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छत्तीसगढ़

पोतों ने अपनी ही दादी को लात घूसों से पीट-पीटकर मार डाला

गरियाबंद । 10 क_ा धान को बेचने को लेकर पोत़ और दादी में विवाद के बाद पोतो ने हैवानियत दिखाते हुए अपनी ही दादी को इस कदर मारपीट की, की दादी की इलाज के दौरान मौत हो गई । अपनी पत्नी के मौत के बाद दादा ने पुलिस को सारा सच-सच वाकया बयान कर दिया ।फिर पी.एम. रिपोर्ट ने भी हकीकत सामने ला दी जिसके आधार पर पांडुका पुलिस ने दोनों पोतों के विरुद्ध अपराध दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दियावरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले के दिशा निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रेश सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पुष्पेन्द्र नायक के पर्यवेक्षण में विवेचना दौरान कथन के आधार पर थाना प्रभारी पांडुका निरीक्षक जय सिंह धुर्वे द्वारा टीम गठित कर सदेही के ग्राम अंतरमरा जाकर घेराबंदी कर सदेही भूपेद्र व लोकेश निषाद को पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ करने से अपने ही दादी मूर्तिका घुस्सा ऊर्फ धुरवा बाई निषाद को धान बेचने की मामूली बात पर जमीन मे पटकर लात घुसा से मारने से ही मृतिका का मौत होना स्वीकार किया।गरियाबंद जिले के पांडुका क्षेत्र के अंतर्गत थाना से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अतरमर गांव की जहां पर साधुराम निषादअपने पुत्र व पोतो के साथ रहता था इसी दौरान साधु राम की पत्नी अर्थात भूपेन्द्र उम्र 23 वर्ष, एवं लोकेश निषाद उम्र 20 वर्ष की दादी धुस्सा बाई ने घर में रखे धान के 8 क_ा को बेचने की ईच्छा जाहिर की इस पर दोनों पोते नाराज हो गए और धीरे-धीरे बात इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आकर पुत्रों ने अपनी ही दादी पर लात मुक्के और हाथ से इतने वार किए कि उसकी तबीयत ही बिगड़ गई और सुबह उसे नयापारा राजिम अस्पताल रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई ।डॉक्टरों ने पी.एम रिपोर्ट मे शरीर पर आए जख्म और सिर के घाव के कारण मौत का होना बताया ।जिसके आधार पांडुका थाना प्रभारी ने गांव में पहुंच पूछताछ की तब उसके दादा ने सारी हकीकत खोल कर रख दी और बताया कि दोनों पुत्र ने मिलकर 8 क_ा धान बेचने पर हुए विवाद के चलते अपनी ही दादी को बेरहमी से मारपीट की थी जिसके चलते उसे ईलाज के लिये नयापारा राजिम में भर्ती किया गया और जहां उसकी मौत हो गई ।इस घटना पर पांडुका पुलिस ने दोनों पोतों पर अपने ही दादी की हत्या का अपराध दर्ज करते हुए न्यायालय भेजा जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है उक्त कार्यवाही में निरीक्षक जयसिंह धुर्वे सउनि श्रवण विश्वकर्मा, आरक्षक सतीश गिरी. गंगाधर सिन्हा, टार्जन साहू की सराहनीय भूमिका रही।

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