https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

स्कूल भवन नहीं होने से शिक्षक और बच्चे हो रहे परेशान

कसडोल । बलौदा बाजार जिला कसडोल विकासखंड के अंतर्गत पूर्व माध्यमिक शाला आमाखोहा का भवन नहीं होने के कारण शिक्षकों सहित समस्त छात्र- छात्राओं को परेशानियों का सामनाओ करना पड़ रहा है! पूर्व माध्यमिक शाला का भवन नहीं होने के कारण यहां के छात्र -छात्राओं को प्राथमिक शाला भवन में बैठकर पढा़ई करनी पड़ती है। इसके चलते उन्हें पूर्व माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला के बच्चों के साथ सामंजस्य बनाकर चलना पड़ रहा है।
ना खेलने के लिए मैदान है और ना ही वाहन पार्किंग की जगह: जिस भवन में कक्षा लग रही है वहां न तो बच्चों के खेलने के लिए मैदान है और ना ही वाहन पार्किंग का कोई स्थान। मिडिल स्कूल के भवन हेतु विकास खंड शिक्षा अधिकारी कसडोल एवं जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार को कई बार नये भवन निर्माण हेतु निवेदन किया/आवेदन दिया जा चुका है किंतु अब तक नये भवन बनाने की स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है।
प्रशासन ने भवन को जर्जर घोषित कर दिया है: ज्ञात हो कि विकासखंड कसडोल के अंतर्गत पूर्व माध्यमिक शाला आमाखोहा में स्कूल भवन नहीं है। मिडिल स्कूल के इस भवन को विगत 3 वर्षों से प्रशासन द्वारा जर्जर घोषित किया जा चुका है जिसके चलते स्कूल भवन में पढ़ाई का कार्य नहीं किया जाता है। विगत 3 वर्षों से पूर्व माध्यमिक शाला की कक्षाएं, प्राथमिक शाला भवन में संचालित हो रही है। भवन नहीं होने की इस मजबूरी को शिक्षकों ने समझौता कर दो पाली में स्कूल संचालित कर रहे हैं। सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक प्राथमिक शाला के बच्चों की क्लास लगती है उसके बाद 11:30 से पूर्व माध्यमिक शाला के बच्चों की क्लास लगती है। स्कूल के प्रधान पाठक ने बतलाया कि पूर्व माध्यमिक शाला में छात्र-छात्राओं की दर्ज संख्या 126 है जहां शिक्षकों की संख्या 6 है लेकिन पूर्व माध्यमिक शाला भवन जर्जर हो जाने के कारण से हमें मजबूरी में प्राथमिक शाला के भवन में शिक्षण कार्य संचालित करना पड़ रहा है । इसके चलते प्राथमिक शाला के छोटे-छोटे बच्चों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं छोटे से कमरे में 126 छात्र- छात्राओं को बैठने में भी दिक्कत होती है क्योंकि कमरे छोटे हैं।

Related Articles

Back to top button