बलौदाबाजार की जनता क्या इस बार भी विरोधी पार्टी का विधायक चुनेगी
तिल्दा-नेवरा । बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने पिछली बार फिर विरोधी दल के प्रत्याशी को अपना विधायक बनाने की परंपरा कायम रखी थी जबकि पिछले चुनावो में राज्य में जब भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनी तो बलौदाबाजार से जोगी कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद शर्मा कांग्रेस के जनकराम वर्मा को हराकर विधायक चुने गए हैं। क्षेत्र के गांवों, चौक-चौराहों, होटलों और पान दुकानों में इस बार फिर से कोई तीसरी शक्ति के उम्मीदवार के दावेदारी के चर्चा है।
आंधी भी नहीं बचा पाई थी जनकराम की विधायकी: पिछली बार काफी विलंब से चुने गए भाजपा के प्रत्याशी टेसूलाल धुरंधर को पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस और आम लोगों ने भी कमतर आंका था। लोगों द्वारा यहां तक कहा जाने लगा था कि प्रत्याशी चयन से कांग्रेस को वाकओवर दे दिया गया है। हालांकि भाजपा प्रत्याशी ने 48 हजार से अधिक मत प्राप्त किए हैं, लेकिन राज्यभर में चली कांग्रेसी की आंधी के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी जनकराम वर्मा की हुई अप्रत्याशित हार से न केवल कार्यकर्ताओं में मायूसी है, अपितु भाजपा के लोग भी हतप्रभ थे। दोनों ही पार्टियां इस हार के प्रति विश्वास नहीं कर पा रही हैं। इस बार काग्रेस शुरू से यह सीट जीतने अपने कार्यकर्ताओं के बीच नेता लगातार जनसंपर्क करते देखे गए है।
आपको बता दें कि बलोदा बाजार में ही सीमेंट की कई बड़ी फैक्टियां हैं. यहां अल्ट्राटेक सीमेंट, ग्रासिम सीमेंट, अंबुजा सीमेंट समेत कई बड़ी कंपनियों के प्लांट मौजूद हैं. इसलिए इसे सीमेंट हब भी कहते हैं. सीमेंट प्लांट के समर्थन किसको मिलेगा उसकी जीत तय है।
किसी का गढ़ नहीं बलौदा बाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले की बात करें तो यह खनिजों के लिए फेमस है. राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों की बात करें तो पूरे राज्य की तरह इस जिले में भी कांग्रेस पार्टी मजबूत है. बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने यहां पर बहुत ही शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी को खाता खोलने भी नहीं दिया था. इस तरह कभी बीजेपी तो काग्रेस फिर जोगी काग्रेस।
क्या होगा इस बार: इस बार जैसे हवा चलेगी उस के अनुसार विधायक बन सकता है हालाकि काग्रेस इस सीट को जीतने सक्रिय है अपने अलग अलग मंडलों में नेताओ को सक्रिय प्रदेश में सरकार बनते ही सक्रिय कर दिया था और आज बलौदा बाजार में काग्रेस का माहौल है।
काग्रेस में दावेदार: राम गिड़लानी शैलेश नितिन त्रिवेदी छाया वर्मा सुरेंद्र शर्मा जनक राम वर्मा भुवन वर्मा सहित सीमा वर्मा भी दावेदार दिख रहे है।
बीजेपी में दावेदार अनेक: बीजेपी में भी दावेदारों की कमी नही है टक राम वर्मा लक्ष्मी वर्मा ढलेंद्र वर्मा भाग बली साहू टेशू लाल धुरंधर सहित अनेक लोग दावेदार है इस सीट के लिए अनुज शर्मा भी सक्रिय है अब देखना यह है की कोन होगा दावेदार।
पिछड़ा वर्ग के मतदाता अधिक: इस विधान सभा में सर्वाधिक मतदाता पिछड़े वर्ग से है जबकि चालीस प्रतिशत मतदाता सामान्य वर्ग से है अगर तीसरा समीकरण बनता है तो इस बार सामान्य वर्ग का उम्मीदवार जीत सकता है कारण नगरी क्षेत्र सीमेंट कंपनियों के हजारों मत पूरा खेल निर्धारित कर सकते है।
सिंधी समाज के नेता भी दावेदार: इस विधान सभा में काग्रेस के राम गिड़लानी ने टिकिट की माग की है तो बीजेपी में भी राम पंजवानी प्रबल दावेदार है समाज ने दोनो पार्टियों से परदेस की एक सीट पर समाज के व्यक्तियों को टिकिट की वकालत की है साथ ही तिल्दा बलौदा बाजार में समाज के वोटरों की भी हर चुनाव में पूरे प्रदेश में भूमिका सरकार बनाने में होती है यह राजनीति पार्टियों के नेताओ को भी पता है।