खेल – मनोरंजन

मलखंब के विजेताओं को स्वीकृत हुई नकद राशि

छत्तीसगढ़ राज्य का बजट 2023-24, खेलकूद के लिए और धन का आबंटन जरूरी

– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
किस भी राज्य का बजट सामान्यत: जनता की आवश्यकता और विकास के आधार पर होता है। 1 नवम्बर 2000 को निर्मित छत्तीसगढ़ प्रदेश को पहले पिछड़ा राज्य माना जाता था परंतु पिछले 22 वर्षों में इस राज्य ने स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पर्यटन, खाद्य, उद्योग, ऊर्जा, परिवहन आदि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। इस दृष्टि से खेलकूद में भी छत्तीसगढ़ में अनेक अधोसंरचना का निर्माण हुआ है। यह तब संभव हुआ जब बजट में खेल और खिलाडिय़ों के लिए राशि आबंटित की गई। छत्तीसगढ़ में खेल को बढ़ावा देने में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, डॉ. रमन सिंह और वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भूमिका सकारात्मक रही है। खेलो इंडिया के तहत केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंशाअनुरूप खेल के लिए धनराशि उपलब्ध कराई है जिससे खेलों के मैदान, इंडोर स्टेडियम आदि का निर्माण हो सका है। भारतीय खेल प्राधिकरण के द्वारा रायपुर व राजनांदगांव में तीरंदाजी, फुटबाल, हाकी, जूडो, बैडमिंटन, कबड्डी, बास्केटबाल आदि खेलों में प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। साथ ही साथ छत्तीसगढ़ सरकार ने भी कई खेलों की अकादमी की शुरुआत की है। हमारे प्रदेश में ओलंपिक, गैर ओलंपिक, लोक खेल और लुप्तप्राय सभी खेलों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का अक्टूबर 2022 से जनवरी 2023 तक प्रदेश स्तर पर आयोजन इसी बात का प्रमाण है। छत्तीसगढ़ राज्य ओलंपिक संघ के अध्यक्ष होने के नाते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खेल के व्यवस्थित विकास के लिए बजट की उपलब्धता का आभास है। अत: उन्हें खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों और उनके प्रशिक्षण के बारे में पूरी जानकारी है। छत्तीसगढ़ के 2023-24 के बजट में खिलाडिय़ों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इस बात की मांग बहुत पहले से की जा रही थी कि छत्तीसगढ़ या भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए जिन खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय अथवा अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक हासिल किया है उनके लिए 29 अगस्त खेल दिवस के दिन दिये जाने वाले खेल सम्मान, पुरस्कार के अलावा नकद राशि, भूखंड, शासकीय नौकरी की भी घोषणा की जानी चाहिए। 2023-24 के बजट में 30 जनवरी से 11 फरवरी 2023 तक आयोजित 5वीं खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मलखंब के स्वर्ण, रजत, कांस्य पदक विजेता युवा, युवतियों को नकद राशि पुरस्कार स्वरूप दिये जाने की घोषणा की गई है। इसके अनुसार बालक वर्ग के पदक विजेता राकेश कुमार को दो लाख, मोनू नेताम, संतोष सोनी को एक-एक लाख, मानू ध्रुव, श्यामलाल, रवींद्र अगव्राल को 50-50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की है। इसी तरह बालिका टीम के पदक विजेता खिलाडिय़ों सरिता पोयम, जयंती, दुर्गेश्वरी, हिमांशी, शिक्षा को भी 50-50 हजार रुपए नकद राशि दिए जाने की घोषणा की गई। छत्तीसगढ़ में प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की कोई कमी नहीं है राज्य निर्माण के पश्चात हाकी में सबा अंजुम, रेनुका यादव, बैडमिंटन में आकर्षि कश्यप, ईशान भटनागर, संयम शुक्ला, जूही देवांगन, वेंकट गौरव, सिद्धार्थ प्रताप सिंह, श्रेयांश जायसवाल, मास्टर्स में कविता दीक्षित, संगीता राजगोपालन, संजय मिश्रा, जयंत देवांगन, अखिल धगत, संजय भंसाली आदि प्रमुख है। इसी तरह क्रिकेट में अमनदीप खरे, फुटबाल में किरण पिस्दा, भारोत्तोलन में रुस्तम सारंग, अजय दीप सारंग ,तलवारबाजी में युवराज, डैनी,प्रियांशु, दीपांशु,वेदिका, अरविंद, शिवामगेश इसी तरह हैंडबॉल में शबनम फिरोज अंसारी मीनाक्षी, अनिता राव, एंजलिना लारेंस, फिरोज़ अहमद खान, धीरज नागपाल बास्केटबाल, आदि खेलों में छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है। अत: यह आवश्यक है कि ऐसे खिलाडिय़ों को समय रहते प्रोत्साहित किया जाए। इससे प्रेरणा पाकर अन्य खिलाड़ी भी मेहनत करेंगे और उनके अभिभावक, प्रशिक्षक उन्हें प्रोत्साहित करेंगे। छत्तीसगढ़ बजट में तो बैडमिंटन अकादमी के निर्माण की घोषणा भी अच्छी पहल है।

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