आगामी 25 अक्टूबर से 9 नवम्बर 2023 तक गोवा में होगा 37वां राष्ट्रीय खेल
छत्तीगसढ़ की खेल प्रतिभाओं के लिए सुअवसर
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
राष्ट्रीय खेलों का अपना महत्व होता है। विभिन्न राज्यों के ग्रामीण, शहरी अंचल के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को उजागर करते हैं। इसमें चिरपरिचित और उभरते हुए किशोर, युवा, खिलाडिय़ों के बीच मुकाबला होता है। हार या जीत अपनी जगह है लेकिन ऐसी प्रतियोगिता की वजह से खेल भावना का प्रवाह होता है। लगभग 21वीं शताब्दी के शुरुआत में तीन नये राज्य छत्तीसगढ़, उत्तरांचल, झारखंड का उदय हुआ और अब तेलंगाना राज्य भी अस्तित्व में आ गया है। इस प्रकार खेलकूद में प्रतिभागी बढ़े हैं उनके बीच अविराम संघर्ष की शुरुआत हुई है। हमारे देश में विभिन्न प्रकार के खेल होते हैं जिनमें कुछ पारंपरिक, लोक खेल सदियों पुराने होते हुए आज भी लोकप्रिय है जबकि कुछ आधुनिक खेल होते हैं जिनमें सबसे नवीनतम खेल भारतीय नागरिक राजू दभाडे द्वारा अविष्कृत रोलबाल है। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में 28 प्रमुख खेल सम्मिलित हैं। 37वें राष्ट्रीय खेलों में इस बार 43 खेलों के मुकाबले होंगे जो कि राष्ट्रीय खेलों के 1924 से हो रहे आयोजन का एक कीर्तिमान है। 36 वे राष्ट्रीय खेलों का आयोजन गुजरात में अचानक किए जाने से गोवा के लिए पूर्व में ही घोषित राष्ट्रीय खेलों को स्थगित कर दिया गया था। उस समय भारतीय संघ के इस निर्णय पर आश्चर्य व्यक्त किया गया था लेकिन गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वह सपना है जो उन्होंने लंबे समय से सहेजकर रखा था। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि भारत में विश्व की सबसे प्रतिष्ठित खेल स्पर्धा आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन हो। ऐसी स्पर्धा को कराने के लिए आयोजन संबंधी व्यवस्था खेलों के मुकाबले, अधोसंरचना, परिवहन, भोजन, आवास आदि के गतिविधियों की लिखित और वीडियो क्लिप की आवश्यकता होती है। केंद्र सरकार के खेल विभाग और भारतीय ओलंपिक संघ नई दिल्ली ने इस दिशा में ठोस कार्य किया है और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी की आगामी बैठक में 2036 में भारत में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए दावेदारी प्रस्तुत किए जाने की संभावना है। गुजरात के बाद भारतीय ओलंपिक संघ की घोषणा अनुसार एक वर्ष के अंदर ही दूसरी बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन गोवा में होने जा रहा है अत: भारतीय खेल जगत में प्रसन्नता की लहर छा गई है। गोवा में 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेश और भारतीय सेना की टीमों के भाग लेने की संभावना है। इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष थामस बाक ने पिछले दिनों एक साक्षात्कार में संकेत दिया कि भारत 2036 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी का प्रमुख दावेदार होगा जबकि भारत के खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने भी स्वीकार किया कि भारत में भविष्य में ओलंपिक खेल सम्पन्न हो सकते हैं।
गोवा के पणजी, मापसा, मडगांव, फोंडा तथा वास्को के 26 खेल स्थलों में मुकाबले होंगे। हालांकि गोल्फ, सायकलिंग और निशानेबाजी के मुकाबले नई दिल्ली में होंगे क्योंकि गोवा में सायकलिंग के ट्रेक रेस के लिए वेलोड्रम, शूटिंग रेंज और गोल्फ मैदान नहीं है। गोवा में रोल बाल, लागोरी, गटका, पेचक सिलाट, रांबी को भी मलखंब, योगा के साथ शामिल किया गया है। राष्ट्री खेलों में मुकाबला करने के लिए छत्तीसगढ़ से मजबूत टीम का चयन करना बहुत जरूरी है। इसके लिए खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण तत्काल आरंभ करना होगा।