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छत्तीसगढ़

डेंगू नियंत्रण के लिए बीएसपी द्वारा निरन्तर प्रयास जारी

भिलाई । भिलाई इस्पात संयंत्र के जनस्वास्थ्य विभाग एवं जिला मलेरिया विभाग, दुर्ग द्वारा संयुक्त रूप से विगत 13 जून 2023 से डेंगू सर्वेक्षण, जागरूकता अभियान और मच्छर नाशक अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान अभी भी इस्पात नगरी भिलाई में नियमित रूप से जारी है। इस अभियान के तहत और इस्पात नगरी के नागरिकों के प्रयास के फलस्वरूप अब टाउनशिप क्षेत्र में डेंगू लार्वा के पाये जाने के प्रकरण लगभग समाप्त हो रहे हैं। अब तक कोई नया डेंगू लार्वा का प्रकरण विगत दिनों से नहीं मिला है। भिलाई टाउनशिप की हरियाली एवं आवासों के साथ लगी खाली भूमि, जो लोगों को बेहतर आवास एवं पर्यावरण तो उपलब्ध कराती है, वहीं दूसरी ओर बारिश के मौसम में इन खुले स्थानों में पड़े पात्रों में जल जमाव होने के कारण साफ पानी में पैदा होने वाले मच्छर की (एडिस) प्रजाति जो डेंगु के प्रसार का कारक है, के भी पैदा होने की संभावना बनी रहती है। विगत वर्षों में भिलाई टाउनशिप में डेंगू के अनेकों प्रकरण सामने आने के कारण ऐतिहातन एवं रोकथाम हेतु जन-मानस में जागरूकता लाने भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के तहत जनस्वास्थ्य विभाग, द्वारा जिला मलेरिया विभाग दुर्ग से भुगतान के आधार पर प्राप्त 96 ब्रीडिंग चेकर्स के माध्यम से 13 जून 2023 से वृहद सर्वेक्षण एवं जागरूकता अभियान आरंभ किया गया है। इस अभियान के तहत ब्रीडिंग चेकर्स द्वारा टाउनशिप के प्रत्येक आवास सहित सभी दुकानों एवं भवनों में जाकर ऐसे स्थल जहां मच्छर पनप सकते है, जैसे पशुओ एवं पक्षियों के लिए रखे पानी के पात्र, कूलर, पुराने टायर, नारियल के खोल, पुराने बर्तन, पानी की टंकिया तथा अन्य जल-पात्र व जल जमाव के अन्य स्थानों का निरीक्षण कर मच्छरों के लार्वा विनिष्टीकरण के साथ ही निरोधक उपायों हेतु लोगों को जागरूक करने पॉम्पलेट एवं नि:शुल्क लार्वानाशी (टेमीफोस) का वितरण किया जा रहा है। 13 जून 2023 से समाचार लिखे जाने तक 24 नवम्बर तक के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अब तक विभिन्न चरण में कुल 2,26,644 घरों का सर्वेक्षण किया गया। इसके साथ ही 2,03,344 कूलर एवं जल पात्रों का निरीक्षण, 16,686 घरों में लार्वा पाया गया, 7555 घरों में कीटनाशक का छिड़काव तथा 1,26,825 घरों में टेमीफोस का वितरण किया गया। इसके साथ ही मच्छरों के संख्या पर नियंत्रण हेतु नियमित रूप से ऐसे स्थान जहां पानी एकत्र होता है, को नाली बनाकर खाली करने के साथ ही रुके पानी पर आयलिंग का कार्य आरंभ किया गया है, ताकि मच्छर को लार्वा स्टेज में ही समाप्त कर मच्छर की संख्या पर नियंत्रण रखा जा सके। उल्लेखनीय है कि मच्छरों की संख्या पर नियंत्रण हमेशा जन सहयोग से ही सफल एवं कारगर होता है। इसके साथ ही वेहिकल माउंटेड थर्मल फागिंग मशीन द्वारा पुरे टाउनशिप में दो चरणों में सघन फागिंग कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। इसके अलावा बैकलेन एवं घरों में कीटनाशकों का छिड़काव नियमित रूप से निरंतर किया जा रहा है। जनस्वास्थ विभाग, भिलाई की प्रबुद्ध जनता से यह अपील करता है कि, मच्छर नियंत्रण हेतु व्यक्तिगत स्तर पर किये जा सकने वाले उपाय जैसे कूलर एवं पानी की टंकियों को प्रति सप्ताह एक बार पूरी तरह खाली करना, खाली पड़े बर्तनों, पुराने टायरों में पानी का जमाव ना होने देना, रुके हुए पानी, जिसे खाली करना संभव ना हो उसपर किसी भी प्रकार के तेल की कुछ बुँदे डालकर मच्छरों को पनपने से रोकना एवं मच्छरदानी का नियमित उपयोग कर डेंगु एवं मच्छरों से होने वाले बीमारियों के रोकथाम में सहयोग करें तथा स्वयं भी सुरक्षित रहें औरों को भी सुरक्षित रखें।

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