फोन रिपेयर पुरुष एवं महिला टेलरिंग कार्य इलेक्ट्रीशियन टीवी टेक्निशियन सहित अलग-अलग प्रकार के ३० से अधिक ट्रेड में विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक बैच में २५ से ३५ प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जाता है।ट्रेड के अनुसार प्रशिक्षण की अवधि पूर्व निर्धारित होती है जो ३० से लेकर ४५ दिनों का होता है।