धन धन श्री गुरुतेगबहादुर साहिब के शहीदी दिवस पर किया गया नमन
भाटापारा । सिक्ख पंथ के नवम गुरु श्री तेगबहादुर साहिब के शहीदी दिवस पर स्थानीय पंजाबी गुरुद्वारा गुरूसिंघ सभा में उनकी शहादत को नमन करते हुए अमृत वेले ( सुबह ५ बजे ) से नितनेम का पाठ किया गया , उसके उपरांत समाज के महिलाओं , पुरुषों एवं बच्चों ने मिलकर प्रभातफेरी निकाली जो पंजाबी गुरुद्वारा से आरम्भ होकर झूलेलाल धाम से बस स्टैंड चौराहा , महासती मंदिर से रामसप्ताह चौक से जयस्तंभ होते हुए मल गली से हटरी बाज़ार होते हुए पंजाबी गुरुद्वारा में सम्पन्न हुई , सिक्ख सेवा संस्था के युवा वीरों द्वारा संगत के लिये चाय नाश्ते की सेवा रखी गई थी ,
समाज की महिलाओं द्वारा श्री गुरुतेगबहादुर साहिब जी के शहादत पर गुरबानी के शबद कीरतन से अपनी भावांजली अर्पित की
कश्मीरी पंडितों को तात्कालिक मुगल शासक औरंगजेब द्वारा जबरिया धर्मांतरण कर पूरे मुल्क में एक ही धर्म की हुकूमत चलाना चाहते थे कश्मीरी पंडितों के जनेऊ और तिलक हटाना चाहते थे तब उन्होंने गुरु जी से इस जुल्म की दास्तां सुनाई , तब श्री गुरुतेगबहादुर जी ने कश्मीरी पण्डितों से कहा कि मुगलिया शॉसक से कहो कि यदि श्री गुरुतेगबहादुर साहिब इस्लाम क़ुबूल कर लेते है तो हम सभी आपका धर्म स्वीकार कर लेंगे , दिल्ली के लाल किले से शाही फ़रमान जारी हुआ और गुरु श्री तेगबहादुरजी अपना चांदनी चौक पर अपना शीश देकर धर्म की रक्षा की और हिन्द की चादर के नाम से पूरे मुल्क में जाने गये ।
आज ही शाम पंजाबी गुरुद्वारा गुरूसिंघ सभा में उनके शहीदी दिवस पर गुरबाणी का शबद कीरतन और सिमरन कर उनकी शहादत को नमन किया गया साथ ही संगत के लिए लंगर का भी रखा गया ।
इस शहीदी कार्यक्रम में समाज प्रधान स. त्रिलोक सिंह के साथ साथ बंटी छाबड़ा अरुण वीर जी , स.हरमिन्दर सिंह, स. अमरजीत सलूजा ग्रीन्स , श्री देवेन्द्र सचदेव , श्री रगबीर मक्कड़ , स.महेन्दर सिंह जी , स. हरभगवान गुम्बर जी , स.हरविंदर सलूजा मिनकु, स. सोनू छाबड़ा ,स. रविन्दर चावला , श्री जोगिन्दर सलूजा , स. बलविंदर सिंह छाबड़ा , स.हरप्रीत सलूजा राजू , स. मनजीत सिंह सप्पल , स. इन्द्रजीत सिंह राणा , स.रणजीत सिंह , स.परमजीत छाबड़ा आदि बड़ी संख्या में माताओं , बहनों और बड़े – छोटे वीरों ने अपनी भागीदारी निभाई ।