स्पर्धा से बढ़ी कैरियर निर्माण की संभावना
क्रिकेट: महिला इंडिया प्रीमियर लीग: 2023 प्रथम संस्करण की शुरुआत 4 मार्च से
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
हमारे देश में इन दिनों खेलों में नई संस्कृति ने जन्म लिया है। अब देशी-विदेशी खिलाडिय़ों को नीलामी के माध्यम से चुनकर एक टीम बनाते हुए स्पर्धा होती है। इस दिशा में क्रिकेट सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2008 में पुरुष वर्ग की 20-20 ओवर की क्रिकेट चैंपियनशिप आरंभ हुई। यह अनवरत जारी है। अब उसकी लोकप्रियता को देखते हुए भारत में 2023 से पहली बार महिला खिलाडिय़ों से बनी टीम का मुकाबला होगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी.सी.सी.आई)द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट को टाटा डब्ल्यू.आई.पी.एल या वुमेंस आई.पी.एल.2023 या डब्ल्यू आईपीएल टवेंटी-20 नाम दिया गया है। यह प्रतियोगिता 4 मार्च 2023 से 26 मार्च 2023 के मध्य मुंबई के ब्रबोर्न स्टेडियम,डॉ.वी.वाय.पाटिल स्टेडियम में खेली जायेगी। इसमें मुकाबले डबल लीग आधार पर होगी। जिसमें 44 मैच होंगे। कुल 5 टीमों के बीच आपस में मुकाबले होंगे। 2023 के पहले संस्करण में गुजरात जिएंट्स, रायल चैलेंजर बेंगलुरु,देलही कैपीटल, यूपी वारियर्स और मुंबई इंडीयंस की टीम के बीच मुकाबले होंगे। क्रिकेट खेल की लोकप्रियता उससे जुड़े इलेक्ट्रानिक, प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया आदि के मीडिया पत्रकारों, कर्मियों को जाता है।रंगीन टेलीविजन और अब तो मोबाइल के माध्यम से मैच का सीधा प्रसारण होता है। महिला क्रिकेट की चमक को बढ़ाने में भारत की क्रिकेटरों का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक जमाने में तीन या चार दिवसीय मैच के लिए भारत की महान महिला क्रिकेटर में शांतारंगा स्वामी,डायना एडुलजी, शुभांगी कुलकर्णी,संध्या अग्रवाल,अंजूम चोपड़ा, झूलन देवी गोस्वामी का नाम प्रमुख तौर पर लिया जाता है। आज के एक दिवसीय तथा टी-20 मुकाबले के लिए भारत की मिताली राज, स्मृति मंधाना, हरमनजीत कौर, दीप्ति शर्मा, जेमीमा रोड्रिक्स, शेफाली वर्मा,पूनम यादव आदि प्रमुख है। प्रत्येक टीम में 18 खिलाडिय़ों को शामिल करने की बाध्यता है। जिसमें पांच खिलाड़ी विदेशी हो सकती हैं। इस बार गुजरात जिएंट्स में आस्ट्रेलिया क्रिकेटर बेंथ मूनी जार्जिया वारेहम, रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु में एलीस पेरी, दक्षिण अफ्रीका की मेरीजाने कैप, आस्ट्रेलिया मेग लेनिंग, इंग्लिश क्रिकेटर नातालिया सीवेर,मुंबई इंडियंस की टीम में जबकि यूपी वारिओर्ज में सोफई इक्लेसटन शामिल हैं। इस बार महिला टीमों के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिलेगी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आई.सी.सी.) द्वारा क्रिकेट को बढ़ावा देने की दिशा में भारत में महिला क्रिकेट स्पर्धा का आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। ऐसे आयोजन के द्वारा हमारे देश की युवा महिला पीढ़ी में इस खेल के प्रति लगाव बढ़ेगा।
क्रिकेट में कैरियर बनाने के लिए महिलाओं,लड़कियों को संभावनाओं का नया द्वार खुलेगा।क्रिकेट के खेल में एक टीम को तैयार करने के लिए कोच,फिजियोथेरेपिस्ट, मेडिकल स्पोर्ट्स डाक्टर, डायटिशिन,मसाजर आदि की आवश्यकता होती है। इस क्षेत्र में भारत की युवा क्रिकेट प्रेमियों को कैरियर बनाने का मौका मिलेगा। छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि यहां की आकांक्षा सत्यवंशी भारत की अंडर 19, व सीनियर महिला वर्ग टीम की फिजियोथेरेपिस्ट हैं। इसके अलावा महिला खिलाड़ी क्रिकेट खेलेंगी तो आगे चलकर खेल संचालन के लिए अंपायर, वीडियो अंपायर, आंकड़ेबाज,स्कोरर, पिचनिर्माण करने वाले आदि की आवश्यकता होगी। इस क्षेत्र में आज की परिस्थिति में महिला अपना योगदान इस खेल में करके आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकेंगी। अत: हम 2023 के महिला आई.पी.एल. के आयोजन के कारण भारत की महिलाओं के उज्जवल भविष्य की आशा रखते हैं।