खेल – मनोरंजन

आगे बढऩे की प्रेरणा देती हैं ऐसी स्पर्धाएं

फीफा विश्व कप फुटबाल महिला प्रतियोगिता -2023: नौवी बार हो रही है आयोजित

– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
संगठन चाहे व्यापार-व्यवसाय, महिला, मजदूर, राजनीति आदि किसी भी क्षेत्र का हो उसे न सिर्फ चलाना पर उसका अस्तित्व बनाये रखने के लिए पदाधिकारियों को त्याग, समर्पण, तपस्या, आपसी समझ की आवश्यकता होती है। खेलकूद में ओलंपिक खेलों का टेनिस और फुटबाल के संघ प्रत्येक दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा मजबूत हैं और निरंतर संगठित होते जा रहे हैं। फीफा याने एसोसिएशन फुटबाल का अंतर्राष्ट्रीय महासंघ है जिसका गठन 21 मई 1904 को आज से करीब 119 वर्ष पूर्व हुआ था। शुरुआती दौर में फीफा के सदस्य देश बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, नीदरलैंड्स, स्पेन, स्वीडन, स्वीट्जरलैंड और जर्मनी मिलाकर आठ थे। आज फीफा के मान्यता प्राप्त देशों की संख्या 211 है। यह सब कुछ फुटबाल खेल के मार्गदर्शकों, चाहने वालों तथा फेडरेशन के सचेत, सतर्क पदाधिकारियों के कारण संभव हो सका है। फेडरेशन को मजबूत करने और देश-विदेश में फुटबाल को लोकप्रिय बनाने हेतु सबसे पहले 1930 में पुरुष वर्ग की विश्व कप स्पर्धा शुरू की गई। हालांकि ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में 1896 और 1932 को छोड़कर सभी खेल में फुटबाल को शामिल किया गया है। अब तो फीफा ने युवाओं की तरफ ध्यान देते हुए 1985 से फीफा अंडर 17 विश्व कप, फीफा अंडर 201977 से पुरुष वर्ग जबकि महिला वल्र्ड कप 1991 से, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में 1996 के अटलांटा ओलंपिक से महिलाओं का, अंडर-17 फीफा विश्वकप-2008, फीफा विश्व कप अंडर-20, 2002 से आरंभ किया गया है। इसका आशय फुटबाल को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाना है। आज यह खेल वास्तव में बहुखेल ओलंपिक खेलों के बाद सबसे अधिक प्रसिद्ध ख्ेाल है। 2023 का फीफा महिला विश्वकप इन दिनों में 20 जुलाई से 20 अगस्त तक आस्ट्रेलिया के साथ न्यूजीलैंड के विभिन्न शहरों में खेला जा रहा है। पूरी दुनिया में महिला फुटबाल की 172 टीम है। जिनके बीच पहले आरंभिक स्तर के मैच हुए। जिसमें 505 मैच में 2143 गोल दागे गये। इसमें 32 टीम को फायनल चक्र में खेलने का मौका मिला है। जिनमें मेजबान होने के नाते आस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड को सीधे प्रवेश मिला। इसके अलावा एशिया से जापान, दक्षिण कोरिया, चीन, फिलीपींस, विएतनाम, यूरोप से इंग्लैंड, स्पेन, फ्रांस, इटली, पुर्तगाल, डेनमार्क, नार्वे, जर्मनी, नीदरलैंड्स, स्वीट्जरलैंड, पुर्तगाल, उत्तर मध्य महाद्वीप से संयुक्त राज्य अमेरिका, कोस्टारिका, जमैका, पनामा, अफ्रीका से जाम्बिया, मोरक्को, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका क्षेत्र से कोलंबिया, ब्राजील, साथ ही हैती, ने भी मुख्य चक्र ेमें प्रवेश पाने में योग्यता हासिल की है। इस प्रकार महाद्वीपों में एशिया की 27, अफ्रीका की 43, उत्तर-मध्य महाद्वीप की 32, कोपा अमेरिका की 10, ओसिआनिया की 9, यूरोप की 51 में से क्रमश: 06, 04, 04, 03, 01, 11 अंडर प्ले आफ से 3 टीम को मुख्य स्पर्धा के लिए योग्य घोषित किया गया। खेल संगठन को व्यवस्थित रूप से संचालित करके खेलों की दुनिया में कामयाब बनाने के तरीके को फीफा के कार्यकलाप योजनाओं से सीखा जा सकता है।
विश्व के भूभाग को 6 भागों में विभक्त करके जिस तरह फुटबाल को संसार के कोने-कोने तक लोकप्रिय बना दिया गया है अन्य खेल संघों को उसका अध्ययन करके अनुसरण करना चाहिए। 9 जून 2023 के योग्यता क्रम अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका पहले, जर्मनी दूसरे और स्वीडन तीसरे स्थान की थी। फीफा द्वारा महिला टीमों के रेकिंग की शुरुवात 2003 में की गई। भारतीय महिला फुटबाल टीम को विश्व कप प्रतियोगिता में योग्यता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी क्योंकि मार्च 2023 में उसकी रेकिंग 60 थी। अभी जारी विश्वकप भारतीय बालिकाओं, युवाओं व महिलाओं को आगे बढऩे की प्रेरणा देगी।

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