आजीविका में सुधार, पर रखें देशहित का ख्याल
क्रिकेट: इंडियन प्रीमियर लीग 2023, 16वां संस्करण 31 मार्च से 28 मई तक
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
खेल विशेषज्ञ, सलाहकार, पत्रकार पूर्व खिलाड़ी सभी इस सलाह के पक्षधर रहे हैं कि खेलों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भारत में जारी वर्तमान खेलकूद पद्धति के अलावा क्लब/लीग आधार पर भी प्रतियोगिताएं होनी चाहिए। इसके लिए सिर्फ विचार हवा में मंडराते रहे परंतु कभी धरातल पर बही नहीं। इसका प्रमाण है कि 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को मिली स्वतंत्रता के पश्चात अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आज भी हाकी, फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी, बैडमिंटन, भारोत्तोलन, कुश्ती, टेनिस, एथलेटिक्स, तीरंदाजी, निशानेबाजी, मुक्केबाजी,शतरंज आदि कुछ गिने चुने खेलों में भारत के खिलाडिय़ों की सफलता ऊंगलियों में गिनी जा सकती है। इन सब तथ्यों पर उचित विचार विमर्श करते हुए हमारे देश में तेजी से प्रसिद्धि प्राप्त करते हुए क्रिकेट जैसे खेल के लीग की शुरुआत 2008 में हुई। इंडियन प्रीमियर लीग के नाम से 2008 में हुई। सौभाग्य देखिए 2008 से 2023 तक यह चैंपियनशिप निर्बाध रूप से सफलता के साथ सम्पन्न हो रही है। अन्य खेलों में कबड्डी का प्रो कबड्डी लीग 26 जुलाई 2014 तथा फुटबाल का इंडियन सुपर लीग 12 अक्टूबर 2014 से आरंभ हुआ जो कोविड-19 की वजह से कुछ व्यवधान के साथ जारी है। क्रिकेट के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की सफलता ने भारत में खेलों को लीग/क्लब स्तर पर ले जाने की प्रेरणा दी। आज स्थिति यह है कि इस टूर्नामेंट की अवधि के दौरान क्रिकेट की दीवानगी सिर चढ़कर बोलती है और भारतीय उपमहाद्वीप के साथ दुनिया के 40-50 देशों में इसके अंतर्गत खेले जा रहे मैच का सीधा प्रसारण किया जाता है। 2023 की प्रतियोगिता में दस टीम भाग ले रही हैं। जिनमें गुजरात टाइटंस, चेन्नई सुपर किंग्स, पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, लखनऊ सुपर जिएंट्स, देल्ही केपीटल्स, सनराइजर्स हैदराबाद, राजस्थान रायल्स, रायल चैंलेंजर्स बेंगलोर तथा मुम्बई इंडियंस शामिल हैं। प्रत्येक टीम में 25 खिलाड़ी होते हैं जिनमें करीब 14 से 17 खिलाड़ी भारतीय होते हैं। बाकी विदेशी क्रिकेटर होते हैं। इस तरह उभरते हुए भारतीय खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा को दिखलाने का अवसर मिलता है। आज क्रिकेट की लोकप्रियता से सिर्फ यह खेल आगे नहीं बढ़ रहा बल्कि आईपीएल के माध्यम से जितने लोग विभिन्न क्षेत्रों में जुड़े हैं आर्थिक दृष्टि से वे धन सम्पन्न हो रहे हैं। आईपीएल से जुड़े फ्रेंचायसी, विज्ञापनदाता, प्रसारणकर्ता, सभी को प्रत्येक संस्करण में लाभ हो रहा है। खेल मीडिया से जुड़े कमेंटेटर, पत्रकार, कैमरापरसन, सीधा प्रसारण में मदद करने वाले कम्प्यूटर विशेषज्ञ, तकनीकी विशेषज्ञ, आयोजन स्थल के आवास, परिवहन की सुविधा देने वाले, मैदान का रखरखाव करने वाले आदि सभी लोगों के आजीविका का स्तर सुधर गया है। क्रिकेट के इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को बड़ी धनराशि प्राप्त होती है। बीसीसीआई को प्राप्त पैसों से भारत में क्रिकेट को मजबूती प्रदान करने के लिए जिला व राज्य स्तर तक खिलाडिय़ों को अच्छी सुविधा और पारितोषण हासिल होता है जिसकी वजह से भारत में युवाओं का लगाव क्रिकेट के प्रति बढ़ रहा है। अभिभावक भी अपने बच्चों को क्रिकेट में आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हां यह जरूर है कि आईपीएल के मुकाबलों के लगभग 60 दिनों तक नियमित जीवंत प्रसारण की वजह से देखने वाले व्यस्त हो जाते हैं जिससे अध्ययनरत,विद्यार्थियों, व्यवसायियों, दर्शकों,खान-पान पर प्रभाव पड़ता है। अगर इस बात का ध्यान रखकर क्रिकेट मैच का आनंद लेंगे तो यह अपने परिवार व देश के हित में होगा।