विश्व कप क्रिकेट-2023, कई प्रमुख शहरों को मेजबानी नहीं मिलने से निराशा
विधानसभा चुनाव की वजह से नहीं होंगे मैच
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
क्रिकेट भारत का सबसे लोकप्रिय खेल है। इसकी कई वजह है। नित नये बनते कीर्तिमान, बल्लेबाजों का चमत्कारिक प्रदर्शन, क्षेत्ररक्षकों का बचाव का नया-नया तरीका आदि। क्रिकेट के तीन प्रारूप हैं पहला पांच दिवसीय टेस्ट, दूसरा सीमित ओवर एक दिवसीय मुकाबले, तीसरा 20-20 ओवर के टी-20 मैच। टेस्ट मैच में बल्लेबाज कलात्मक खेल और गेंदबाज तरह-तरह के गेंदबाजी दिखाकर दर्शकों का मन मोह लेते हैं जबकि एकदिवसीय में थोड़ा संभलकर खेलते हुए संघर्ष होता है दूसरी तरफ टी-20 मैच में बल्ले से गेंद की दे दना दन में पिटाई की जाती है। भारत में इस टूर्नामेंट का आयोजन अन्य देशों के साथ मिलकर हुआ था जबकि 2023 में क्रिकेट विश्व कप प्रतियोगिता के सभी मैच भारत में ही सम्पन्न होंगे। आज पांच दिवसीय टेस्ट मैच को देखने का सब्र अधिकांश क्रिकेट प्रेमियों को नहीं है जबकि वे एक दिवसीय के साथ टी-20 के मुकाबले में ज्यादा रुचि लेते हैं। इस कारण निर्धारित ओवर वाले दोनों तरह के मैच, टूर्नामेंट के प्रति खेलप्रेमियों में दिलचस्पी अधिक हो गई है। भारत ने 1983 में जबसे कपिल देव के नेतृत्व में एक दिवसीय मैच के विश्वकप को जीता है जब से भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ गई है। हमारे देश में आगामी 5 अक्टूबर से 19 नवम्बर 2023 तक विश्व कप क्रिकेट चैंपियनशिप का 13वां संस्करण का आयोजन होने जा रहा है। 1975 से आरंभ इस प्रतियोगिता को 1987 तथा 2011 के पश्चात तीसरी बार आयोजित करने की जिम्मेदारी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को मिली है। उल्लेखनीय है कि भारत में इस संबंध में आईसीसी ने इस मुकाबले का शेड्यूल जारी कर दिया है। 48 मैच के समय, स्थान सभी तय हो चुके हैं। लेकिन क्रिकेट प्रेमियों को यह जानकर निराशा हुई कि पूर्व में आयोजित हो चुके कई शहरों में 13वें विश्व कप के मुकाबले नहीं होंगे। उनमें इंदौर, नागपुर, जयपुर प्रमुख हैं। 1987 के रिलायंस विश्व कप के मैच इंदौर में आस्ट्रेलिया वि. न्यूजीलैंड, जयपुर में इंग्लैंड वि. न्यूजीलैंड, जबकि भारत विरूद्ध न्यूजीलैंड का मैच नागपुर में हुआ था। इसी तरह 2011 में नागपुर में 4 मैच क्रमश: इंग्लैंड वि. नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया विरूद्ध न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे वि. कनाडा तथा भारत विरूद्ध दक्षिण अफ्रीका के मैच सम्पन्न हुए थे। अर्थात् उपरोक्त तीनों शहरों में सुविधा है परंतु 2023 में मैच नहीं रखे गये हैं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कोई मैच नहीं खेला जाएगा। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला के भारत से लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्र्रिकेट परिषद में घनिष्ठ संबंध को लेकर उम्मीद की जा रही थी कि रायपुर में विश्व कप के मैच होंगे। लेकिन इस तरह के आयोजन में सारी गतिविधियों का आकलन करके निर्णय लिया जाता है। इसमें कोई दो मत नहीं कि सांसद राजीव शुक्ला की वजह से जनवरी 2023 में रायपुर के शहीद वीरनारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत विरूद्ध न्यूजीलैंड का मुकाबला संभव हो सका था। इस बार ऐसा नहीं हुआ। वस्तुत: इसका कारण छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान में नवम्बर-दिसम्बर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव है। केंद्र सरकार और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड तथा चुनाव आयोग ने आपसी समझबूझ के साथ यह उपाय निकाल लिया जिससे सांप भी मर जाएगा और लाठी भी नहीं टूटेगी। हां यह जरूर है जयपुर या इंदौर में विश्वकप क्रिकेट का कोई मैच हो तो बहुत बड़ी बात नहीं है क्योंकि वहां तो खेल गतिविधियां होती ही रहती है लेकिन रायपुर में मैच नहीं होने से छत्तीसगढ़ पर्यटन, व्यापार, व्यवसाय को जो विश्व व्यापी लोकप्रियता मिलती उसका नुकसान हो गया। छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति बहुत ही उच्च स्तरीय है। विश्व कप के मैच होने से चूंकि इन मुकाबलों का प्रसारण टेलीविजन व अन्य अत्याधुनिक मीडिया माध्यम द्वारा विश्वव्यापी होता है अत: छत्तीसगढ़ के बारे में पूरी दुनिया को व्यापक जानकारी मिल पाती। अफसोस तो है लेकिन दूसरी तरफ लोकतंत्र का उत्सव उससे बड़ा है अत: कुल मिलकर भले ही प्रत्येक छत्तीसगढिय़ा को मन मार कर रहना होगा लेकिन यह भी स्वीकार करना होगा कि हमने लोकतंत्र को मजबूत किया इसी में सबकी भलाई है।