चुनाव आचार संहिता हटते ही दंतेवाड़ा मेन मार्केट पर चला प्रशासन का बुलडोजर

दंतेवाडा । चुनाव आचार संहिता के शिथिल होते ही प्रशासन नगर में विकास कार्य को गति देने तेजी से जूट गया है। दंतेवाड़ा मुख्य सड़क माकेेट में आज सुबह सुबह पीडबल्यूडी व राजस्व अमला भारी पुलिस बल के साथ जब मेन मार्केट में पीला पंजा अर्थात बुलडोजर लेकर पहुंचे तो व्यापारियों को समझते देर नहीं लगी कि आज तोडफोड की कारवाई होने वाली है। बुलडोजर देखते ही ज्यादातर व्यापारियों ने नालियों के उपर से सामान हटाना शुरू कर दिया। ईधर सुबह 9 बजे से ही ताबडतोड़ प्रशासन का बुलडोजर फरसपाल चौक से गरजना शुरू हुआ जो घंटों तक कारवाई चलता रहा। इस बीच राजस्व अधिकारी, आरआई, पटवारियों ने मुख्य सड़क के बीच से दोनो ओर 10-10 मीटर के दायरे को चिहिन्त कर निशान लगाया जिसके बाद बुलडोजर ने अपना काम धड़धड़ शुरू कर दिया। अचानक से हुए बुलडोजर कारवाई से नगर के व्यापारी भी सहम गए उन्हें समझ ही नहीं आया कि अचानक से प्रशासन ने बिना कोई सूचना के इतनी बड़ी कारवाई को आखिर कैसे अंजाम देने पहुंच गए। प्रशासन के बुलडोजर कारवाई का सुबह कुछ व्यापारियों ने विरोध भी किया और इसे प्रशासनिक तानाशाही करार दिया और कारवाई को गैर संवैधानिक बताया वहीं दुसरी ओर मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने व्यापारियों को समझाया कि ये जो भी कारवाई हो रहा है पूरी तरह से सवैधानिक है एवं शासन के नियम तथा निर्देशानुरूप ही किया जा रहा है। अधिकारियों ने व्यापारियों से कहा कि यह प्रशासननिक कारवाई है लिहाजा कोई भी व्यापारी इस कार्य में व्यवधान उत्पन्न न करे बेहतर होगा कि आप सब लोग चिहिन्त दायरे से अपना अपना सामान तथा सीट पाइप इत्यादि खोलकर सुरक्षित रख लें जिससे कि आपका कोई नुकसान न होने पाए। प्रशासन का मंशा किसी भी व्यक्ति का कोई आर्थिक नुकसान करना नहीं है बल्कि नगर के विकास के लिए प्रतिबद्ध शासन अपना कार्य कर रही है।
। भारी पुलिस बल की तैनाती को देख व्यापारी भी पीछे हो गए और चिहिन्त जगह से सामान हटाना शुरू कर दिया। बता दें कि नगर के मुख्य सडक के दोनों ओर 2-2 फीट का फूटपाथ व नाली का निर्माण वर्तमान में चल रहा है। अभी कार्य आधा ही हुआ है इसी कार्य को पूरा करने के लिए नाली के उपर अतिक्रमण को हटाने के लिए जगह को खाली कराया जा रहा है। व्यापारियों को भी इस बात का आभास हो चला था कि सरकारी कार्य में बाधा डालना उन्हें भारी पड़ सकता है लिहाजा व्यापारीगण थोड़ा विरोध के बाद बैकफूट पर आ गए जिसके बाद तोडफोड़ की कारवाई और भी तेजी से आगे बढ़ती चली गई। तोडफोड की कारवाई से उद्वेलित कुछ व्यापारियों ने बताया कि जब भी प्रदेश में भाजपा की सरकार आती है तोडफोड करती है जबकि कांग्रेस के शासनकाल में ऐसा कभी नहीं होता। बता दें कि 31 जनवरी 2016 में भी भाजपा सरकार के दौरान दंतेवाड़ा में तालाब किनारे के करीब 56 दुकानों को बुलडोजर लगाकर तोड दिया गया था उस दौरान भी इस कारवाई का जबरदस्त विरोध हुआ था। दंतेवाड़ा विधायक एवं कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने अपनी गिरफतारी भी दी थी। आज 10 साल बाद एक बार फिर से उसी तर्ज पर नगर के मार्केट में तोडफोड़ हो रही है हालांकि इस कार्य में किसी का दुकान नहीं तोड़ा जा रहा है मगर फूटपाथ बनाने के चक्कर में कई व्यापारियों की दुकाने भी जद में आ रही है जिस पर भी बुलडोजर चलना तय है । अब देखने वाली बात होगी कि व्यापारी आखिर इस समस्या से कैसे निजात पाते हैं। फिलहाल तो प्रशासन किसी भी कीमत पर सड़क के दोनों ओर नालियों के उस पार 2 फीट तक हुए अतिक्रमण को हटाने में पूरी ताकत से जूट गया है।