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छत्तीसगढ़

ओरछा मार्ग के चार धान खरीदी केंद्रों से उठाव नही होने से प्रभारी परेशान

नारायणपुर । नारायणपुर जिले के ओरछा मार्ग के चार धान खरीदी केंद्रों छोटेडोंगर , धौड़ाई , ओरछा और झारा से धान का उठाव नही होने से केंद्र प्रभारी परेशान है और अपनी परेशानी का ज्ञापन सौंपने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे । लालू कोर्राम धान केंद्र प्रभारी का कहना है कि १ नवंबर से ४ फरवरी तक धान की खरीदी की गई जिसमे ७७ हजार ८१६ क्विंटल धान खरीदा गया और उठाव महज ३३ हजार ३४२ क्विंटल ही हुआ है । धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे ४४ हजार ४७४ क्विंटल पड़ा हुआ है , बारिश होने से धान खराब होने के साथ नमी सुख जाने से वजन कम होने से उसके नुकसान की भरपाई हम से कराई जाती है । बफर लिमिट से अधिक होने पर नियम के तहत ७२ घंटे के अंदर उठाव होना चाहिए लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी उठाव नही हुआ है । पिछले वर्ष भी समिति को नुकसान उठाना पड़ा था इस बार भी लगता है उठाव नही होने से नुकसान उठाना पड़ेगा । नारायण नाग प्रभारी धान खरीदी केंद्र ने कहा कि छाटेडोंगर एरिया में कुल ७७८१६.०० क्विंटल धान उपार्जन किया गया। जिसमें आज दिनांक तक कुल परिदान ३३३४२०० क्वि धान किया गया है जो की खरीदी का ४२ त्न है। अभी भी उपार्जन केन्द्रों में कुल ४४४७४.०० क्वि. धान शेष है जबकि पान नीति के अनुसार बफर लिमिट से अधिक होने पर चान का उठाव ७२ घण्टे के अन्दर किया जाना है। जिसका पालन नहीं किया जा कर धान उठाव आज पर्यन्त तक नहीं किया जा रहा है धान उर्पाजन केन्द्रों में खुले आसमान के निचे धूप मे सुख रहा है। आये दिन मौसम खराब होने से धान बारिस से खराब होने की चिंता हमेशा बनी रहती है। पूर्व में भी धान उठाव हेतु आपसे निवेदन किया गया था परन्तु आज दिनांक तक ञ्जह्र/ष्ठश जारी नहीं किया गया न ही अन्तर जिला जोडा गया एवं बाकी उर्पाजन केन्द्रों का पूरा पूरा ञ्जह्र/ष्ठश जारी कर दिया गया जबकि छोटेडॉर एरिया से किसी भी उर्पाजन केन्द्र का ञ्जह्र/ष्ठश जारी नहीं किया गया जिसे धान उठाव नहीं होने से चूहा किट पतगों के द्वारा नुकसान पहुँचाया जा रहा है। जिसे धान के वजन में कमी सूखत की चिंता संस्था प्रबंधक एवं खरीदी प्रभारीयों की हो रही है।
अतः महोदय जी से निवेदन है कि धान उठाव अन्तर जिला जोडकर ञ्जह्र/ष्ठश जारी कराने का कष्ट करें जिससे सुखत आदि से बचा जा सके ।

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