कमीशनखोरों से धोखा खाई महिलाएं न्याय मांगने कलेक्टर के पास पहुंची
डोंगरगढ़ । अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छतीसगढ़ के द्वारा मिनीमाता स्वयं सहायता समूह एवं पदमश्री अम्बे महिला स्वयं सहायता समूह ग्राम तेन्दूभाठा को स्वीकृत राशि 20 लाख रूपये के गढ़बड़ी के संबंध में शिकायत से संबंधित ज्ञापन सौंपकर महिलाओं ने सामग्री सप्लायर एवं जनपद पंचायत के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मण कचलाम के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने एवं राशि की वसूली करने की मांग जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से की है. ग्राम तेंदू भाटा की दो महिला समूह कि 2 दर्जन से अधिक महिलाओं ने रामजी भारती पूर्व विधायक के नेतृत्व में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की.
उल्लेखनीय है कि अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण मद से विकासखंड डोंगरगढ़ के ग्राम मोहरा क्षेत्र की चार महिला समूह को 50 लाख रुपए की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई थी. प्रशासन द्वारा कार्य एजेंसी बनाए गए तत्कालीन जनपद सीईओ द्वारा सामग्री सप्लायर से मिलीभगत कर महिलाओं के लिए स्वीकृत की गई 50 लाख रुपए की राशि को नियम विरुद्ध सामग्री सप्लायर को ट्रांसफर करा कर लगभग 45 लाख रुपए की हेरा फेरी की गई. जिसकी शिकायत पूर्व विधायक रामजी भारती द्वारा शासन स्तर पर की गई थी. जिसकी जांच रिपोर्ट में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप कार्य एजेंसी पर लगाया गया. किंतु वसूली की नोटिस महिला समूह को दी गई.जिससे महिलाओं में काफी आक्रोश है. और वह न्याय मांगने जिला प्रशासन के पास पहुंची है.
स्थानीय विधायक वा जिला पंचायत सदस्य पर खुला आरोप – जिला कलेक्टर व एसपी के पास ग्राम तेंदू भाटा की दो महिला समूह ने राशि के हेरा फेरी में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग करने का आरोप स्थानीय विधायक भुनेश्वर बघेल एवं क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य पुष्पा गौकरण वर्मा पर लगाया है. राशि की हेराफेरी को लेकर विधायक श्री बघेल व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती वर्मा ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए सभी आरोपों को खारिज किया है.
सामग्री सप्लायर व सीईओ पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने ज्ञापन – मिनी माता स्व. सहायता समूह एवं पदम श्री अंबे स्व. सहायता समूह ग्राम तेन्दूभाठा की दर्जनों महिलाओं ने जिला कलेक्टर व एसपी कार्यालय में दिए गए ज्ञापन में कहा है कि, राशि स्वीकृत करने के पूर्व दोनों स्व. सहायता समूह की बैठक में स्थानीय विधायक एवं क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य द्वारा समूह को शत प्रतिशत अनुदान राशि द्वारा एल ईडी बल्ब निर्माण एवं प्रशिक्षण की बात कही एवं सहायता समूह को सहायक आयुक्त आदिवासी विकास राजनांदगाँव के नाम से कोरे प्रोफार्म में हमारे समूह के सदस्यों से रोजगार हेतु हस्ताक्षर कराए गए.
सामान की आपूर्ति के पूर्व ही भुगतान – कार्य एजेन्सी जनपद पंचायत डोंगरगढ़ द्वारा हमारे महिला समूह को दिनांक 2 दिसंबर 2021 को नियम विरुद्ध हितग्राही (महिला समूह) से अनुबंध किए गये एवं उक्त दिनांक को कार्य एजेंसी जनपद पंचायत द्वारा 5 लाख रुपये का बिल भी बनाकर स्वीकृत एवं राशि मुगतान भी दिया गया.जबकि समान की आपूर्ति नहीं की गई और न ही प्रशिक्षण प्रारंभ किया था. इसी तरह दिनांक 9/3/2022 करे बिना सामाग्री आपूर्ति तथा प्रशिक्षण प्रारंभ न कर 5-5 लाख रूपये पुन: राशि महिला समूह के खाते में ट्रांसफर गया. जिस दिन राशि जमा उसी दिन राशि ट्रांसफर – महिलाओं द्वारा बताया गया कि जिस दिन खाते में राशि जमा हुई उसी दिनांक को क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य पुष्पा वर्मा द्वारा जबरदस्ती दबाव पूर्वक हम समूह की सदस्यों को बैंक ले जाकर विक्रेता शारदा इण्ड्रस्टीज रायपुर के खाता के 654483 बैंक ऑफ महाराष्ट्र रायपुर के नाम से ट्रांसफर करावाया गया. जबकि भुगतान के पूर्व प्रशिक्षण से संबंधित सामग्री समूह को प्रदान नहीं की गई.
राशि भुगतान के पश्चात कोटेशन दिया सप्लायर ने – महिलाओं ने ज्ञापन में बताया कि,शारदा इण्ड्रस्टीज रायपुर द्वारा भुगतान के पश्चात् हम दोनों महिला समूह को कोटेशन दिया गया.
सप्लायर द्वारा सामग्री सप्लाई के पूर्व बिल थमाया गया महिला समूह को – महिला समूह द्वारा सामग्री सप्लायर से सामग्री की मांग करने पर सप्लायर द्वारा बिना माल सप्लाई करें 10 लाख रुपए का दो बिल दोनो महिला समूहों को थमा दिया गया.
सामग्री प्राप्त होने से संबंधित दस्तावेज में दबाव पूर्वक हस्ताक्षर कराए गए – ज्ञापन में महिला समूह ने बताया कि,सामग्री प्राप्त नहीं होने पर जनपद पंचायत अधिकारी लक्ष्मण काचलाम एवं सुरेन्द्र कुमार ओझा से मिलकर इस संबंध में शिकायत करने पर दोनो अधिकारी के द्वारा गोलमोल जवाब देकर गुमराह कर दबावपूर्वक समान प्राप्त करने का हस्ताक्षर करवाया गया. इसमें जिला पंचायत सदस्य पुष्पा वर्मा भी शामिल थी.
अपने ही उद्योग में मजदूरी कर रही थी महिलाएं – ज्ञापन में अपनी पीड़ा का उल्लेख करते हुए महिला समूह की सदस्यों ने बताया कि,हम महिला समूह के सदस्यों को मात्र 150 रुपए की मजदूरी सामग्री सप्लायर द्वारा दी जा रही थी. इस तरह हमारे साथ जनपद पंचायत अधिकारी एवं क्षेत्रीय जिला सदस्य पुष्पा वर्मा द्वारा शत प्रतिशत अनुदान राशि बताकर गुमराह किया गया. और उच्च अधिकारियों से मिलकर,मिलकर हमारे समूह के साथ धोखाधड़ी किया गया.
नोटिस मिलने के बाद ज्ञात हुआ धोखाधड़ी का – 6 अप्रैल को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डोंगरगढ़ द्वारा समूह के नाम से उक्त आवंटित राशि 10 -10 लाख रुपए की वसूली हेतु नोटिस भेजा गया तब हमे हमारे सम्पूर्ण घोखाधड़ी एवं गबन की जानकारी हुई.
समूह की अधिकतर सदस्य निरक्षर – ज्ञापन के माध्यम से महिला समूह की सदस्यों ने बताया कि,हमारी समूह के सदस्य अनुसूचित जाति वर्ग से है, उनमें से अधिकांश सदस्य निरक्षर है.हमारे साथ फर्जी दस्तावेज विलेख कर घोखघडी की गई है.
दोषियों से राशि की वसूली कराई जाए -ज्ञापन के माध्यम से महिला समूह की सदस्यों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि फर्जीवाड़ा में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों से राशि की वसूली कराई जाए. एवं उन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाय. ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालों में,कुलेश्वरी मारकण्डे,त्रिवेणी वारले,लता मारकण्डे,अंकलहीन भारती, राज बाई भारती, काँती जोशी, शंकर बघेल, कुमारी चर्तुवेदी, गायत्री भारती,प्रियंका बंजारे, सरोज मारकण्डे, हेमीन भारती, लोचन भारती,उत्तरा मारकण्डे, नर्मदा भारती,गंगा बघेल, तिजन बघेल, केरा भारती, पुष्पा मारकण्डे, राजकुमारी बघेल, ललिता मारकण्डे, किरण भारती सहित अन्य महिलाएं शामिल रही.
विधायक भुनेश्वर बघेल – प्राधिकरण के अध्यक्ष होने के नाते मैंने महिला समूह को रोजगार उपलब्ध कराने और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए कार्य किया/ जो दोसी होगा उस पर कार्रवाई होगी
5 समूह में से 2समूहों से राजनीति द्वेष के कारण ये सब करवाया जा रहा है.आज भी सभी महिला समूह वहाँ रोजगार पा रही हैये दोनो समूह तेंदूभाटा के है जो पूर्व विधायक रामजी भारती का गृह ग्राम है।