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छत्तीसगढ़

कई लोग विधायक बने पर नहीं सुधरी शहर की सड़कें

पत्थलगांव । शहर के अंदर की सडको का बेहद बुरा हाल है। दो विभाग की तीन सडके तीन संभाग को जोडने का काम करती है,ढेर सारे आलाधिकारीयों के अलावा एक दर्जन से भी अधिक ब्लाक एवं जिला मे उंचे दर्जे के जनप्रतिनिधि मौजुद है,उसके बाद भी शहर की इन सडको मे अब चलना जान जोखिम मे डालने से कम नही है। शहर वासियों की विडंबना देखिये की अब वे मुख्य सडक मे ना चलकर गलीकुचो से निकलने मे भलाई समझ रहे है। हर एक दिन के पश्चात एक वाहन चालक रायगढ रोड की सडक मे गिरकर चोटिल हो रहा है,महिलाओ के साथ होने वाली दुर्घटना अब हर दिन की आम बात हो चुकी है,स्कूली बच्चे भी अब इस सडक से गुजरने मे परहेज कर रहे है,ऐसा नही है कि शहर के अंदर की सडके इस साल ही खराब हुयी है। साठ साल से पत्थलगांव विधानसभा मे पांच विधायको ने विधायकी की कमान संभाली है,शहर के नागरिक साठ साल बितने के बाद भी अपने लिए सुविधाजनक सडक नही पा सके। शहर के बुजुर्ग बताते है कि पांच दशक पूर्व की कच्ची सडके अब से काफी बेहतर हुआ करती थी,कम वाहनो की आवाजाही से धूल रत्ती भर भी नही उडती थी,कच्ची सडको मे कभी भी अब की तरह जानलेवा गडढे निर्मित नही हुआ करते थे। नगर पंचायत के पूर्व एल्डरमैन चरणा अग्रवाल ने बताया कि अब शहर की सडको मे चलना जान जोखिम मे डालने के समान है,उनकी उम्र 90 वर्ष के करीब है,उन्होने बताया कि पिछले पांच दशक से शहर के लोग शहर की सडको के लिए यूं ही परेशानी उठाये है,उन्होने बताया कि पांच दशक पूर्व कच्ची सडक से पक्की सडक बनाने के लिए गांव वालो ने अनेक बार उस दौरान के जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था,तब जाकर शहर को पक्की सडक की सौगात मिली थी। उस समय सडके कम चौडी हुआ करती थी,परंतु उस दोैरान अब जैसे सडको की दुर्दशा नही हुआ करती थी।।
विकास सिर्फ कागजी घोडा-:इंदिरा चौक से नंदनझरिया तक बने सैकडो जानलेवा गडढो मे हर दिन वाहन चालक आहत हो रहे है,उनमे महिलाओ की संख्या अधिक है। शहर के बुजुर्ग चरणा अग्रवाल बताते है कि विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधियों के दावे सिर्फ कागजी घोडा ही साबित हुये है,उन्होने बताया कि शहर के विकास मे कभी भी किसी भी शासनकाल के जनप्रतिनिधि ने गंभीरता पूर्वक ध्यान नही दिया,जिसका खामियाजा आज शहर की सडको मे लोग हर दिन दुर्घटना के शिकार होकर घायल एवं असमय ही अपनी मौत को आमंत्रण दे रहे है।।
मरम्मत कर की जाती खानापूर्ति-:रायगढ रोड की बेहद खराब सडक को बनाने की जिम्मेदारी स्टेट हाईवे की है,वही अंबिकापुर एवं जशपुर की ओर जाने वाली सडक मे सुधार का कार्य कराने की जिम्मेदारी एन.एच.विभाग को जाती है,दोनो ही विभाग शहर के लोगो की जान मान से खिलवाड करने मे कोई कसर नही छोड रहे। हर वर्ष मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति चल रही है। बारिश के दिनो मे सडको की हालत ज्यादा खराब होने पर उसमे गिटटी मिटटी भरकर जनता को विकास के दावे दिखाये जा रहे है। बारिश मे काम ना होने का हवाला देकर अधिकारी पल्ला झाडने मे लगे हुये है।।
–लोक निर्माण विभाग धरमजयगढ संभाग से शहर की सडको मे एजेंसी द्वारा कराये जाने वाले कार्य की प्रगति को लेकर पत्र व्यवहार किया गया है,बारिश कम होते ही सडको मे सुधार कार्य कराया जायेगा।
संतोष पैंकरा-एस.डी.ओ-पी.डब्लू.डी-पत्थलगांव

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