https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
खेल – मनोरंजन

प्रशिक्षण शिविर जल्द शुरू करने से मिलेगी सफलता

37 वें राष्ट्रीय खेल: गोवा में होगा अक्टूबर 2023 में , अमिताभ शर्मा आयोजन समिति के चेयरमैन नियुक्त

– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
36वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को जब मई 2022 में अचानक ही गुजरात राज्य ओलंपिक संघ के तत्वावधान में सितंबर-अक्टूबर 2022 में गुजरात में कराये जाने का निर्णय लिया गया तब भारतीय ओलंपिक संघ नई दिल्ली की जमकर आलोचना हुई थी। उस समय आई.ओ.ए. में पुराने पदाधिकारी थे। विवादों के कारण बाद में अध्यक्ष नरेंदर बत्ररा को त्याग पत्र देना पड़ा। फिर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की (आई.ओ.ए.) नई दिल्ली में नई कार्यकारिणी हेतु चुनाव हुए जिसमें महान महिला एथलीट सांसद पी.टी.उषा को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। इस प्रकार भारतीय खेल जगत आमूलचूल परिवर्तन की ओर अग्रसर हुआ।
आई.ओ.ए. की पिछली कार्यकारिणी ने गोवा में 2023 अक्टूबर में 37वें राष्ट्रीय खेलों को आयोजित करने की सैद्धांतिक सहमति दे चुकी थी। वस्तुत: गोवा की सरकार ओलंपिक संघ और वहां के खेलप्रेमियों को इस बात को लेकर नाराजागी थी कि उनकी पूरी तैयारी होने के बाद अंतिम समय में उनसे 36वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी छिन ली गई। जबकि गोवा सरकार ने इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिए स्टेडियम, मैदानों के निर्माण,खेल सामाग्री अन्य अधोसंरचना निर्माण में करोड़ों रुपये झोंक दिये थे। दूसरी तरफ गोवा ओलंपिक संघ अपने पक्ष में चाहे जो भी तर्क दे वस्तुत: 2011-12में राष्ट्रीय खेलों के लिए गोवा का चयन किया गया था। परंतु लगभग 10 वर्षों में उनकी अधूरी तैयारी बहुत बड़ा रोड़ा बनकर उभरी। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले 9 वर्षों के प्रधानमंत्रित्वकाल में खेलों को जितना बढ़ावा दिया गया वह 64-65 वर्षों में भारत में कभी नहीं दिया गया। खेल बजट को करीब 700 करोड़ से 2100 करोड़ तक बढ़ाना प्रधानमंत्री के भारत में खेल व खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों, सपोट स्टाफ के प्रति सम्मान तथा भरोसा को दर्शाता है। 36 वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन भी बड़े उद्देश्य को लेकर अचानक गोवा से गुजरात को आबंटित किया गया था।
भारत की खेल प्रतिभाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत उम्मीद रखते हैं और उन्हें उम्मीद है कि प्रतिभागियों को अवसर व सुविधा दिये जाने से भारत खेल के क्षेत्र में विश्व में अपनी धाक जमा सकता है। इसी वजह से जमीन स्तर की खेल प्रतिभाओं की खोजबीन के लिए खेलों इंडिया यूथ गेम्स और खेलों इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन प्रतिवर्ष कराया जा रहा है। इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन से स्पष्ट रूप से भारत को लाभ मिल रहा है। हमारे खिलाड़ी 2020 के टोक्यो ओलंपिक तथा 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। अब प्रधानमंत्री की मंशा स्पष्ट है वे 2036 में भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन के लिए उत्सुक है। इस दिशा में 36वें खेलों का गुजरात में ओयजन मील का पत्थर साबित होगा। 37 वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए गत दिनों नई दिल्ली के आई.ओ.ए. कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।जिसमें कार्यकारिणी के सदस्य अमिताभ शर्मा को गोवा के राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का चेयरमेन घोषित किया गया। इस प्रकार हम कह सकते हैं। इन खेलों के आयोजन की शुरूवात हो गई है। इसको ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में अभी से 37 वें राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की जानकारी लेना शुरू करना चाहिए। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य ओलंपिक संघ की जिम्मेदारी बढ़ गई है।
अब उन्हें छत्तीसगढ़ के उन खेल फेडरेशन के साथ सतत संपर्क बनाये रखना होगा। जिन खेलों की टीम या तो 37 वें राष्ट्रीय खेलों के लिए योग्यता हासिल कर चुकी है या फिर आने वाले दिनों में अपने-अपने खेलों के राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेने वाली है। इसके लिए विभिन्न जिलों के ओलंपिक संघ व खेल फेडरेशन के संघ से नियमित रूप से संपर्क रखना जरुरी है। हमारे प्रदेश में ओलंपिक खेलों के बालक बालिका या महिला पुरुष वर्ग में प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की कोई कभी नहीं है। अक्टूबर-2023 में शामिल होने वाले खेलों के खिलाडिय़ों के लिए अप्रैल-मई 2023 में प्रशिक्षण शिविर लगाये जाने का कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ मिलकर बनाये जाने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के अध्यक्ष हैं यह गौरव की बात है वे स्वयं खेलकूद में रूचि रखते हैं पिछले दिनों छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का आयोजन उनकी बड़ी उपलब्धि है अत: अब छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय खेल नक्शे में लाने के लिए सभी लोगों का सहयोग चाहिए जो कि खेल भावना द्वारा संभव है।

Related Articles

Back to top button