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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ राजभर समाज के महासम्मेलन में देश भर से आये नेताओं ने भरी हुंकार

भिलाई । छत्तीसगढ़ राजभर महासभा का 29 वां प्रादेशिक महासम्मेलन रविवार 11 फरवरी को सुबह 8 से अपराह्न 5 बजे तक श्रीराम चौक खुर्सीपार भिलाई में संपन्न हुआ । इस महासम्मेलन में देश भर के राजभर समाज के लोग सम्मलित होकर सामाजिक उत्थान एवं नवीन नीतियों के लिए विचार-विमर्श कर राजभर समाज को दिशा निर्देश दिए। इस सामाजिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के घोसी लोकसभा क्षेत्र के भूतपूर्व सांसद चंद्रदेव प्रसाद राजभर थे तथा जबलपुर से पहुंचे आचार्य शिव प्रसाद सिंह राजगुरु ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि के रूप में राजेंद्र परगनिहा एवं वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के प्रतिनिधि के रूप में प्रेमचंद देवांगन, शंकरलाल देवांगन विशेष रूप से उपस्थित रहे । विशेष आमंत्रित अतिथि वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार शिवनाथ शुक्ला एवं लोक गायक भोजपुरी कमलेश राजभर ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की। कार्यक्रम में वर्किंग कोर कमेटी के अध्यक्ष कटेश्वर प्रसाद राजभर, दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर एवं महासचिव विष्णु राजभर, देवरिया उत्तर प्रदेश से राधेश्याम राजभर, गोरखपुर उत्तर प्रदेश से राजेश राजभर, मुंबई से सुभाष राजभर, चंडीगढ़ से प्रख्यात शिक्षाविद एससी राय, भानूप्रताप राय छत्तीसगढ़, राममूरत भारद्वाज, जितेन्द्र राय गाजीपुर, अखिलेश राजभर, संतोष राजभर (राजभर एक्सप्रेस न्यूज) मुंबई, दिनेश राजभर भंडारा सहित छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड, बंगाल, महाराष्ट्र, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों से आये प्रतिनिधि उपस्थित रहे। महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि भूतपूर्व सांसद चंद्रदेव प्रसाद राजभर ने कहा कि सामाजिक उत्थान के लिए आवश्यक है कि समाज के लोग अपनी प्रतिष्ठा और अस्मिता को पहचानें एवं व्यसनों से दूर रहकर शिक्षा की ओर उन्मुख हों। उन्होंने समाज के लोगों का आह्वान किया कि वे समाज की मुख्यधारा में आगे आएं और अपना आर्थिक एवं सामाजिक विकास करें। महाराजा सुहेलदेव का उल्लेख करते हुए चंद्रदेव राजभर ने कहा कि हमारे आदर्श बड़े हैं जिसके बल पर हम आज भी समाज को नेतृत्त्व देते हैं। अध्यक्षता कर रहे आचार्य शिव प्रसाद सिंह राजगुरु ने अपने सम्बोधन में विस्तारपूर्वक राजभर समाज के इतिहास को बताया और कहा कि इस समाज के लोगों ने देश को बनाने में अपना बलिदान दिया है। आचार्य शिव प्रसाद सिंह राजगुरु ने सभी को साथ आने का आह्वान किया। वर्किंग कोर कमेटी के अध्यक्ष कटेश्वर प्रसाद राजभर ने स्वजातीय बंधुओं से सामाजिक स्वावलम्बन की दिशा में जोर देते हुए कहा कि राजनीति से लेकर आर्थिक, समाजित एवं नैतिक उत्थान के लिए हमें उठा खड़ा होना है। राधेश्याम राजभर ने वर्तमान परिस्थितियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें सोचना होगा और अपने सर्वांगीण विकास के लिए आगे आना होगा। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, महासचिव विष्णु राजभर, राजेश राजभर, मुंबई से सुभाष राजभर, चंडीगढ़ से एससी राय ने भी अपने उद्बोधन में सामाजिक एकता के सूत्र बताये। वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार शिवनाथ शुक्ला ने अपने आशीर्वचन में सामाजिक एवं सांगठनिक एकता को महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हमें मिलकर सुन्दर और समरस समाज बनाने में अपना योगदान देना है। विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि के रूप में पधारे राजेंद्र परगनिहा एवं वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के प्रतिनिधि के रूप में आये प्रेमचंद देवांगन, शंकरलाल देवांगन ने समाज के भवन एवं महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा स्थापना के लिए सहयोग देने का आश्वासन दिया। छत्तीसगढ़ राजभर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नरसिंह राजभर ने अपने स्वागत उद्बोधन में देश भर से आये प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे छत्तीसगढ़ राजभर महासभा को मजबूत बनाने में अपना अहम् योगदान प्रदान करें। महासभा के प्रदेश महासचिव सुरेश राज एवं कोषाध्यक्ष बीएल राजभर ने सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी। संचालन रीता देवी ने किया। समाज के भानु प्रताप राय, तूफानी राजभर, बीरबल राम राजभर, सूरज राज संयोजक, सुभाष राजभर संयोजक, राजेश राज, जीयुत प्रसाद, राममूरत राजभर, शिवपूजन राजभर, वरुण प्रसाद बबलू राजभर, मुन्ना राजभर, राम राजभर, राजेश्याम राजभर, लल्लन राजभर रायपुर, धर्मराज राजभर, रंजीत राजभर, दिनेश राजभर सहित हजारों की संख्या में स्वजातीय लोग उपस्थित रहे। महासम्मेलन में युवक-युवती परिचय सम्मेलन, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं, विचार गोष्ठी के साथ, स्वास्थ्य शिविर श्री शंकराचार्य हॉस्पिटल, नेत्र शिविर बीएचएफ की ओर से आयोजित किया गया।

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