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छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के किये दर्शन

भिलाई । हमारे तीर्थ स्थल हमारे धरोहर हैं। यहां तीर्थयात्रियों के लिये सुविधाओं का विकास हमारे लिए प्राथमिकता है और इस दिशा में बड़ा काम पिछले चार वर्षों में हमने किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कौही में आयोजित मेले में भगवान शिव के दर्शन करने आये श्रद्धालुओं से कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 11 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आप सभी की मंगल कामना भगवान भोलेनाथ से करता हूँ। हमेशा की तरह इस बार भी कौही मेले में हजारों श्रद्धालु मौजूद हैं। भगवान शिव को औघड़दानी कहते हैं। जहां भी शिव विराजे हैं वहां मेले लगे हैं। भगवान शिव का आशीर्वाद हम पर है। प्रदेश समृद्धि की राह पर है। साधु संत कहते हैं कि शिव भाव से ही सारे जीवों की सेवा करना है। हमने इसे ही लक्ष्य माना है। ईश्वर के आशीर्वाद और आप के सहयोग से हम यह कार्य कर रहे हैं। कोरिया से सुकमा तक 2200 किमी में रामवनगमनपथ को विकसित करने काम हो रहा है। कौशल्या महोत्सव मनाने का हमने निर्णय किया है। शिवरीनारायण में और राजिम में हम अधोसंरचना विकसित कर रहे हैं ताकि तीर्थयात्रियों को अधिकतम सुविधा मिल पाए। राजिम में 55 एकड़ क्षेत्र को मेला परिसर के रूप में विकसित कर रहे हैं। राजिम में तीर्थयात्रियों को रहने की सुविधा यहां मिल पाएगी। गुरू घासीदास से जुड़े तीर्थस्थलों में भी हम अधोसंरचना और सुविधा जुटा रहे हैं। आर्थिक रूप से प्रदेश को बेहतर करने और शिक्षा स्वास्थ्य से संबंधित सुविधा जुटाने का कार्य कर रहे हैं।
प्रदेश के तीर्थ भूमियों को विकसित करने कर रहे व्यापक कार्य : मुख्यमंत्री – प्रदेश के तीर्थ स्थलों को विकसित करने की दिशा में हम व्यापक कार्य कर रहे हैं। ठकुराइन टोला में 3 करोड़ रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जा रहा है तथा 17 करोड़ रुपये की लागत से लक्ष्मण झूला बनाया जाना है। संत पवन दीवान द्वारा इस मंदिर का लोकार्पण किया गया था। मंदिर में हर वर्ष तीर्थ यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम ठकुराइन टोला में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के पश्चात श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल राजिम में 55 एकड़ क्षेत्र में विकास कार्य किया जा रहा है। यहां पर मेले में आने वाले यात्रियों के लिए रहने की सुविधा भी होगी। इसके पहले मेला नदी तट तक फैला रहता था जिससे नदी में मुरूम भरने से दिक्कत आने की आशंका थी। अब नये परिसर से यह दिक्कत दूर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरिया से लेकर सुकमा के रामाराम तक नौ तीर्थस्थलों में राम वन गमन क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है। हमने शिवरीनारायण, चंदखुरी और राजिम तीर्थ स्थल में अधोसंरचना विकास किया है। देश में कौशल्या माता के एकमात्र मंदिर में अधोसंरचना विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य हुआ है। मंदिर में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश में तेजी से आर्थिक विकास हुआ है और शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अधोसंरचना विकास तेज हुआ है मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धान उत्पादक किसानों को अपनी मेहनत का सबसे अच्छा मूल्य मिल रहा है और किसानों का संतोष हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। उन्होंने निषाद समाज द्वारा मंदिर परिसर के विकास के लिए किए गए कार्यों की प्रशंसा की।

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