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छत्तीसगढ़

रमजान महीने के आखिरी हिस्से में मस्जिदों में इबादत कर रहे मोतकिफ

भिलाई । रमजान मुबारक महीना का आखिरी अशरा (दस दिन) जारी है, जो 21वी शब से शुरू हो जाता है। इस दौरान मस्जिदों में एतकाफ पर रोजेदार बैठते हैं। शहर की तमाम मस्जिदों में अमूमन 2 या 2 से ज्यादा लोग एतकाफ पर बैठते हैं, जो शहर में अमन व सलामती के लिए दुआएं करते हैं और मस्जिद में रह कर ही इबादत करते हैं। इस्लाम के जानकार एवं समाजसेवी न्याज अहमद ने रमजान की पाक रात के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि रमजान के पवित्र महीने की खास रात शब-ए-कद्र है। रमजान का तीसरा अशरा ढलने के बाद ये रात आती है। तीसरा अशरा 21 रमजान से 30 रमजान तक होता है। रमजान के तीसरे अशरे में पांच पाक रातों 21, 23, 25, 27, 29 में शब-ए-कद्र को तलाश किया जाता है। इस पाक रात को ही अल्लाह ने कुरआन को नाजिल किया था जो कि 23 सालों तक उतरता रहा । इस रात को अल्लाह से की गई हर दुआ कबूल होती है। इन पाक रातों में जागकर अल्लाह पाक के बताये सन्मार्ग के रास्ते पर चलकर शांति और अमन की दुआएं करते हैं और ईद के दिन ईदगाह में एकत्र हो विशेष नमाज पढ़कर उस ईश्वर के प्रति शुक्र अदा करते हैं कि जिसकी रहमत से इस संसार का संचालन हो रहा है। इस बारे में शेखुल हदीस हजऱत मौलाना जकरिया रहमतुल्लाहि ने अपने रिसाले फजाइले रमजान में एतेकाफ की हदीसो को जमा करके उनके फायदे लिखे हैं। दारुल कजा के मुफ्ती मो सोहेल ने बताया कि इसके कुछ आदाब है। एतिकाफ में बैठने वाले को यह ख्याल रखना है कि मस्जिद के एक हिस्से या मस्जिद के हद से बाहर ना निकले। नमाज़ के समय पर जमात से नमाज पढ़े। दीन के अलावा दुनियावी बातें ना करें। मरकजी मस्जिद पावर हाउस कैंप 2 मदरसा जामिया अरबिया भिलाई के इमाम हाफिज कासिम और मस्जिद आयशा हाउसिंग बोर्ड के इमाम मौलाना फैसल अमीन ने बताया कि औरतें भी रमजान माह में आखिरी अशरा में अपने घरों में ऐतेकाफ कर सकती हैं शर्त यह घर पर जहां नमाज़ पढऩे की जगह हो वहां बैठकर या घर के किसी कोने पर बैठे और इबादत में मशगूल रहे।
आज अलविदा जुमा
इस साल रमजान महीने का आखिरी जुमा शुक्रवार 5 अप्रैल को है। इसे देखते हुए शहर की तमाम मस्जिदों में खास तैयारियां की गई हैं। अलविदा जुमा में नमाज पढऩे और माहे रमजान को विदाई देने हजारों की तादाद में शहर की मस्जिदों में लोग जमा होंगे। ऐसे में शहर की तमाम मस्जिदों में नमाजियों की बढ़ती तादाद और गर्मी के मौसम को देखते हुए तैयारियां की जा रही हैं।

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