छत्तीसगढिय़ा के लय को गुनगुनाएगी दुनिया
'टेलीविजन शोÓ इंडियाज गाट टेलेंट में अबूझमाड़ की उपस्थिति
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
हमारे राज्य में इन दिनों आगामी नवम्बर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के कारण राजनैतिक माहौल बेहद गर्म है। इस चुनाव के लिए मतदान की पात्रता रखने वालों के साथ युवा वर्ग में उत्सुकता बनी हुई है। केंद्र और राज्य में अलग-अलग दलों की सत्ता है। इसके अलावा अन्य पार्टी भी अपनी मौजूदगी दिखला रही है। राजनीति का यह खेल तो हर पांच साल में होता रहेगा लेकिन जीवन में मनोरंजन का अपना महत्व है। बगैर उसके जिंदगी को मजेदार अंदाज में जीने की कोई विशेष तरीका नहीं है। हमारे देश में 1982 से रंगीन टेलीविजन का प्रसारण आरंभ हुआ इसके पश्चात मनोरंजन के कई द्वार खुल गए। दर्शकों की पसंद के अनुसार टेलीविजन सीरियल बनने लगे। सामान्य ज्ञान, प्यार, रोमांच, समाज सेवा कॉमेडी, विज्ञान, ऐतिहासिक, चिकित्सा, शिक्षा आदि क्षेत्रों से संबंधित रोचक सीरियल बनने लगे। इन सब क्षेत्रों के अपने पसंद करने वाले लोग हैं।
छत्तीसगढ़ की दृष्टि से इन दिनों चर्चा में टेलीविजन शो-इंडियाज गॉट टेलेंट का है जिसमें अबूझमाड़ (नारायणपुर) क्षेत्र के बच्चे, किशोर, नौजवान अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर रहे हैं। खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ की यह टीम 14वें नंबर पर पहुंच चुकी है। आगे चलकर इस शो के अलग-अलग प्रतिभागियों के टेलेंट के बीच कड़ा मुकाबला होगा और दर्शकों द्वारा प्रदत्त समर्थन याने वोट के माध्यम से हार जीत तय होगा। ऐसे समय में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वे सोनी टीवी पर प्रसारित वल्र्ड प्रीमियर को देखें और अबूझमाड़ की टीम के द्वारा मलखंब के माध्यम से आश्चर्यचकित कर देने वाले कारनामें को अपना व अपने परिवार, मित्रों का वोट दिलवाये।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज तक इतनी ऊंचाइयों में जाने का किसी भी विधा के किसी भी टीम को प्राप्त नहीं है। अबूझमाड़ की मलखंब के हमारी टीम के बारे में आपको जानकारी मिलेगी तो आप हतप्रभ रह जायेंगे। इस तरह के टेलीविजन शो में इसके पहले इन बच्चों, किशोरों, युवाओं ने कभी भी कैमरे का सामना नहीं किया था। टीम में कुछ तो ऐसे हैं जिन्होंने ट्रेन का इतना लंबा सफर जिंदगी में पहली बार किया। सुदूर घने जंगल में गोलियों की आवाज सुनकर पले बढ़े इन प्रतिभागियों को कभी इतना बढिय़ा भोजन, आवास, परिवहन सुविधा नहीं मिली जो इन दिनों उन्हें मुंबई में मिल रही है। छत्तीसगढ़ के प्रत्येक निवासी या फिर छत्तीसगढ़ को प्यार करने वाले सभी प्रियजनों को मलखंब के इन जांबाज खिलाडिय़ों का हौसला अफजाई करना चाहिए। प्रतिभागी जिस तरह का प्रदर्शन इस शो में दिखा रहे हैं वह केवल बहादुर ही कर सकते हैं परंतु इस खेल में जोखिम भी बहुत है। भाग लेने वाले अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं आप उन्हें ना सिर्फ वोट के द्वारा समर्थन देवे बल्कि उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना अपने-अपने ईष्ट देव से करें। छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है कि एक नौजवान प्रशिक्षक मनोज प्रसाद की दूरदर्शिता की वजह से आज पूरी दुनिया में अबूझमाड़ के साथ छत्तीसगढ़ का नाम रौशन हो रहा है साथ ही राज्य मलखंब संघ का योगदान यादगार रहेगा। खेल के मैदान में हार या जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं लेकिन हमारे खिलाड़ी यह अद्भुत सफलता प्राप्त कर लेते हैं तो इससे छत्तीसगढ़ में खेल की संस्कृति को मजबूती मिलेगी। आईये हम सब मिलकर अपने खिलाडिय़ों की इंडियाज गाट टेलेंट में सुरक्षित सफलता की कामना करें और जब भी वोटिंग करने कहा जाएगा हम आगे बढ़कर मदद के लिए कृतसंकल्पित रहें।