मृतक की बड़ी मां व उसका बेटा ही निकले आरोपी
डोंगरगढ़/मोहारा । अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में थाना डोंगरगढ़ पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है. पुलिस से प्राप्त जानकारी में बताया गया कि 11 फरवरी शनिवार को मृतक छबीलाल वर्मा पिता प्यारे लाल वर्मा उम्र 32 साल निवासी ग्राम कोलेन्द्र थाना डोंगरगढ़ जिला राजनांदगांव रहने वाला है जो लगभग 11:00 बजे प्लान्दूर बाट खार (खेत) में गेहू के फसल में पानी पलाने के लिये गया था। जिसके शाम तक घर नही लौटने पर परिजनो द्वारा पता तलाश करने पर ग्राम डारागांव एवं प्लान्दूर के बीच रोड किनारे पुल के पास रात्री करीबन 08:00 बजे के मृतक छबीलाल वर्मा का सायकल व शव पड़ा हुआ था। मृतक के परिजनो के द्वारा सूचित करने पर मर्ग क्रमांक 07/2023 धारा 174 जा0फौ0 कायम कर शव का पंचनामा कार्यवाही में लिया गया।
पंचनामा कार्यवाही के दौरान मृतक का शव छत विक्षत हालत में लहु लुहान सिर पर गंभीर चोट होना पाया गया है। अज्ञात आरोपी के द्वारा अपराध घटित करना पाये जाने पर अपराध क्रमांक 105/2023 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये अंधे कत्ल की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ प्रभात पटेल को दी गयी जिस पर पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश पर अति. पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम, डाग स्क्वाड के पहुंचे आवश्यक मार्ग दर्शन पर थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र स्वर्णकार, चौकी प्रभारी पीलूराम मंडावी मोहारा, चौकी प्रभारी चेतन चंद्राकार चिचोला व सायबर सेल की टीम के द्वारा अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिये आस पास के गांव के लोगों तथा मृतक के परिजनो से पूछताछ किया गया व आने जाने के मार्ग में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरा का बारिकी से अवलोकन किया गया तथा सायबर सेल की टीम द्वारा संदेहियों के कॉल डिटेल के माध्यम से पता साजी की गई पता साजी के दौरान सूचना मिली कि मृतक छबीलाल की बड़ी मां रामकुंवर वर्मा भी मृतक के खेत के पास काम करने गई थी। जो शाम को करीबन 05:30 बजे खेत से वापस आने की जानकारी प्राप्त होने पर संदेह के आधार रामकुंवर वर्मा को पूछताछ करने पर बेर बीनने की बात पर मृतक द्वारा गंदी गंदी गालियां देने पर डंडा से व पत्थर से मृतक छबीलाल के साथ मारपीट करना स्वीकार की। मारपीट से मृतक के सिर में गंभीर चोट आने से मृत्यु होना बताई व घर वापस आकर घटना की जानकारी अपने पुत्र तिलक वर्मा को दी। पुत्र तिलक वर्मा के द्वारा अपनी मां को अपराध से बचाने के लिये मृतक के छबीलाल के शव को मृतक के खेत से अपने कंधे में उठाकर हत्या को एक्सीडेंड का रूप देने पैदल पैदल पुल के पास रोड किनारे फेकना व सायकल को शव के पास ही
फेंकना बताये।
आरोपियों द्वारा हत्या का अपराध घटित करना स्वीकार करने पर आरोपिया के निशा देही पर घटना में प्रयुक्त पत्थर व घटना के समय पहने खून से सने कपड़े एवं आरोपिया के पुत्र तिलक वर्मा के निशा देही पर घटना में प्रयुक्त डंडा व खून से सने कपडे जप्त किया गया। अपराध सबूत पाये जाने पर आरोपीगणों को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया गया। पुलिस द्वारा दोहरे जघन्य हत्या काण्ड का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया जिससे ग्रामवासी पुलिस के कार्य से खुश हुये है।
उक्त कार्यवाही में सउनि तुलाराम बांक, सउनि अशोक साहू, सउनि रामकृष्ण अनंत, सउनि धन्नालाल सिन्हा, सउनि महेन्द यादव, प्र.आर. महादेव साहू, प्र.आर. अजीत टोप्पो, प्र.आर. परमेश्वर यादव, प्र.आर. सियाराम ध्रुर्वे, प्र.आर. ताज खान, म.प्र.आर. ए. पी.शीला, प्र.आर. लक्ष्मी ठाकुर आर. गजेन्द्र भारद्वाज, आर. रोहित, आरक्षक वीरबहादुर आरक्षक प्रयंश सिहं, आर. अर्जुन अजगल्ले, आर. चंद्रकांत सोनी, आर. मनोज हरमुख, आर. परस ध्रुव, आर. राजेन्द्र साहू, आर. मिलाप बरेट, आरक्षक शिवलाल साहू, आर. परमानंद बोगा, आर. चमन साहू, आर. प्रमोद करियारे, आर. अजय भारद्वाज, आर. राजेन्द्र नाविक, आर. लक्ष्मी मंडावी, म.आर. कोमिन साहू, म.आर. अफसान खान, म.आर. रोजलीन सामियन की भूमिका सराहनीय रहा है।